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Mukesh Poonia
New Year 2025 मैं कामना करता हूं कि इस वर्ष आपको भरपूर सफलता मिले। आशा है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुशी और सफलता आपका साथ देगी। आपको और आपके पूरे परिवार को नव वर्ष 2025 की बहुत बहुत शुभकामनाएं! ©Mukesh Poonia #Newyear2025 मैं कामना करता हूं कि इस वर्ष आपको भरपूर सफलता मिले। आशा है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुशी और सफलता आपका साथ देगी। आपको और आपके
#Newyear2025 मैं कामना करता हूं कि इस वर्ष आपको भरपूर सफलता मिले। आशा है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुशी और सफलता आपका साथ देगी। आपको और आपके
read moreParasram Arora
Unsplash उसकी तारीफ़ भी क़ी और कई बार उसकी शान मे तालिया भी बजाई इसके बावजूद किसी का दर्द तुमने कम होते हुए कभी देखा है क्या,=? ©Parasram Arora तारीफ और तालिया
तारीफ और तालिया
read moreParasram Arora
Unsplash वो दिन याद करो ज़ब ये आदमी पहले "आदम " था और स्त्री "ईव " थीं तब न आखर था न शब्द न लिपि न कोई आपस मे संवाद था तब केवल ध्वनि थीं तरंग थीं लय थीं इसके बाद वो ध्वनि कब संगीत बनी कब सरगम मे तब्दील हुई कोई नहीं जानता लेकिन वो "आदम " तब तक आदमी और वो ईव स्त्री मे रूपांतरित हो गए थे ©Parasram Arora आदम और ईव
आदम और ईव
read moreShubham Bhardwaj
White शिकायतें न कर,जिंदगी से न डर । माना रात अंधेरी है,दिन में ढल जायेगी।। ©Shubham Bhardwaj #Sad_Status #आशा #जीवन
Parasram Arora
White हमारे आदर्शी को पस्तझनी देने मे समर्थ है हमानी विचलित चेतनाये तभी तों रेत मे मुंह छुपा कर रहती है हमारी अनसुलझी समस्याएं जबकि अंतकाल तक हम फेरते रहते है मुर्ख सपनो की मालाये शायद इसीलीये डूब चुके है हमारे भाव और ख़ो चुकी है संवेदनाये ©Parasram Arora आदर्श और संवेदनाये
आदर्श और संवेदनाये
read morekevat pk
White "मैं हूँ और वह है, मिलना चाहते हैं, पर दूरी इतनी है, जैसे धरती और आसमान।" "कभी लगता है, चूर-चूर हो जाऊँ, फिर लगता है, मिलना तो तय ही है।" ©kevat pk #मैं और वो
#मैं और वो
read moreMohan Sardarshahari
White काम करना तो वही है जो करते हैं हम शौक से बाकी तो बस चलता है जिम्मेदारियों के खौफ से।। ©Mohan Sardarshahari # शौक और खौफ
# शौक और खौफ
read moreParasram Arora
White अब सुख और सुकून की नींद कहा नसीब होती हैँ आज के इंसान को आदमी दिन भर व्यस्त रहता हैँ रोज़ी रोटी कमाने की ज़ददो ज़हद मे उसे सुकून और सुख की फ़िक्र करने.का वक़्त ही कहा मिलता हैँ? ©Parasram Arora सुख और सुकून
सुख और सुकून
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