Find the Latest Status about लोकेश्वरी सेन जस गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लोकेश्वरी सेन जस गीत.
Rajni Vijay singla
#गीत हमारे #अंदाज तुम्हारे #मोदी जी को वतन से# मोहब्बत #Narender से वतन को #जीत जश्न की# बधाई बार-बार जायेगी गाई ©Rajni Vijay singla #गीत हमारे #अंदाज तुम्हारे
Arora PR
White मै चाहता हु मेरे इस नए गीत के लिए नए छंद . असमान से ऊतरे लेकिन मेरा गीत मेरी इस बात से राज़ी नही.... क्योंकि उसे धरती के साथ. चिपके रहना ज्यादा पसंद हैँ ©Arora PR नया गीत
नया गीत #कविता
read moreSandip rohilla
White मां मुझको कितना सुकून मिलता है। तेरे आंचल में आने से। सबकुछ सुलझा सा लगता है। तेरी गोद में सो जाने से। सब से ज्यादा तू खुश थी मां। मेरे दुनिया में आने से। मां धूप छाया का खेल नहीं है। मां दो शब्दों का मेल नहीं है। रब की मां से तुलना मत कर। मां से रब का मेल नहीं है। किरणों का उजागर है मां। बिहारी जी की गागर है मां। हम सब बहते पानी से है। इस पृथ्वी का सागर है मां। Happy mother's day ©Sandip rohilla #mothers_day Sherni mannu nagar प्रभाकर अजय शिवा सेन Parijat P Mirza raj
#mothers_day Sherni mannu nagar प्रभाकर अजय शिवा सेन Parijat P Mirza raj
read moreGurudeen Verma
White शीर्षक - क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये ------------------------------------------------------------- क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। कल तो नहीं थी तुम्हें मिलने की फुर्सत। क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।। क्यों आज हम याद-----------------------।। देख रहा हूँ तुम्हारी कहाँ हैं निगाहें। मेरा महल देख क्यों भरते हैं आहे।। छूने से डरते थे तुम मुझको कल तो, क्यों आज मिलाने हाथ तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। कल तक की थी तुमने बुराई हमारी। करते हो आज सबसे तारीफ हमारी।। नहीं पूछते थे तुम कल हाल हमारा। क्यों आज बिछाने फूल तुम आ गये।। क्यों आज हम याद------------------।। नहीं था कबूल कल क्यों साथ हमारा। गैरों की बाँहों में था कल हाथ तुम्हारा।। तोड़ा था क्यों तुमने कल ख्वाब हमारा। क्यों आज बनाने साथी तुम आ गये।। क्यों आज हम याद-------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #गीत
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी ©M R Mehata(रानिसीगं ) गुरूवर श्री जयंत सेन महिमा
गुरूवर श्री जयंत सेन महिमा #भक्ति
read moreAmit Bharti Shrivastav
मां काली का रूप कालारात्रि या कालिका के रूप में जाना जाता है, जो शक्ति और पराक्रम की प्रतीक हैं। उन्हें धूम्र वर्ण, शूल, खड्ग, और दाहिने हाथ में शिर जैसे वस्त्रों के साथ दिखाया जाता है। उनके दर्शन साधकों को भय के बंधनों से मुक्ति और उनकी शक्ति को प्राप्त करने की प्रेरणा देते हैं ©Amit Bharti Shrivastav #navratri Shilpa yadav Anshu writer प्रभाकर अजय शिवा सेन sana naaz Ganesha•~•