Find the Latest Status about urdu shayri com 40 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.
Khalil Siddiqui
##MajesticWords urdu poetry urdu poetry sad urdu poetry poetry poetry lovers
read moreKhalil Siddiqui
##SadStorytelling sad wurdu poetry wdeep poetry in urdu wsad poetry wurdu poetry
read moreTeacherShailesh
श्रीमदभागवत गीता अध्याय 10 श्लोक 40 #geetagyan #teachershailesh #supersamvaad#टीचरशैलेश
read moreTeacherShailesh
White नान्तोऽस्ति मम दिव्यानां विभूतीनां परन्तप । एष तूद्देशतः प्रोक्तो विभूतेर्विस्तरो मया ॥ हे परंतप! मेरी दिव्य विभूतियों का अंत नहीं है, मैंने अपनी विभूतियों का यह विस्तार तो तेरे लिए एकदेश से अर्थात् संक्षेप से कहा है॥ ©TeacherShailesh श्रीमदभागवत गीता अध्याय 10 श्लोक 40
श्रीमदभागवत गीता अध्याय 10 श्लोक 40
read moreVijay Vidrohi
White जहां आपसी प्यार हो वहां विचार भी मिल जाते हैं। और जहां विचार ना मिले वहां परिवार भी हिल जाते हैं। बढ़ रहे हैं आजकल पति-पत्नी में झगड़े जिनके कारण बच्चों के सपने मिट्टी में मिल जाते हैं। ©Vijay Vidrohi विचार #my #new #thoughts #shayri #love #poem #Poetry #sad #life zindagi poetry quotes poetry on love sad urdu poetry urdu poetry
Rishi Raj
White जो खबर के काबिल नहीं है खबर ढूंढता है जिसका जीवन हो भंवर में खबर ढूंढता है मधुमक्खियां से शहद की बात करता है खुद की जिंदगी जहर में खबर ढूंढता है अफवाहों के बाजार में कोई गुम हो गया है क्या कहें शहर अब सहर में खबर ढूंढता है जमाने भर का शोर है कुछ हुआ है मगर क्यों राज बेहक़ीक़त नजर में खबर ढूंढता है ©Rishi Raj #good_night urdu poetry deep poetry in urdu
#good_night urdu poetry deep poetry in urdu
read moreVijay Vidrohi
देश में अपराध ऐसे चल रहे हैं बेगुनाहो के यहां घर जल रहे हैं। लूट लेते दिनदहाड़े राहगीर को हो रहे सरेआम कत्ल रहे हैं फस गया फिरदौस होकर बेगुनाह पुलिस वालों को भी हफ्ते मिल रहे हैं। एक नया रोजगार पैदा कर दिया है देश के युवा पकोड़े तल रहे हैं। रोजगारी न्याय और सुरक्षा के झूठे वादे देकर जान को छल रहे हैं। अर्थव्यवस्था गिरी है धड़ाम से देश के विकास का दावा कर रहे हैं। हो गए हैं एक दो बस अरबपति जिनके खाते विदेशों में चल रहे हैं। ले उड़े हैं देश के धन को भगोड़े माफ कर्जा बार-बार कर रहे हैं भुखमरी महंगाई यूं बढ़ रही है किसान-युवा आत्महत्या कर रहे हैं। ©Vijay Vidrohi देश के हालात #my #new #poem #Poetry #love #India #life #shayri #like #share poetry quotes poetry sad urdu poetry deep poetry in urdu