Find the Best ढलता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutढलता सूरज शायरी, ढलता सूरज ढल जाएगा, ढलता सूरज धीरे-धीरे कव्वाली वीडियो, गजल ढलता सूरज धीरे-धीरे, धीरे-धीरे ढलता सूरज कव्वाली,
Diya
White ए शाम तेरे पहलू में आकर जब यह सूरज छिप जाता है, धरा.. देखो ना नजरे उठाकर, आसमान पर, कैसे निखार आ जाता है। ©Diya #शाम #ढलता #हुआ #सूरज #diyakikalamse✍🏼❤
Ashutosh Mishra
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset #ढलता सूरज # प्रकृति हमें बहुत कुछ संदेश देती है किंतु हम उसके गुप्त संदेशों को समझ नहीं पाते सागर की आती-जाती लहरे और ढलता सूरज कहता है बार-बार कुछ भी स्थाई नही जगत में चाहे खुशी हो या हो गम..... अल्फाज मेरे✍️🏽🙏🏼🙏🏼 ©Ashutosh Mishra #SunSet #हिंदीनोजोटो #हिंदीकोट्स #लाइफकोट्स #गुडमॉर्निंगकोट्स #प्रेरणादायककोट्स #गोल्डनकोट्सइनहिंदी #ढलता_सूरज #आशुतोषमिश्रा Neel puja udeshi Priyanka pilibanga alone Kamlesh Kandpal
#SunSet #हिंदीनोजोटो #हिंदीकोट्स #लाइफकोट्स #गुडमॉर्निंगकोट्स #प्रेरणादायककोट्स #गोल्डनकोट्सइनहिंदी #ढलता_सूरज #आशुतोषमिश्रा Neel puja udeshi Priyanka pilibanga alone Kamlesh Kandpal
read moreRakesh frnds4ever
White मौत सबको आनी है कौन इससे छूटा है तू फ़ना नही होगा ये खयाल झूठा है साँस टूटते ही सब रिश्ते टूट जायेंगे बाप माँ बहन बीवी बच्चे छूट जायेंगे तेरे जितने हैं भाई वक़तका चलन देंगे छीनकर तेरी दौलत दोही गज़ कफ़न देंगे जिनको अपना कहता है सब ये तेरे साथी हैं कब्र है तेरी मंज़िल और ये बराती हैं ला के कब्र में तुझको मुरदा बक डालेंगे अपने हाथोंसे तेरे मुँह पे खाक डालेंगे तेरी सारी उल्फ़त को खाक में मिला देंगे तेरे चाहनेवाले कल तुझे भुला देंगे इस लिये ये कहता हूँ खूब सोचले दिल में क्यूँ फंसाये बैठा है जान अपनी मुश्किल में कर गुनाहों पे तौबा ,,,आके बस सम्भल जायें - २ दम का क्या भरोसा है,,,,जाने कब निकल जाये - २ मुट्ठी बाँधके आनेवाले ... मुट्ठी बाँधके आनेवाले हाथ पसारे जायेगा धन दौलत जागीर से तूने क्या पाया क्या पायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - ४ ,,,,,,,, 3 ,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever #मौत सबको आनी है कौन इससे छूटा है तू फ़ना नही होगा ये खयाल झूठा है #साँस टूटते ही सब रिश्ते टूट जायेंगे बाप #माँ बहन बीवी बच्चे छूट जायेंगे तेरे जितने हैं भाई वक़तका चलन देंगे छीनकर तेरी दौलत दोही गज़ #कफ़न देंगे जिनको अपना कहता है सब ये तेरे साथी हैं कब्र है तेरी मंज़िल और ये बराती हैं ला के #कब्र में तुझको मुरदा बक डालेंगे अपने हाथोंसे तेरे मुँह पे खाक डालेंगे तेरी सारी #उल्फ़त को खाक में मिला देंगे तेरे चाहनेवाले कल तुझे भुला देंगे इस लिये ये कहता हूँ खूब सोचले दिल में क्यूँ फंसाये बैठा है ज
#मौत सबको आनी है कौन इससे छूटा है तू फ़ना नही होगा ये खयाल झूठा है #साँस टूटते ही सब रिश्ते टूट जायेंगे बाप #माँ बहन बीवी बच्चे छूट जायेंगे तेरे जितने हैं भाई वक़तका चलन देंगे छीनकर तेरी दौलत दोही गज़ #कफ़न देंगे जिनको अपना कहता है सब ये तेरे साथी हैं कब्र है तेरी मंज़िल और ये बराती हैं ला के #कब्र में तुझको मुरदा बक डालेंगे अपने हाथोंसे तेरे मुँह पे खाक डालेंगे तेरी सारी #उल्फ़त को खाक में मिला देंगे तेरे चाहनेवाले कल तुझे भुला देंगे इस लिये ये कहता हूँ खूब सोचले दिल में क्यूँ फंसाये बैठा है ज
read moreRakesh frnds4ever
