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Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]
New Year 2025 ["सुकून भरी जिंदगी के रंग"] **"सुकून से भरी हो हर साँस की गहराई, मस्त मौला अंदाज में हो जीवन की सच्चाई। हर सुबह ताजगी का पैगाम लेकर आए, हर शाम मोहब्बत के रंगों में सिमट जाए। ग़मों को छोड़, बस खुशियों से दोस्ती कर लो, दिल के कोनों में नई ताजगी भर लो। जो आज है, वही अनमोल कहानी बने, सुकून के संग हर पल जवानी बने।"** ©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."] #Newyear2025 #"सुकून भरी #जिंदगी के #रंग love shayari shayari love zindagi sad shayari motivational shayari
#Newyear2025 #"सुकून भरी #जिंदगी के #रंग love shayari shayari love zindagi sad shayari motivational shayari
read moreroyal_shetkari
Unsplash बाप माझा शेतकरी जगाचा कैवारी ढग येई वारा येई 🌱 काय करील तो बिचारी सांगा तुम्ही कसा आहे दिनदूबळा शेतकरी 🌽 ©royal_shetkari #leafbook बाप माझा शेतकरी जगाचा कैवारी ढग येई वारा येई 🌱 काय करील तो बिचारी सांगा तुम्ही कसा आहे दिनदूबळा शेतकरी 🌽
#leafbook बाप माझा शेतकरी जगाचा कैवारी ढग येई वारा येई 🌱 काय करील तो बिचारी सांगा तुम्ही कसा आहे दिनदूबळा शेतकरी 🌽
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कहीं बारिश तो ओले गिराए। कहीं मिलन के फूल खिलाए, रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कभी चारों तरफ़ बहारें छाईं, कभी जुदाई से भरी पतझड़ आई। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या। कभी रुस्वाई से भरी रातें थीं, तो कहीं जुदाई के आँसू बहाए। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कभी उम्मीदों का सूरज उग जाए, कभी बगैर चाँद आसमान सुना हो जाए। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या। कभी सपनों को बहार मिली, कभी उम्मीदों पर सितारे गिरे। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या। कभी पलकों पे मुस्कानें बिखरीं, कभी दिलों पे ग़मों के छाए। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या। कभी खुशियों का झरना बहा, कभी ख़ामोशियाँ गूंजीं यहाँ। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या। कभी सर्द हवाओं में आग जली, कभी गर्मी में बर्फ़ पिघली। रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या। ©theABHAYSINGH_BIPIN #love_shayari रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कहीं बारिश तो ओले गिराए। कहीं मिलन के फूल खिलाए, रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कभी चारों तरफ़ बहा
#love_shayari रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कहीं बारिश तो ओले गिराए। कहीं मिलन के फूल खिलाए, रंग-मौसम ने दिखाए क्या-क्या, कभी चारों तरफ़ बहा
read morePratima pathak
Unsplash रंग बदलती दुनिया देखी देखा जग व्यवाहर जब दिल टूटा तो भाया ठाकुर तेरा दरबार जय श्री कृष्णा ©Pratima #leafbook रंग बदलती दुनिया देखी 🌍🌍
#leafbook रंग बदलती दुनिया देखी 🌍🌍
read moreVilas Bhoir
White मला यात शंकाच नाही की, माझा देश स्वतंत्र आहे.... माझा देश खरंच स्वतंत्र आहे का? मला यातच शंका आहे महिलांवर होणारे हिंसाचार, आत्याचार सगळं अजूनही तसचं चालू आहे मग सांगा पाहू तुम्हीच, कसं म्हणता येईल माझा देश स्वतंत्र आहे.... स्त्री स्वबळावर सक्षम तर झाली पण पुरुषी अंहकार तसाच शिल्लक आहे मग आपण कसे म्हणू शकतो की, माझा देश स्वतंत्र आहे.... स्त्री शिक्षित होऊनही बंधनात कायम अडकलेलीच आहे जरा वेषभूषात बाहेर पडली की, पुरुषी एकटक नजरा अजूनी झेलते आहे वर्तमानपत्रात रोजच ती च्या विषयी छापलेलं एकतरी पान आहे स्वातंत्र्याच्या या दुनियेत कसं म्हणावं माझा देश स्वतंत्र आहे.... जेंव्हा स्त्री स्वतंत्र होईल ना तेंव्हाच खऱ्या अर्थाने म्हणता येईल माझा देश स्वतंत्र आहे.... ©Vilas Bhoir माझा देश खरंच स्वतंत्र आहे का? # Khayal-e-pushp Achman Chitranshi Dhanraj Gamare अश्लेष माडे (प्रीत कवी ) Ankita Tantuway
माझा देश खरंच स्वतंत्र आहे का? # Khayal-e-pushp Achman Chitranshi Dhanraj Gamare अश्लेष माडे (प्रीत कवी ) Ankita Tantuway
read moreMayuri Bhosale
रंग.... रंगांची मज्जाच काही वेगळी, या अनोळख्या दुनियेत सहभागी होती सगळी. नाही म्हणले तरी कुणी, सामावून घेतो सर्वांनाच मनी. लाल रंगाची चढली लाली प्रेमाला, गुलाबी रंग विश्वास जणू त्यातला. हिरवा रंग बहरतो श्रावणात, निळा रंग पसरे साऱ्या अवकाशात. पांढरा रंग तर आहे शांत जणू काहीसा, पिवळा रंग येऊनी जवळ करतो मग हवाहवासा. रंगा शिवाय अर्थ नसे या जीवनाला, बरेचसे चांगल्या वाईट छटा उमटती या मनाला. ©Mayuri Bhosale रंग
रंग
read moreI͓̽n͓̽n͓̽o͓̽c͓̽e͓̽n͓̽t͓̽ b͓̽e͓̽w͓̽a͓̽f͓̽a͓̽
अब सराफत का चोला उतार फेंका है जैसी दुनिया हमारा भी रंग वैसा है 🤨
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी अंधो को भी सुबह का एहसास हो अंतिम छोर तक हर्षोउल्लास हो गैर बराबरी शिक्षा से मिटे सबको जीने का एक सा अधिकार हो हुनर पनपे सभी प्रतिभा का सम्मान हो मगर गला काट कर, मर्यादा भंग दायरे के बहार प्रशासन के सब अंग अनैतिकता के दिखते सियासती रंग नही बचा अब जनता पर जीने का ढंग मायूसी से चेहरे बिगड़ रहे है रोजगार व्यापार मेहनत का फल नही दे रहे है अराजकता की पीके भंग लूट पाट के दिखते सत्ताओ के ढंग प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari मायूसी से चेहरे के रंग बिगड़ रहे है
#love_shayari मायूसी से चेहरे के रंग बिगड़ रहे है
read moreAnjali Singhal
Love 💞 "आपने ही भरे हैं मुझमें अपने प्यार के रंग, एहसासों में घुल रहे हैं जो मेरी साँसों के संग। कुछ रंग प्यार के तो ले गई हवा बहाकर, फिज़
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