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इकराश़

या तो चली जाओ, या फिर हमेशा के लिए लौट आओ। सुनो जान, ये लुका-छीपी का खेल अच्छा नहीं है। © इकराश़ #yqbaba #yqdidi #इकराश़नामा #sher Mohabb #mohabbat

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चली जाती हो तुम हर बार, फिर से लौट आती हो,
भुला कर  के तुम्हे  तो  दूर  जाना भी  नहीं आता। या तो चली जाओ, या फिर हमेशा के लिए लौट आओ।
सुनो जान, ये लुका-छीपी का खेल अच्छा नहीं है।

© इकराश़

#YqBaba #YqDidi #इकराश़नामा #Sher #Mohabb

vibrant.writer

#बाप #परिवार #Betiyan बाप मे छीपी माँ वो समझा रहा था, पुकार रहा था, बाहो मे ले कर जुल्फों को संवार रहा था, दर #yqdidi #yqhindi #bestyqhindiquotes #vibrant_writer #pritliladabar

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                  बाप मे छीपी माँ

वो समझा रहा था, पुकार रहा था, 
बाहो मे ले कर जुल्फों को संवार रहा था, 
दर्द मे कराहती बेटी को पुचकार रहा था।
क्या कर दू के बिटिया रानी ठीक हो जाए 
बस यही बात वो कब से सोच विचार रहा था। 

आज तक माँ मे छीपे बाप को देखा था..
आज बाप मे छीपी माँ नजर आई, 
उन दोनों को देख जैसे जिंदगी मुस्कुराई।  #बाप #परिवार 
 #betiyan
                          बाप मे छीपी माँ

वो समझा रहा था, पुकार रहा था, 
बाहो मे ले कर जुल्फों को संवार रहा था, 
दर

Prof. RUPENDRA SAHU "रूप"

लिखेंगे एक नयीं दास्तान फिर कभी . आज कुछ है जो मन में बात बताएंगे फिर कभी . ये जो है डरावनी रात #yqbaba #जज्बात #राज #रातकाअफ़साना #फिर_कभी #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #bittu_the_parrot

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लिखेंगे एक नयीं दास्तान 
फिर कभी

आज कुछ है जो मन में बात
बताएंगे 
फिर कभी

ये जो है डरावनी रात
सुनायेंगे इसका राज
फिर कभी

जो छीपी हुई है
दिल में जज्बात
दिखायेंगे फिर कभी

रहेगी दुरिया थोड़ी मगर
होगी लम्बी मुलाक़ात 
फिर कभी  लिखेंगे एक नयीं दास्तान 
फिर कभी
.
आज कुछ है जो मन में बात
बताएंगे 
फिर कभी
.
ये जो है डरावनी रात

Kajori Parial

अलविदा एक छोटी सी अल्फ़ाज़ अलविदा, समेटे रहती है न जाने कितनी बातें, कितनी यादें, और कितने एहसास अनकहा। कहीं अलविदा कह घर लौटे भटका तो, कह

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अलविदा

एक छोटी सी अल्फ़ाज़ अलविदा,
समेटे रहती है न जाने कितनी बातें, कितनी यादें, और कितने एहसास अनकहा।

- पूरी कविता अनुशीर्षक में  अलविदा

एक छोटी सी अल्फ़ाज़ अलविदा,
समेटे रहती है न जाने कितनी बातें, कितनी यादें, और कितने एहसास अनकहा।

कहीं अलविदा कह घर लौटे भटका तो,
कह
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