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Rameshkumar Mehra Mehra
जज्बात लिखे तो............... मालूम हुआ..! पढ़े-लिखे लोग भी.... पढ़ना नही जानते.... ©Rameshkumar Mehra Mehra # जज्बात लिखे तो,मालूम हुआ,पढ़े-लिखे लोग भी,पढ़ना नही जानते....
# जज्बात लिखे तो,मालूम हुआ,पढ़े-लिखे लोग भी,पढ़ना नही जानते.... #Quotes
read moreSONU SUTHAR
White सेठानी खुद ही समझ जाए सेठानी खुद ही बताएं यह तो वही बात हो गई ...... प्यासे के पास चलकर खुद समंदर आए पुष्प खुद ही खील जाए बिना बारिश के बीज अंकुरित हो जाए बिना मकरंद के भंवरा गुनगुनाए बिना बदल के बारिश हो जाए ..... अब आप ही बताएं यह सब कैसे सच हो जाए? ©SONU SUTHAR #good_night कैसे बताएं...
#good_night कैसे बताएं... #कविता
read moreमलंग
White ये बात उनकी ही थी तो उनसे कहते कैसे, सारी मुलाक़ात ,मोहब्बत,गिला शिकवा उनसे ही थी तो उनसे कहते कैसे , ख्वाब वो मेरे थे ख्वाइसे सारी उनकी मुझसे थी, सारे सपने तोड़ देते कैसे। ©मलंग #कैसे
हिमांशु Kulshreshtha
White किस तरह ख़ुद को तुम से ज़ुदा कर के देखूँ मैं मैं भी तो तुम ही हूँ फ़िर, किस तरह तुम से ज़ुदा हूँ मैं ©हिमांशु Kulshreshtha कैसे...
कैसे... #शायरी
read moreDr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
#RecallMemory वक्त कैसे कैसे वक्त दिखाता है #कलमसत्यकी #जिंदगी #शायरी #कलमसत्यकी©️✍️
read moreANIL KUMAR
White मैं डरता हूँ उस वक़्त से कोई ये पूछ न ले जब रूह में समाया था तो वो बिछड़ा कैसे ©ANIL KUMAR वो बिछडा कैसे!
वो बिछडा कैसे! #Life
read moremalay_28
White कहीं तुम हो कहीं हम हैं मुहब्बत हो तो कैसे हो ख़ुदा अब दूर इंसां से इबादत हो तो कैसे हो ग़ुलामी दौड़ती खूँ में बग़ावत हो तो कैसे हो नहीं पहचान है अपनी अदावत हो तो कैसे हो बना पत्थर रहा करता नज़ाक़त हो तो कैसे हो ©malay_28 #कैसे हो
ANOOP PANDEY
पत्र तुमको लिखा यह खता थी मेरी तुम जो समझे नहीँ वो वफा थी मेरी रात को जागकर मैंने उसको लिखा नीर- नयनों में भरकर उसको है रचा उसने अक्षर नहीँ मेरे अहसास थे जिन्हें समझे ना तुम वो ख्यालात थे तुमको सबही है यारा ओ झूठा लगा कौन कितना है टूटा ये भी ना दिखा आज आती हँसी तेरी हर सोच पर तूने जो भी किया उस हसीं खेल पर मैंने जैसा था सोचा तू वैसा ना मिला साथ रहकर मेरे ही तू दगा कर गया क्या कहूँ मैं सनम उस अजब खेल पे जिसमें खंजर अनौखा मुझी पे चला दर्द को सह गया मैंने उफ्फ भी न की ना ही आँसू बहाए ना मिन्नत ही की तू मेरी थी चाहत बस इतना हीं सुन ना मैं हर्गिज कहूँ कि मुझॆ ही तू चुन मैं वफा ,इश्क, यारा और अहसास हूँ जिस तलक तू न पहुंचे वो ख्वाब हूँ दिल यह अपना हवाले अब कान्हा के उनको चरणों में रहता मैं इक दास हूँ ©ANOOP PANDEY #पत्र💚
पत्र💚 #Love
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