Nojoto: Largest Storytelling Platform

New ग़ज़ल विधा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about ग़ज़ल विधा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ग़ज़ल विधा.

प्रकाश " प्रिये"

newyearresolutions सालमुबारक शेर शायरी ग़ज़ल दोस्त शायरी शायरी हिंदी में शेरो शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी लव शायरी

read more
New Year Resolutions चलो फिर से मुस्कुराओ नये साल में।
उलझनों को भूलजाओ नये साल में।

पुराने साल में ग़म लाख तुम हो सहे;
नया कोई कदम उठाओ नये साल में।

©प्रकाश " प्रिये" #newyearresolutions 
#सालमुबारक 
#शेर 
#शायरी 
#ग़ज़ल  दोस्त शायरी शायरी हिंदी में शेरो शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी लव शायरी

Lalit Saxena

ग़ज़ल

read more
हमने ख़ुद को ज़िंदा जलते देखा है 
रोशन दिन आँखों में ढलते देखा है 

सांस-सांस पीर कसमसाती रहती 
मुर्दा सपने पांवपांव चलते देखा है 

उगते सूरज के जलवे देखे हर दिन
उदास शाम को भी उतरते देखा है 

ख़्वाहिशें, सारे ही रंग उतार देती है
उम्रदराज़ को भी, मचलते देखा है 

दरवाजे पर नहीं कोई  दस्तक हुई
हर सुब्ह उन्हें वैसे गुज़रते देखा है 

दिन बुरे हों, तो ये दरिया भी सूखे
बुलंदियों को भी, बिखरते देखा है

©Lalit Saxena ग़ज़ल

SumitGaurav2005

Unsplash थोड़ा सा उजाला मिल जाए।
गिरते को सहारा मिल जाए।
भटका हुआ है जो मुसाफिर,
मंज़िल अब दुबारा मिल जाए।
डूब रहा शख़्स जो भँवर में,
डूबते को किनारा मिल जाए।
तलाश है हमें हमसफर की,
सनम वो प्यारा मिल जाए।
चाहते तुम्हें दिल-ओ-जान से,
तुम्हारा भी इइशारा मिल जाए।
✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎

©SumitGaurav2005 #camping #Love  #lovequotes #ग़ज़ल #ghazal #sumitgaurav #sumitmandhana #sumitkikalamse #humsafar #jeevansathi  most romantic love shayari in

संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po

read more
White मातामही मातामहः ग्राम:
अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म 
पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, 
मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः
 इति ज्ञातम्। 
पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः 
अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म,
हिन्दी अनुवाद 
नाना नानी के गांव
वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था 
जो गांव में बिता करता था 
पगडंडी पर खेत खलिहानों का 
जायजा लिया जाता था,
सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा 
करता था जब नाना नानी के गांव 
बचपन में जाना हुआ करता था,

©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित 
शीर्षक 
नाना नानी के गांव
मातामही मातामहः
विधा विचार 
भाव वास्तविक 
#Trending #wellwisher_taru #Po

SumitGaurav2005

"हालात ए बयां, दर्द ए ग़ज़ल -2 " ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'💔 #BreakUp #Bewafa fa #Bewafai #sumitkikalamse #sumitmandhana #sumitgaurav Life_expe

read more

SumitGaurav2005

"हालात ए बयां, दर्द ए ग़ज़ल -1 " ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'💔 #BreakUp #Bewafa #Bewafai #sumitkikalamse #sumitmandhana #sumitgaurav Life_experie

read more

संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

चिलमन=पर्दे ख़लिश=शिकायत राफ़्ता= संबंधित दरमियां ए साहिल= मझधा, मुकद्दर(भाग्य) स्वलिखित गज़ल शीर्षक समंदर आंखों का विधा गज़ल भाव वास्त

read more

Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma

#poetryunplugged #ग़ज़ल 'दर्द भरी शायरी' Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) abhishek sharma RAVINANDAN Tiwari दुर्लभ "दर्शन" Rekha💕Sharma

read more

संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु

हमारी वास्तविक आवाज शीर्षक क़रीना (ढंग) विधा उर्दू शायरी भाव वास्तविक आपके बोलचाल का लहज़ा ही आपको अपनों के करीब और अपनों से दूर करता है

read more

dharmendra kumar yadav

ग़ज़ल

read more
White मज़ाक था या सच जाने क्या सोचकर आया था 
मेरा  अज़ीज़  मुझको गिफ्ट में आईना लाया था

वो आसूं  सिर्फ  आसूं नहीं बाग़ी  भी हो  सकते थे
पर क्या शख्स रहा था वो जो फिर भी निभाया था

जिससे  ज्यादातर  नाराज़  ही  रहता  रहा ये दिल
उसको ही  अपने  बुरे दिनों में अपने साथ पाया था

वो  मेरी  जान  से  जिक्र  की  है कि  वो मेरी होती
जो मुझे  उन  दिनों  बर्बाद ओ  बेकार  बताया था

©dharmendra kumar yadav ग़ज़ल
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile