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Death_Lover
हे जटाधारी, हे नाथों के नाथ कुछ रचना नई रचाओ, कुछ नया न सही कम-से-कम पुराना ही रूप दिखाओ जो सृष्टि सो चुकी है किसी अंधकार में, अब आ कर उसका उद्धार कर जाओ (हे जटाधारी, हे नाथों के नाथ अब आ भी जाओ) 🔱☀ॐ भगनेत्रभिदे नमः☀🔱 #सावन #शिव #जटाधारी #हिमान्शु_तोमर
Sudipta Mazumdar
# ओं जटाधारी शिवशंकराय नमः Mukesh Poonia Aadarsha singh Achal Sharma
Sudipta Mazumdar
ओं जटाधारी शिवशंकराय नमः Mukesh Poonia Achal Sharma Aditya Suri
Raushan_rosi
#OpenPoetry उसके डर से कल भागें भक्त को संकट से बचावें पापीयों का जो विनाश कर दे महाकाल है वो सब दुःख हर ले #महाकाल #भोलेबाबा #महादेव #जटाधारी #mywords #poem #quotes #shayari #instagram #thought #dilse #stories
Akash Kedia
ॐ नमः शिवाय कभी किसी भी हाल में ना छोड़ा साथ अपने भक्तों का ; वो ऐसे देव हैं छोटा, बड़ा, अमीर, ग़रीब या हो कोई और ; उनके लिए सब एक हैं नीलकंठ, जटाधारी, कैलाशपति और नजाने कितने ही नाम है उनके जिनके जाप से मीट जाता हर दुख और दर्द ; मन के भोले वो शिवशंकर महादेव हैं -Akash Kedia #शिवरात्रि #जयशिवशंकर #महादेव #भोलेनाथ #नीलकंठ #जटाधारी Deepshikha Agarwal Lakshmi singh Samhita Nandi Binita Singh Saurabh The SMJ
rupesh sharma
शिव शंकर जय भोले भंडारी, मेरी भी दुःख हरलो हे त्रिपुरारी, शीश चंद्र जय जटाधारी, नमन नीलकंठ हे विषधारी। ©rupesh sharma शिव शंकर जय भोले भंडारी, मेरी भी दुःख हरलो हे त्रिपुरारी, शीश चंद्र जय जटाधारी, नमन नीलकंठ हे विषधारी।#Rupeshsharma #Shiva
rupesh sharma
शिवशंकर जय भोले भंडारी, मेरी भी हर लो दुःख सारी, कब तक भटकूँ मैं हे त्रिपुरारी, शरण में ले लो हे जटाधारी। शिवशंकर जय भोले भंडारी, मेरी भी हरलो दुख सारी, कब तक भटकू मैं हे त्रिपुरारी, शरण में ले ले हे जटाधारी। #shivratri #bholebhandaari #tripuraar
SONALI SEN
मंथन मे विष को धार के, विषधारि हो गये, त्रिपुर को बाण मार के, त्रिपुरारि हो गये, जब-जब धरा पे संकटों ने डेरा डाला है, सब संकटों को काट, जटाधारी हो गये।। ©SONALI SEN मंथन मे विष को धार के, विषधारि हो गये, त्रिपुर को बाण मार के, त्रिपुरारि हो गये, जब-जब धरा पे संकटों ने डेरा डाला है, सब संकटों को काट, जटा
Anupama Jha
विस्तृत चादर सा फैला आकाश स्निग्ध ,नीलाभ सा (कविता अनुशीर्षक में) #yqdidi#आकाश विस्तृत चादर सा फैला आकाश स्निग्ध ,नीलाभ सा मुलायम कपास सा गोल मटोल बादल उड़ता ,तैरता सा
AB
यक्षस्वरूपाय जटाधराय पिनाकस्ताय सनातनाय । दिव्याय देवाय दिगंबराय तस्मै “य” काराय नमः शिवायः॥ 💕🌸 ॐ नमः शिवाय 🌸💕 _________________________________________________ अनुवाद :- जिन्होंने यक्ष स्वरूप धारण किया है,