Nojoto: Largest Storytelling Platform

New समुद्र तल से ऊंचाई Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about समुद्र तल से ऊंचाई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, समुद्र तल से ऊंचाई.

Stories related to समुद्र तल से ऊंचाई

unique writer

गुणों से पहचान

read more

Mayuri Bhosale

समुद्र.... (रहस्यमय न उलगडलेले एक गुपित) 

उधळती समुद्राच्या वाऱ्याबरोबर लाटा, 
आतमध्ये दडलेल्या प्रश्नांना मिळतात  मनासारख्या वाटा.
किनारी ओथंबून वाहे शांत निर्मळ हवा, 
मेघ बरसती आठवती सुखद क्षणांचा तो गारवा. 
आकाशाचा रंग तू पांघरलास सभोवती,
खळखळाट आवाज पाण्याचा  गाणे मंजुळ गाती. 
आयुष्य हे तुझ्यासारखे खोल रुंद पातळी,
स्वतः जळत राहूनही प्रकाश देई मेणबत्ती मधील सुतळी. 
तुझ्यातील भरती ओहोटीचे कौतुक असे,
समुद्राचे ते वेगळेच रूप मग दिसे. 
भरतीचा नाही कुठला गर्व त्यास, 
ओहोटीची ही नाही कुठली खंत  त्याच्या मनास.
रोज नव्याने तू जगुनी घेतो,
असला उन्हाळा ही पाटीवर तू झेलतो. 
रात्री सोबतीस असे  चांदण्याचा शिंपलेला सडा,
खूप काही शिकण्यासारखे मिळतो जीवनास नवीन धडा.
तुझी किती आहे ती अबोल वेगळी भाषा, 
उमटवतोस जगण्याची नवीन एक आशा.
असे तुझे रहस्यमय दडलेले एक गुपित, 
कधीच न उलगडलेले कोडे सामावून घेऊ आयुष्याच्या मुठीत

©Mayuri Bhosale #समुद्र

Lalit Saxena

शायरी दिल से

read more
बढ़ गई है आजकल औकात हमारी
थाने में कल हुई है दरयाफ़्त हमारी

मुंसिफ़ को है मालूम पेशेवर गवाह है
शायद करेगा वो ही शनाख़्त हमारी

इस झूठ के शहर से परेशान हैं बहुत
सच की रही है आदत हज़रात हमारी

आदमी होना है अगर जुर्म तो कुबूल
और क्या होनी है तहक़ीक़ात हमारी

बस्ती है ये प्यार की,आबोहवा बेहतर
पूछी न जाए मज़हब ओ जात हमारी

एक रोज़ तो सुनें, दिल की ख्वाहिशें 
एक बार तो पढ़िए दरख़्वास्त हमारी

©Lalit Saxena शायरी दिल से

Lalit Saxena

#Book दिल से

read more
Unsplash मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं
तारीफ़ तो मेरे बेवफ़ा हालातों की है
जो मुझे लिखने के लिए हर पल, हर लम्हा
बेताब करते है।।।।।
गर ये लम्हे ये हालात ये अफसाने ना होते
..............तो क्या मैं लिखता?
कोई कवि, शायर, गजलकार, या फनकार
कलम कही पड़ी होती किसी कोने में
और कागज़ हवा में उड़ रहे होते
कैसा लगता....ख्वाबों में गोते लगाना
डूब कर अंधेरों में कही दफ़न हो गए होते।
मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं!!!

©Lalit Saxena #Book दिल से

Parasram Arora

जिंदगी से गुफ़्तगू

read more
Unsplash जिंदगी को अपना समझ 
कर मैंने उससे गुफफ़्तगू  
करली और बहूत
सारे अपने राज़ भी
उससे  साझा कर लिए
 
अब पछता रहा हूँ कि
 कही वो मेरे राज़ 
सबकेसामने उगल न दे  
काश जिंदगी मेरी  बहरी होती

