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Dr. Nishi Ras (Nawabi kudi)
White मौनीं अमावस्या की हार्दिक शुभकामनाएं! ©Dr. Nishi Ras (Nawabi kudi) हार्दिक शुभकामनाएं
हार्दिक शुभकामनाएं
read moreShiv Narayan Saxena
Happy Republic Day ©Shiv Narayan Saxena #गणतंत्रदिवस गणतंत्र दिवस पर शुभकामनाएं
#गणतंत्रदिवस गणतंत्र दिवस पर शुभकामनाएं
read moreGhanshyam Ratre
आप सभी को मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं! छत्तीसगढ़ की गंगा कावेरी गोदावरी महानदी के निर्मल घाट। जहां श्रद्धालु मकरसंक्रांति पर स्नान ध्यान करके करते हैं पुजा पाठ।। ©Ghanshyam Ratre मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं
read moreKamal Kumar
लोहड़ी की हार्दिक शुभकामनाएं ©Kamal Kumar लोहड़ी की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं
लोहड़ी की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं
read moreगुरु देव[Alone Shayar]
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset Hey 👋 frd how's you today 👋 ©गुरु देव[Alone Shayar] #SunSet शायरी हिंदी में शायरी दर्द Sanju Slathia संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु Vikram vicky 3.0 Neel KK क्षत्राणी
#SunSet शायरी हिंदी में शायरी दर्द Sanju Slathia संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु Vikram vicky 3.0 Neel KK क्षत्राणी
read moreNeema Pawal
New Year 2025 फिर वक्त में करवट ली , और नए साल का, हुआ शुभ आगमन, देते आपको, ढेरों शुभकामनाएं, खुशियों से भरा, हो आपका जीवन। ©Neema Pawal #Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
#Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
read moreभारती वर्मा
White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का| ©भारती वर्मा # नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
# नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
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