Find the Latest Status about मुन्ने छात्र अब soja from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मुन्ने छात्र अब soja.
Anuj Ray
White आरज़ू अब कुछ नहीं" तुमको पाने के बाद , आरज़ू अब कुछ नहीं, सब झूठ है जमाने में रब के, बाद सिर्फ़ तू सही। ©Anuj Ray # आरज़ू अब कुछ नहीं"
# आरज़ू अब कुछ नहीं" #शायरी
read moreRAVI PRAKASH
White बैठ कर ख़ामोश् अब तुम्हें आज़मायेंगे देखते है हम तुम्हें कब याद आयेंगे ©RAVI PRAKASH #sad_shayari बैठ कर ख़ामोश् अब
#sad_shayari बैठ कर ख़ामोश् अब #शायरी
read moreArora PR
White अब मुझे हैरानी नहीं होती ज़ब मै देखता हु खुदको धड़ल्ले से झूठ बोलते हुऐ ©Arora PR अब मुझे हैरानी नहीं होती
अब मुझे हैरानी नहीं होती #कविता
read moreRAVI PRAKASH
White बैठ कर ख़ामोश् अब तुम्हें आज़मायेंगे देखते है हम तुम्हें कब याद आयेंगे ©RAVI PRAKASH #Free ख़ामोश् अब
THe Aniita (मेरे अल्फाज़ )
White इतना आसान नहीं है मेरा आगे बढ़ना जितना तुम्हें लग रहा है,,,, क्योंकि,,,,, मेरा अंदर ही अंदर पल पल टूटना.. बिखरना.. संभलना.. तुमने देखा ही नहीं ©THe Aniita (मेरे अल्फाज़ ) #अब संभलना मुश्किल है,,,,
Radhey Ray
White एक खत ................................................. 👉27/04/2024 अब जब मेरे होने या ना होने से मेरे किरदार मे कोई फर्क नही पड़ेगा। फिर खत्म करो प्रभु इस कहानी को क्यु इसे अब तक चला रहे हो l या तो खतम करो या फिर आगे की राह दिखाओ ये फिजूल की साँसों से अब मै ऊब गया हु..... तुम्हे देख सकता नही, अगर देख भी लिया फिर क्या ही हो जायेगा, पहले भी बदहाल थे, अब भी बर्बाद रहेंगे।।।।।।। 🚫ADDICTED ©Radhey Ray #GoodMorning अब मुक्त करो
#GoodMorning अब मुक्त करो #SAD
read moreINDIA CORE NEWS
Shashi Bhushan Mishra
अंधेरे की सोहबत से आजाद हूँ अब, बेख़बर सुनता कोई फरियाद हूँ अब, नहीं है ख़्वाहिश दिखाई दूँ शिखर पे, मुक़म्मल से घर की बुनियाद हूँ अब, फूल कलियों से चमन में ताज़गी है, दुआओं के इत्र से आबाद हूँ अब, चाँदनी उतरी है दिल के दरीचे में, लग रहा जैसे कोई महताब हूँ अब, जलने वाले इस क़दर हैरानगी से, देखते जैसे कोई तेजाब हूँ अब, झुकाते हैं शीश दरवाजे पे आकर, नगर सीमा पर खड़ी मेहराब हूँ अब, ख़त्म दौर-ए-जहाँ का करके गुंजन, ख़ुद से मिलने को बड़ा बेताब हूँ अब, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #आजाद हूँ अब#
Bulbul varshney
आंखों ही आंखों में तुमसे प्यार हो गया हमने दिल को संभाले रखा था पर फिर भी न जाने ये दिल कब तुम्हारा हो गया। ©Bulbul varshney #अब अब ये दिल हमारे बस में नहीं है।
हिमांशु Kulshreshtha
गुलाबी शहतूत से होंठ जिनसे.. एक एक शब्द प्रेम से पगा ऐसे स्फुटित होता था सैकड़ों गुलमोहर जैसे एक साथ झर रहे हों वो शिद्दत याद आ रही है वो आंखे याद आ रहीं हैं ब्रह्मांड के समूचे प्रेम को गूंथ कर भी जो कल्पना में नहीं आ सकतीं वो चितवन... वो अदा.. वो नफासत... पर.. एक पल में झटक देता हूँ अब ..... इस डर से कि.. उसे देखने भर से फिर मोहब्बत ना हो जाए कहीं .. .. उसकी किसी तस्वीर को अब कभी गौर से नहीं देखता वो पर्याय है भूली कविताओं का.. बिसरी स्मृतियों का विसर्जित दुखों का...... विसर्जित.. और त्याज्य का मोह व्यर्थ है उसके लिए बहते आँसू व्यर्थ हैं ये व्यथा व्यर्थ है.... सब...व्यर्थ ही तो है ©हिमांशु Kulshreshtha अब...
अब... #Shayari
read more