Find the Latest Status about तिजोरी की कीमत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तिजोरी की कीमत.
CK JOHNY
क्यों रखते हो उठा के चाहतें तिजोरी में, इन्हें रखो अपनों के हृदय की कोठरी में। खूब वक्त दो खुद के सपने साकार करने को छोड़ दो जीना अब कल्पना कोरी में। अंधेरों में टटोलने की आदत अच्छी नहीं आशा का दीपक सदा रौशन रखो अपनी दोहरी में। अपनों के सपनों में जीने में बुरा क्या है अपने सपनों का भी संगम कर लो बची जिंदगी थोड़ी में। आशा का इक दीप सदा प्रजवल्लित करके रखना अपने घर की डयोड़ी में। क्यों रखते हो उठा के चाहतें तिजोरी में, इन्हें रखो अपनों के हृदय की कोठरी में। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 08.08.2020 चाहतों की तिजोरी
Kumari Neha
न जाने कहा गुम हो गए वो खुशी के पल जिन्हें हमने संभाल के रखा था। अपने जज्बातो की तिजोरी में।। अपने जज्बातों की तिजोरी में।।।।।
(Musafir)
रौशनी की कीमत दर्द मुसाफ़िर का, रस्ते का हाहाकार, एक सहारा सुराही का, एक सहारा प्यार l माया मंज़िल कर रही, अदृष्य चीख हज़ार बेचने हैं खिलौने, खेल खिलाये संसार l पोंछ पसीना बढ़ा कहीं जो, लगे पैर अंगार, रुतबे से छाया मिली, न्याय से प्रहार l रौशनी की कीमत , बिजली के नंगे तार l कोमलता मन की वस्तु, सपने पहाड़ प्रकार l ©Hemant Soni(Musafir) # रौशनी की कीमत
बागी विनय
जिसने खाये है अपनो से धोखे उससे पूछो विश्वास की कीमत !! विश्वास की कीमत !!
Amit chauhan
क़ीमत काश्मीर की इस खूबसूरत काश्मीर की कीमत क्या बताएं इसके लिए अपने लालों को खो देतीं हैं माएँ बड़ा ही महंगा कीमत है इस सुंदर से काश्मीर की वीरों के लहू से सींची जातीं हैं इसकी सीमाएँ दर्द तो उन वीर सपूतों को भी होता होगा कई जो अमर हो जातें हैं अपने सर को उठाये इस खूबसूरत काश्मीर की कीमत क्या बताएं इसके लिए अपने लालों को खो देतीं हैं माएँ #NojotoQuote कीमत काश्मीर की...
Rafik
कीमत तो खूब बढ़ गई दिल्ली में धान की, पर विदा ना हो सकी बेटी किसान की. वे सहारे भी नहीं अब जंग लड़नी है तुझे, कट चुके जो हाथ उन हाथों में तलवारें न देख. हमारी रहनुमाओ में भला इतना गुमां कैसे, हमारे जागने से, नींद में उनकी खलल कैसे. इस नदी की धार में ठंडी हवा तो आती हैं, नाव जर्जर ही सही, लहरों से टकराती तो हैं. आत्महत्या की चिता पर देखकर किसान को नींद कैसे आ रही हैं देश के प्रधान को. सियासत इस कदर अवाम पे अहसान करती है, पहले आँखे छीन लेती है फिर चश्में दान करती है. जज़्बात की कीमत