Find the Latest Status about खत्री जाति from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खत्री जाति.
खत्री श्रेय अरोरा हिमान्शु
मैंने उन्हें अपना माना अपना समंझ कर लेकिन वो तो मुझे छोड़ गए पराया कर गए गेर मान कर #खत्री
Omprakash Khatri
नीड़ डाल तृण पर , जीवन है यह ऋण पर। भड़क रही है ज्वाला - सी, अतीत के मलाल - सी। है यह विशुद्ध रूप का, प्रकाश अतुल अनूप का। बुला रही है, तप्त मही, तरंग लहू की बह रही। यह तेज अचल भाल पर, विकट कष्ट काल पर। सम्बंध है यह औचित्य के, निर्लज्ज,दुष्ट,प्रपंच के। रूष्ट हो यह मही खड़ी, पुकारती यह अविचल अड़ी। क्या , ऋण इसका चुकाऊ, शीश चरण पर झुकाऊ। बह रही है धार देखो!इस नवीन प्रपात से, छपक-छपक कर पड़ रही,नीर बूंदे प्रपात से। शीर्ष से उठा यह,मही की रज पखारने, धूल से इस मही की,सागर का वियोग पाटने। अन्न को यह उदर से अपने, सह दरार ,वक्ष मे अपने। मनुज के उदर को तृप्त करने, घाव लेती , उदर पर अपने। फिर भी निर्लज्ज मनुज कितना, स्वार्थ से,यह सहज इतना। फिर भी मही का प्रेम देखो, मनुज पर इसका क्षेम देखो। ©Omprakash Khatri मही का क्षेम # ओम खत्री
jisu saif
Religion जिस दिन टूट जाएगी , जाति की झंजीर। भेद भाव ख़तम कौन अमीर कौन फकीर।। उस दिन गरीब भी खा सकेगा, चैन से निवाला । जिस दिन ख़तम होगा, जाति जाति कहने वाला।।। ... jisu जाति जाति जाति
Dharmendra singh
कोई जाति नीच नही होती है किंतु नीच आदमी हर जाति में होती है। ©Dharmendra singh जाति
SG
बाहर किसी को क्या ही बोलना ? जब अपने ही लोग जाति की जंजीरो मे जकडे है एक बच्चे की ख्वाइश को मरते देखा मैने खुद को घुटते देखा मैने ©❤SG❤ जाति
RajeshKumar
जाति है कि अब जाती नहीं! पता नहीं कैसी ये जाति है!! जन्म के साथ यह आती है! मरने पर भी ये नहीं जाती है! पढ़ा इतिहास जब मैंने महापुरषों का, जातियों का जिक्र हर जगह आती है!! जाति----------------------------!! जाति ही छूत है,जाति ही अछूत है! जाति ही कुपूत है,जाति ही सुपूत है! कुछ जातियों का माथा देखा मैंने, लगा तिलक, चन्दन और भभूत है!! उन्हें देख और जाति खुद शरमाती है!! जाति -------------------------------------!! जाति नहीं तो कुछ भी नही! जाति नहीं तो पूछ भी नहीं! जाति जब खत्म हो जाये, होगा किसी की अब लूट नहीं!! जाति ही सबको खूब लड़वाती है!! जाति----------------------------!! जाति ही तो सबको है जन्माती! जाति ही तो खुद पर है इठलाती! जाति ही तो सारी दुनिया में, नफरत की ज्वाला है भड़काती!! जाति ही सबकी सरकार बनवाती है!! जाति----------------------------!! जाति ही पुजारी है,जाति ही भिखारी है! जाति ही जात का बना अब शिकारी है! गांव व शहरों के जातियों को देखो तुम, वह बना जन्मजात सफाई कर्मचारी है!! जाति ही जीने का आधार बन जाती है!! जाति-----------------------------!! जाति अब फैलाती उन्माद है! जाति-जाति में फैला विवाद है! फिर भी बडे नेता लोग ढूंढते हैं, दूसरे जातियों में अपना दमाद हैं! फिर भी कभी नहीं शर्म उन्हें आती है! जाति------------------------------!! मिला आरक्षण कुछ जातियों का छूट है! जातियों में जाति का हुआ अब लूट है! जाति-जाति करते यहां के सब नेता लोग, इंशानों में डाला अब बहुत बड़ा फुट है! जाति पर ही तो सरकार बन जाती है!! जाति------------------------------!! जाति रहबर है,जाति ही कहर है! इंशानों में फैला जाति का जहर है! "राजेश"फेंकों तुम जातियों का चश्मा, जातियों में बंट गया गांव औऱ शहर है! जाति ही सबको बहुत तड़पाती है!! जाति है कि अब जाती नहीं!! पता नहीं कैसी ये जाति है!! Tr-राजेश कुमार सेमरी (देव),करगहर,रोहतास ###जाति###
Neophyte
खुद का ही एक कारागार बना रखा है लोगो ने जातियों को व्यापार बना रखा है एक एक जर्रे में मेरे तेरा नाम समाया है सबने उसे मिटाना अपना अधिकार बना रखा है जी तो लेते है सब यहाँ घूट-घूट जहर पीकर पर अपनो ने यहाँ जीना धिक्कार बना रखा है समाज क्या कहेगा ये सुनने की हिम्मत नही आपमे और जाती को रिश्ते काटने का हथियार बना रखा है! जाति!