©Parasram Arora जिंदगी से गुफ़्तगू

Shishpal Chauhan

#मेरी लेखनी से

read more
White अपनी लेखनी से कभी लिखता हूँ, कभी लिखकर मिटाता हूँ ।
कभी हृदय का प्रेम छुपाता हूँ, कभी सोए हुए को जगाता हूँ ।
लेकिन मैं सोचता हूँ कि तुमने मेरी लेखनी से प्यार नहीं किया
यह तुम्हें मैं क्यों बताता हूँ ,
तुमने तो मेरे व्यक्तित्व से प्रेम किया; यह सोचकर सहम-सा जाता हूँ ।
तुम्हें पढ़ने की फुर्सत नहीं है ; यूँ ही दिल को ठेस पहुँचाता हूँ,
मुझे वो चेहरा पसंद नहीं है ; केवल दिखावा करता है 
मैं आपनी लेखनी से ही मन को बहला लिया करता हूँ ।
अ मेरे जीवन साथी शायद तुम्हें पता ही नहीं
मेरी जिंदगी को तुमने कितना बदल दिया
सोते हुए नींद में भी लिख लिया करता हूँ ,
लेकिन तुम्हें क्या फर्क पड़ता है  मेरी नींद हराम करने वाली
बेकार में ही दिल की धड़कन  बढ़ा लिया करता हूँ।
तुमने मेरी प्रेम की गहराईयों को समझा ही नहीं 
तेरी यादों से ही बेरहम अंधेरी रात काट लिया करता हूँ,
तुम साथ न दो कोई बात नहीं ; अश्कों को ही स्याही बना लिया करता हूँ।
मैं तुमसे मिलने से पहले  एक बेजान-सा पुतला था
तुमने ही मुझे दिया नाम, पी लिया करता हूँ गमों का जाम।
पहचान और शोहरत दी बस तू मेरे साथ रहे यही मैं चाहता हूँ,
जैसे सुनार सोने को पिघलाकर आकार देता है 
तुमने मेरी जिंदगी ही बदल दी 
तुम से जुदा न हो पाऊँगा  बस तुझमें ही खो जाना चाहता हूँ।
कितने लोग आए और कितने चले गए 
कईयों के रिश्ते बिगड़ गए तो कईयों के संवर गए
सुख हो दुख हो तुम्हारे संग हर लम्हा बिताना चाहता हूँ,
कुछ लोग प्यार की गंभीरता को समझते हैं 
वे दुनिया को बहुत कुछ दे जाते हैं  शायद मैं भी उनमें से एक हूँ 
अपने मधुर शब्दों से यादें छोड़ देना चाहता हूँ।
प्यार में झूठे वायदे झूठी कसमें खाई जाती है 
उनको निभाता है कोई-कोई ऐसे बंधन में नहीं मैं बंद जाना चाहता हूँ,
प्रेम ईश्वर का दिया एक नायाब तोहफ़ा है; उसमें एक अलग खुशबू है 
अपनी पवित्रता का ख्याल रखना चाहता हूँ ।
लेखन बयां कर देता है दिल का हाल – चौहान, लेखनी है मेरी जान ।।

©Shishpal Chauhan #मेरी लेखनी से

एस पी "हुड्डन"

White बंद कमरों में  बैठ  कर धूप नहीं तापी जाती,
आसमाँ  की ऊंचाई पैरों से नहीं नापी जाती।
कोई बात तो थी उस धोती चश्मे वाले बूढ़े में,
ये नोटों पर तस्वीरें ऐसे ही नहीं छापी जाती।

©एस पी "हुड्डन" #ऊंचाई

unique writer

खुद से दोस्ती

read more

Sarfaraj idrishi

#swiftbird ऊंचाई हासिल करना चाहते हो तो बाज़ बनो धोखे बाज़ नही Islam Monu Kumar gudiya h m alam s Sethi Ji Rina Giri

read more
ऊंचाई हासिल करना चाहते हो तो
 बाज़ बनो धोखे बाज़ नही

©Sarfaraj idrishi #swiftbird ऊंचाई हासिल करना चाहते हो तो बाज़ बनो धोखे बाज़ नही Islam Monu Kumar  gudiya  h m alam s  Sethi Ji  Rina Giri

पूर्वार्थ

#जख्म से जीता

read more
White बैठी हैं क्यों दर्द लिए;
आतीत-सा मन को शान्त किये ।
जो बीते पल माहुर से थे;
आज क्यों उनके जाम पिए।
भविष्य सुनहरा राह देखता;
तेरे हर पल आने की,
हौसले से तोड़ बेड़ियाँ
जख्म भरे अल्फाजों की
देख आसमाँ भर ऊँची उड़ाने;
आगे बढ़ तू इसी बहाने ,
दर्द मिटा तू ख्व़ाब गढ़ ;
भूल न उसे ;
जो कहता तू आगे बढ़।
जीवन समर में कुछ ऐसे उतर ;
शत्रु हो जाए छितर - बितर।।
मौत भी घबराए तुझ तक आने के लिए ,
तू बन जा एक मिसाल इस जमाने के लिए।।

©पूर्वार्थ #जख्म से जीता
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile