Find the Latest Status about हथिनी कहानी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हथिनी कहानी.
ayush Kumar
कितने दिनों से भूखी हथिनी गई खोज में आहार वह दुष्ट मनुष्य में कर दिया उस पर प्रहार मनुष्य का प्रहार अनानास में रखकर बम उस हथिनी मुख को कर दिया पूरा खत्म तीन दिन पानी में रही दुख दर्द की नदियां सही भूख दर्द से प्यारी हथिनी गई वह मर देख पुलिस डॉक्टर आती है उसके बाद पता चलता है हथिनी गर्भवती है प्यारी हथिनी
प्यारी हथिनी #कविता
read moreNainsi Gupta
#जानवर का दर्द# अरे मानुस!तुझे क्या कहकर पुकारे कोई☝️ न तू इंसाँ है,न ही तुझमें इंसानियत.. तू तो इंसाँ के रूप में वो☝️हैवान है जो,हैवान का भी हैवान है जिसने एक भूख से बिलखती, दर2 भटकती हथिनी के दर्द को समझना नहीं बल्कि उसे पटाखा भरे अनानास को खिलाना ही जरूरी समझा.. काश की तू इस जगह खुद ही रहता तो तुझे पता चलता की तूने☝️किया क्या है? तुझे खुदा क्या तेरी☝️हैवानियत को इंसाँ ही नहीं क्षमा करेंगे.. N.gupta ##हथिनी का दर्द##
##हथिनी का दर्द## #जानवर #Life_experience
read moreपायल कश्यप
(एक हथिनी माँ) "मुझे इंसान से कोई मलाल ना होता, गर्भ में अगर मेरे, नन्हा सा फूल ना होता, विस्फोटक के साथ चाहे, लाठिया भी बरसाते। जीवन मे कभी किसी को सताया नहीं था, हानि तो दूर की बात, कभी घूरा भी नही था। मैं भी माँ का सुख, अनुभव कर पाती, यहीं सपना सँजोये बैठी थी, खिलाया जिस पल इंसानों ने फल मुझे, मैं भी गद गद हो बैठी, माँ बनूंगी, शायद सब खुशियां मना रहे हैं, पर पाप था उनके मन मे गहरा, समझ ना पाई, मैं गर्भनि, ओर माँ को मार डाला, पैदा होने से पहले, बच्चे को अनाथ बनाया, छोड़ के जा रही हूँ, मेरे लाल तुझे, पापी इंसानो के बीच में, हे इंसान, एक माँ की तो कदर कर ना सके, मेरे नन्हें से फूल का ख्याल रख लेना, शायद माफ़ कर दे, मेरी आत्मा, सारे, गुनाह तुम्हारे।। (एक हथिनी माँ) पायल कश्यप। थानाभवन/शामली। (उत्तर प्रदेश) एक हथिनी माँ !
एक हथिनी माँ ! #विचार
read moreMayaank Modi
लाखों सवाल लिए, मौत दहलीज़ पर खड़ी है । सिर्फ हथिनी ही नहीं साहब, मानवता भी मरी है ।। काला चाँद उजागर, काला समंदर दिख रहा है । हमको बरबादी का हर तरफ, मंजर दिख रहा है ।। अपनी ही देन है ये, जो आफतों की घड़ी है ।। सिर्फ हथिनी ही नहीं साहब, मानवता भी मरी है ।। #yqbaba #yqhindi #हथिनी
पायल कश्यप
(एक हथिनी माँ) "मुझे इंसान से कोई मलाल ना होता, गर्भ में अगर मेरे, नन्हा सा फूल ना होता, विस्फोटक के साथ चाहे, लाठिया भी बरसाते। जीवन मे कभी किसी को सताया नहीं था, हानि तो दूर की बात, कभी घूरा भी नही था। मैं भी माँ का सुख, अनुभव कर पाती, यहीं सपना सँजोये बैठी थी, खिलाया जिस पल इंसानों ने फल मुझे, मैं भी गद गद हो बैठी, माँ बनूंगी, शायद सब खुशियां मना रहे हैं, पर पाप था उनके मन मे गहरा, समझ ना पाई, मैं गर्भनि, ओर माँ को मार डाला, पैदा होने से पहले, बच्चे को अनाथ बनाया, छोड़ के जा रही हूँ, मेरे लाल तुझे, पापी इंसानो के बीच में, हे इंसान, एक माँ की तो कदर कर ना सके, मेरे नन्हें से फूल का ख्याल रख लेना, शायद माफ़ कर दे, मेरी आत्मा, सारे, गुनाह तुम्हारे।। (एक हथिनी माँ) पायल कश्यप। थानाभवन/शामली। (उत्तर प्रदेश) #Hashtag एक हथिनी माँ 😢
#hashtag एक हथिनी माँ 😢
read moreAMIT
"इंसानों" की इस हरकत को.. जंगल में माफ करेगा कौन ...? दोनों में था कौन "जानवर"... ये इंसाफ करेगा कौन..?? मुझको भी जीने का हक है..यह धरती मेरा भी घर है, जन्म से पहले मार दिया..क्या तुमको मुझसे भी डर है, इन शर्म से डूबे चेहरो को.. अब फिर से माफ करेगा कौन..? चेहरों की इस कालिख को.. आगे बढ़कर साफ करेगा कौन..? दोनों में था कौन "जानवर"... ये इंसाफ करेगा कौन..?? -------अमित #केरल में हथिनी की दर्दनाक मौत पर..
#केरल में हथिनी की दर्दनाक मौत पर..
read moreDurga Bangari
मैं उसकी, पूरी कहानी का "मैन" क़िरदार ना सह़ी । पर मेरे बिना उसकि कहानी अधुरी रहेगी ॥ #कहानी-कहानी
#कहानी-कहानी
read moreDpk Kumar
पता नहीं क्यों इस अफसाने के बिना जिंदगी क्यों अधूरी लगती है यह दो लोगो के एक होने की कहानी है।। कहानी #कहानी
कहानी #कहानी
read moreKoyaComputerWork
घास, बकरी और भेड़िया एक बार की बात है एक मल्लाह के पास घास का ढेर, एक बकरी और एक भेड़िया होता है। उसे इन तीनो को नदी के उस पार लेकर जाना होता है। पर नाव छोटी होने के कारण वह एक बार में किसी एक चीज को ही अपने साथ ले जा सकता है। अब अगर वह अपने साथ भेड़िया को ले जाता तो बकरी घास खा जाती। अगर वह घास को ले जाता तो भेड़िया बकरी खा जाता। इस तरह वह परेशान हो उठा कि करें तो क्या करें? उसने कुछ देर सोचा और फिर उसके दिमाग में एक योजना आई। सबसे पहले वह बकरी को ले कर उस पार गया। और वहाँ बकरी को छोड़ कर, वापस इस पार अकेला लौट आया। उसके बाद वह दूसरे सफर में भेड़िया को उस पार ले गया। और वहाँ खड़ी बकरी को अपने साथ वापस इस पार ले आया। इस बार उसने बकरी को वहीँ बाँध दिया और घास का ढेर लेकर उस पार चला गया। और भेड़िया के पास उस ढेर को छोड़ कर अकेला इस पार लौट आया। और फिर अंतिम सफर में बकरी को अपने साथ ले कर उस पार चला गया। सीख – मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी हो, खोजने पर समाधान मिल ही जाता है। ©KOYA COMPUTER WORK कहानी #कहानी
कहानी #कहानी
read more