White मौत ने ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था दुनिया से दोनो हाथ खाली थे अब ना वो हलाकू है और ना उसके साथी हैं जंग जो न कोरस है और न उसके हाथी हैं कल जो तनके चलते थे अपनी शान-ओ-शौकत पर शमा तक नही जलती आज उनकी तुरबत पर अदना हो या आला हो सबको लौट जाना है - २ मुफ़्हिलिसों का अन्धर का कब्र ही ठिकाना है - २ जैसी करनी ... जैसी करनी वैसी भरनी आज किया कल पायेगा सरको उठाकर चलनेवाले एक दिन ठोकर खायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ ,,,,,,,,,,,,,,,,, 2 ,,,,,,,,,,,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever मौत ने #ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे #रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख #सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था #शान _ओ_शौकत पर शमा तक नही जलती आज उनकी तुरबत पर अदना हो या आला हो सबको लौट जाना है - २ मुफ़्हिलिसों का अन्धर का #कब्र ही ठिकाना है - २ जैसी करनी ... जैसी करनी वैसी भरनी आज किया कल पायेगा सरको उठाकर चलनेवाले एक दिन ठोकर खायेगा चढ़ता #सूरज धीरे धीरे #ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ #rakeshyadav #rkyadavquotes #rkyfrnds4ever @nojoto @निजोतोहिंदी @nojotohindi @noj
मौत ने #ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे #रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख #सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था #शान _ओ_शौकत पर शमा तक नही जलती आज उनकी तुरबत पर अदना हो या आला हो सबको लौट जाना है - २ मुफ़्हिलिसों का अन्धर का #कब्र ही ठिकाना है - २ जैसी करनी ... जैसी करनी वैसी भरनी आज किया कल पायेगा सरको उठाकर चलनेवाले एक दिन ठोकर खायेगा चढ़ता #सूरज धीरे धीरे #ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ #rakeshyadav #rkyadavquotes #rkyfrnds4ever @nojoto @निजोतोहिंदी @nojotohindi @noj
read moreRakesh frnds4ever
White हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ तू यहाँ मुसाफ़िर है ये सराये फ़ानी है चार रोज की मेहमां तेरी ज़िन्दगानी है ज़र ज़मीं ज़र ज़ेवर कुछ ना साथ जायेगा खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा जानकर भी अन्जाना बन रहा है दीवाने अपनी उम्र ए फ़ानी पर तन रहा है दीवाने किस कदर तू खोया है इस जहान के मेले मे तु खुदा को भूला है फंसके इस झमेले मे आज तक ये देखा है पानेवाले खोता है ज़िन्दगी को जो समझा ज़िन्दगी पे रोता है मिटनेवाली दुनिया का ऐतबार करता है क्या समझ के तू आखिर इसे प्यार करता है अपनी अपनी फ़िक्रों में जो भी है वो उलझा है - २ ज़िन्दगी हक़ीकत में क्या है कौन समझा है - २ आज समझले ... आज समझले कल ये मौका हाथ न तेरे आयेगा ओ गफ़लत की नींद में सोनेवाले धोखा खायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ ,,,,,,, 1 ,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ #चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा,,,, तू यहाँ #मुसाफ़िर है ये सराये फ़ानी है चार रोज की मेहमां तेरी #ज़िन्दगानी है ज़र ज़मीं ज़र ज़ेवर कुछ ना साथ जायेगा खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा जानकर भी अन्जाना बन रहा है दीवाने अपनी उम्र ए फ़ानी पर ,,,,,तन रहा है दीवाने किस कदर तू खोया है इस जहान के मेले मे तु खुदा को भूला है फंसके इस झमेले मे आज तक ये देखा है पाने वाले खोता है #ज़िन्दगी को ज
हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ #चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा,,,, तू यहाँ #मुसाफ़िर है ये सराये फ़ानी है चार रोज की मेहमां तेरी #ज़िन्दगानी है ज़र ज़मीं ज़र ज़ेवर कुछ ना साथ जायेगा खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा जानकर भी अन्जाना बन रहा है दीवाने अपनी उम्र ए फ़ानी पर ,,,,,तन रहा है दीवाने किस कदर तू खोया है इस जहान के मेले मे तु खुदा को भूला है फंसके इस झमेले मे आज तक ये देखा है पाने वाले खोता है #ज़िन्दगी को ज
read moreHARSHIT369
ढलता सूरज कह रहा निरास ना होना, मै कल फिर आउंगा.. अब तेरा आराम करने का वक़्त आया है, जो करम किये तुने और जो करम करेगा अभी उन लम्हो को मै दोबारा तब नहीं दोहराउंगा, लेकिन मै कल फिर तेरे पास आउंगा.. एक नया ऊजाला थामे,एक नयी रोशनी लिए नया अनुभव,नया ज्ञान-विज्ञान लिए और एक दिन तेरी जिन्दगी भरने कुछ आशाऐं लेकर कल फिर आउंगा.. इन्तज़ार के कुछ पल,तेरा होने वाला कल कैसे कल तेरा बेहतर करने का रास्ता दिखाते हैं ये किस्मत और भाग्य देखें ,तेरा क्या भविस्य बताते है तु बैठ कर प्लान कर ले,कल तुझे कहां जाना है, मै यहां कि दूरी से कुछ और दूर तक ले जाउंगा मै कल फिर आउंगा..!! ©Shreehari Adhikari369 #ढलता सूरज
#ढलता सूरज
read moreaditi the writer
#ढलता सूरज Chouhan Saab Rajat Bhardwaj Natkhat Krishna shraddha.meera ≋P≋u≋s≋h≋p≋ Mr Ismail Khan (गुमनाम राइटर) Madhusudan Shrivastava Mr Laxmi Narayan Roy(Laxman) अब्र The Imperfect 13ra__Rao m raj. g Da "Divya Tyagi" IrFaN༎ຶ‿༎ຶSaEeD Dr Madan Mohan Sharma
read morehoney
ये कैलेंडर के आखिरी पन्ने पर बिखरा दिसंबर समेट रहा भूली-बिसरी यादें खुद के ही अंदर ये महज झ्क कैलेण्डर नहीं, पिटारा है साल भर के खट्टी - मीठी यादों का, दर्पण है खुद से ही , खुद के वादों का, नये सपने नये आशाएं नई उम्मीदो का समंदर है। न जाने कितनी जज्बातों का उमड़ रहा बवंडर है । ये महज नवम्बर बाद वाला दिसम्बर नहीं, यादों मे ढल गया तु भी , बस मेरी तरह ये बतला रहा, पिछले बार के वादो का, इरादे का आइना दिखला रहा, दिलाता रहा सतरंगी कलम से लिखी इंद्रधनुषी सपनों की याद, सारी . रात करता रहा मुझसे मेरी ही बात। । ©madhumita mishra #ढलता दिसंबर
#ढलता दिसंबर
read moreDr Manju Juneja
ये जो तुम जलता हुआ बल्ब देख रहे हो ना ठीक वो भी अपनी तमाम के राते उसके प्यार में यूँही जला है । आखिर कार दिन रात जलता बल्ब भुझ गया ठीक उसी तरह एक दिन मैं भी इस बल्ब की तरह बुझ जाऊंगा फिर ना कमरे में रोशनी होगी और ना ही कोई बल्ब जलेगा बस कमरे में सिर्फ और सिर्फ अंधेरा और मैं शांत जैसे दिन भर सूरज तपने के बाद धीरे धीरे शांत हो जाता है सांझ होते ही उसकी तपिश ख़त्म हो जाती है और अंधेरे में तो तारे चमकते नजर आते हैं फिर ढूंढना मुझे मैं भी वही नजर आऊँगा एक टिमटिमाता तारा ©Dr Manju Juneja #जलता #बल्ब #डायलॉग👉🏽 #तारा #सूरज #ढलता #nojotohindi #nojotoenglish #nojotodialouge #Light
#जलता #बल्ब डायलॉग👉🏽 #तारा #सूरज #ढलता #nojotohindi #nojotoenglish #nojotodialouge #Light
read moreRamkishor Saini India
(( उगता सूरज ढलता सूरज)) उगते हुए सूरज को तो हर कोई प्रणाम करता है। लेकिन जब सूरज डूबता है। तो उस वक्त कोई परिणाम नहीं करता।। By Ramकिshor saini उगता #सूरज #ढलता #सूरज#