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Ramnik
White मैं ही क्यों दर्द से दोस्ती रंखू। खुशियों से नाते का हक तो मेरा भी है। ©Ramnik #खुशियां
F M POETRY
White दुआ है मेरी तुझे ज़िन्दगी में ग़म न मिले.. मैं चाहता हूँ तेरी आँख कभी नम न मिले.. यूँही तन्हाँ नहीं हूँ ये ही वजह है शायद.. किसी से दिल न मिला और किसी से हम न मिले.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #किसी से दिल न मिला और किसी से हम...
#किसी से दिल न मिला और किसी से हम...
read morekuldeepbabra
White क्या कहूं मैं तुमको अपने बारे में मैं कोई खुदा नहीं जिसे ढूंढ रहे हो तुम जमाने में मैं तुम्हारे दिल में हूं तुम किसी और दिल में दिल में हो जिसे ढूंढ रहे हो तुम तन्हाई मे ©kuldeepbabra जो हमारे दिल में हम उसको ढूंढते हैं किसी और के# दोस्त शायरी
जो हमारे दिल में हम उसको ढूंढते हैं किसी और के# दोस्त शायरी
read moretripathi
White हम थक चुके हैं तुझे अपना बनाते बनाते🫂 तू है की किसी और का बिना मांगे हो गया 👤 ©tripathi #sad_dp हम थक चुके हैं तुझे अपना बनाते बनाते🫂 तू है की किसी और का बिना मांगे हो गया 👤
#sad_dp हम थक चुके हैं तुझे अपना बनाते बनाते🫂 तू है की किसी और का बिना मांगे हो गया 👤
read moreVimal ji
White "तेरी आँखों में समाया है मेरा दिल, तेरे बिना जिंदगी अधूरी है मेरे लिए, तेरी मोहब्बत में खो जाना चाहता हूँ, तेरे साथ हर पल सुहानी है मेरी जिंदगी।" ©Vimal ji #शायरी❤️से
#शायरी❤️से
read moreF M POETRY
White हम किसी से प्यार करना चाहते हैं.. ये खता सौ बार करना चाहते हैं.... यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #हम किसी से.....
#हम किसी से.....
read moreBasanti Shasmal
White लोग कहते है दुनिया प्यार से चलती है अरे जब प्यार ही पैसे से चलती है तो जो दुनिया कैसे चल सकते है प्यार से ©Basanti Shasmal #शायरी❤️से
शायरी❤️से
read moreदिल से दीवानी
Unsplash ना हाथ पकड़ने से, साथ मिलती है! ना हाथ छोड़ने से, साथ छूटती है!! अगर इश्क है, तो ताउम्र रहेगी! वरना मिलना- बिछड़ना, तो यूं ही लगी रहती है!! ©दिल से दीवानी #reallove ❤️# शेरो शायरी #शायरी #शायरी❤️से
reallove ❤️# शेरो शायरी शायरी शायरी❤️से
read moreLalit Saxena
बढ़ गई है आजकल औकात हमारी थाने में कल हुई है दरयाफ़्त हमारी मुंसिफ़ को है मालूम पेशेवर गवाह है शायद करेगा वो ही शनाख़्त हमारी इस झूठ के शहर से परेशान हैं बहुत सच की रही है आदत हज़रात हमारी आदमी होना है अगर जुर्म तो कुबूल और क्या होनी है तहक़ीक़ात हमारी बस्ती है ये प्यार की,आबोहवा बेहतर पूछी न जाए मज़हब ओ जात हमारी एक रोज़ तो सुनें, दिल की ख्वाहिशें एक बार तो पढ़िए दरख़्वास्त हमारी ©Lalit Saxena शायरी दिल से
शायरी दिल से
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