Find the Latest Status about पांचवे भाव में गुरु from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पांचवे भाव में गुरु.
Brandavan Bairagi "krishna"
गुरू में मुझे मेरा ही अक्स नजर आने लगा है ये मेहरबानी उन्ही की है दोस्तों। गुरु में मुझे ।
Mk Bihari
जो हमें गलत और सही को पहचानने की विद्या शिखाए वो गुरु ,जो गलत रास्ते को चुनने से रोक कर सही रास्ता दिखाएं वो गुरु,जो लड़खड़ाते कदमों को सही से चलना सिखाया वो गुरु ,जो हमें अंधियारी रातों से भोर के सवेरा की ओर ले जय वो गुरु जो हमें दुर्गति से सद्गति की ओर ले जय वो गुरु और जो भी शिखाए वो गुरु अर्थात गुरु वह है ,जो अपने शिष्य का कल्याण चाहता है गुरु की व्याख्या अनंत है गुरुवे नमः ©Mk Bihari #Gurupurnima गुरु पूर्णिमा में गुरु की महिमा
Ajay Tiwari
#GuruNanakJayanti खुद में गुरु हो जाना इंसानी कमांडो से पहले खुद को समझाना...... जरूरत हो गुरु के ज्ञान की तो खुद को सही गलत ठहराना इन सब से परे है खुद में गुरु हो जाना ©Ajay tiwari #poetry#गुरु#खुद में#गुरु हो#जाना# #gurunanakjayanti
Yogesh Kumar Mishra"yogi
ज्ञान कहाँ है ध्यान कहाँ? अब धर्म कहाँ है राहों में, शर्म कहाँ है हया कहाँ? लिखकर भूले सब पोथों में।। रिश्ते भी क्या नाते है, सम्बन्धों के भी तो ताते है। बहन कहाँ किसकी बेटी, भूल गए सब गृह गुहाओं में।। योगेश कुमार मिश्र"योगी" वर्तमान में भाव......
Mahaveer Jangid
मेरे शिक्षक पुरी दुनिया में सिर्फ अध्यापक ही वो इंसान होता है जो आपको हमेशा सही राह दिखलाता है बाकी दुनिया की भीड़ से तो धोखो के सिवा कुछ नहीं मिलता गुरु के चरणों में
Mohan Sardarshahari
सच्चा शिक्षक सरल होता है पर शिक्षायें उसकी गूढ़ होती हैं समझ में आये तो मानव बन जाये वरना जीवन व्यर्थ और मूढ़ होता है। ©Mohan Sardarshahari # गुरु के सानिध्य में
Sansriti Kapoor
गुरु बिन ज्ञान नही गुरु बिन ध्यान नही गुरु तारे भवसागर भरकर करुणा की गागर तिलक करू अर्पण शीतल चंदन गुरुदेव के चरणों में नित नित वंदन। जय गुरु देव 🙏 🙏 ©Sansriti Kapoor #गुरु #गुरुदेव #मेरे #विचार #भाव #मनकेभाव #blessings #my #प्रेम #Gurupurnima
Shailendra Nath
गुरु चरणों में स्वर्ग कहतें हैं चन्द लकीरों में , होती एक भाग्य की रेखा है । पर बिन हाथों के भी कइयों को, गगन चूमते देखा है । पत्थर को भी सोना करदे, वह गुरु का तेज ही होता है । अर्जुन एक महान धनुर्धर, गुरु द्रोण का चेला था । कर समर्पित अँगूठा गुरु को, एकलव्य बना अनूठा था ।। गोकुल के एक ग्वाले को, युग-पुरुष बनाने वाले थे । चौंसठ कलाओं का ज्ञान, चौंसठ दिनों में देकर, कृष्ण को भगवान बनाने वाले थे । किया चमत्कृत भारत भूमि को,गुरु संदीपनी आवंतिपुर वाले थे ।। धर्म और विश्वास का साथ, न कभी कौटिल्य ने छोड़ा था, बालक एक अनाथ था चंद्रा, जब तक गुरु से अनदेखा था । बना सरताज अखंड भारत का , न कभी किसी ने सोचा था । बना सिकंदर विश्व विजेता, नहीं कोई अलबेला था । महकाया अरस्तु की महिमा, बन बैठा बनबेला था । रामकृष्ण की भक्ति पाकर, नरेन्द्र विवेकानन्द हुए,। बना विश्व गुरू भारत, जो स्वप्न हम सबने देखा था ।। रमाकान्त से सीख मिला , सचिन, बल्लेबाज महान बनें । जीते जी धरती पर वह, क्रिकेटके भगवान बनें ।। कहतें हैं हरि भजन, पट मोक्ष का खोल देता है । हमें मोक्ष की क्या चिंता, हमने तो गुरु चरणों में ही स्वर्ग देखा है ।। #SNM Ki Kalam se.... #Gurupurnima गुरु चरणों में स्वर्ग