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Stories related to सड़के सड़के फूल खिले

Shalini Nigam

#फूल #yqdidi #yqbaba #shayri Love Life Poetry #writer

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सोचना कभी_
क्या गुनाह कर आए,
फकत एक फूल 
की खातिर_ पूरा बगीचा 
रौंद आए!

©Shalini Nigam #फूल #Nojoto #yqdidi #yqbaba #shayri #Love #Life #Poetry #writer

Mohan Sardarshahari

चाहत के फूल

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यह दिल और इसमें चाहत के फूल 
भेजे जो तुमने सुबह करते हुए भूल
किया है उन्होंने असर कुछ इस तरह
जैसे जख्मों पर लग गई हो दवा माकूल।।

©Mohan Sardarshahari चाहत के फूल

Blissofsoul

फूल ab jyada pyaare lagte h🪻

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PRIYA SINHA

❤"मुहब्बत के फूल"🌹

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

लफ्ज़ों की बेरूखी से ;
लहजों की अनदेखी से ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

बेवजह के अहम से ;
क्रोध और वहम से  ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

कभी चुप्पी , लड़ाई से ;
कभी झूठ , बेवफाई से ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

किसी तीसरे के प्रवेश से ;
व्यर्थ के कलह क्लेश से  ! 

प्रिया सिन्हा
𝟐𝟗. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒.
(शुक्रवार)

©PRIYA SINHA #मुहब्बत #के #फूल

Ashraf Fani

एक चाहत यूं भी रखिये जो कभी पूरी न हो उसी चाहत के बहाने ज़िन्दगी गुज़र जाये दिन खिले, रातें हंसे महके सभी कलियां नई हंसते हंसते आँख नम हो और

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White एक चाहत यूं भी रखिये 
जो कभी पूरी न हो
उसी चाहत के बहाने 
ज़िन्दगी गुज़र जाये
दिन खिले, रातें हंसे
महके सभी कलियां नई
हंसते हंसते आँख नम हो
और दिल भी भर जाये

©Ashraf Fani एक चाहत यूं भी रखिये 
जो कभी पूरी न हो
उसी चाहत के बहाने 
ज़िन्दगी गुज़र जाये
दिन खिले, रातें हंसे
महके सभी कलियां नई
हंसते हंसते आँख नम हो
और

Durga Gautam

#good_night फूल बार बार खिले पेड़ों ने नहीं रोकी अपनी छांव नदियों ने भी नहीं बनाए बांध अपने ऊपर सूरज सींचता रहा धरती को ऊष्मा से अपनी ना

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White फूल बार बार खिले 
पेड़ों ने नहीं रोकी अपनी छांव
नदियों ने भी नहीं बनाए  बांध अपने ऊपर 
सूरज सींचता रहा धरती को ऊष्मा से अपनी
ना ही बारिशें वापस लौटीं बादलों की ओर

प्रकृति में सुंदरता थी प्रेम की पराकाष्ठा की
प्रेम अपनी पराकाष्ठा में सबसे सुंदर था ।

©Durga Gautam #good_night फूल बार बार खिले 
पेड़ों ने नहीं रोकी अपनी छांव
नदियों ने भी नहीं बनाए  बांध अपने ऊपर 
सूरज सींचता रहा धरती को ऊष्मा से अपनी
ना
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