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Stories related to ग्वालन तू क्यों मटकी

Nurul Shabd

#तू #नहीं था 

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Yashpal singh gusain badal'

#leafbook तू और मैं

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Unsplash "तू और मैं "
निकल रहे हैं यादों में तेरी, आंखों से मेरी, आंसूं के धारे ।

धुंधला सा आता नज़र है, तड़पता दिल और बहते अंगारे ।

घुले हुए हैं खामोशी में तेरी , सवाल  सारे ,जबाब  सारे,

जिया हूँ जो पल शाने से लग कर,वही है दौलत पास हमारे,

मर मिटे थे तुझ पे मेरे वो ख़याल सारे ,अल्फ़ाज़ सारे,

तेरे आने से पहले, किये थे मैंने, रियाज सारे ,जबाब सारे ,

उसी जगह फिर खड़ी हूँ लेकर गुलाब सारे,ख्वाब सारे ।

©Yashpal singh gusain badal' #leafbook तू और मैं

Ghumnam Gautam

"मैं फ़ानी हूँ, ये सच मैं जानता हूँ"
मगर क्यों दुनिया फ़ानी लग रही है?

सुना है पहले भी,पर तुमसे सुनकर
कहानी-सी कहानी लग रही है

©Ghumnam Gautam #सच #दुनिया 
#क्यों 
#ghumnamgautam

Mayuri Bhosale

#तू आणि तूच आहेस

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Unsplash तू आणि तूच आहेस...❣️❣️❣️

सळसळत्या वाऱ्याची झुळूक तू आहेस 
जगातील बहरलेला प्रेमाचा रंग तू आहेस 
जीवनातील रहस्य हृदयात कोरलेले तू आहेस 
मंदिरामधील मुखातील नाम जप तू आहेस
 वणवणत्या रानातील शांत  गारवा तू आहेस
अवकाशात ढगांचे एकमेकास बिलगणे तू आहेस 
दरबारातील रुबाबदार राजस  रूप तू आहेस 
मनी जपलेले वचनापलीकडील प्रेम तू आणि तूच फक्त आहेस.

©Mayuri Bhosale #तू आणि तूच आहेस

sanju पहाड़ी

#कौन मैं,कौन तू

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White 🤍 कौन मैं, कौंन तू 🤍

जानता हूं परेशान मैं ही नहीं, आप भी नजर आते हो 
दिल में भरी बातों को,दिल में ही दफ्फन कर जाते हो 
कब तक खुद को, यूं ही सजा देते रहोगे
कभी अपने फेसलों पर, मुड़कर के तो देखो 
मिलेंगें राह में, अनेकों हसीन चेहरे 
कभी इस मासूम चेहरे की, तरफ भी तो देखो
मालूम नहीं, किस बात को दिल से लगा बैठे हो
अनसुनी कहानियों पर, पर्दा डालकर के तो देखो
आसान नहीं है, रिश्ते को कामयाबी की ओर देखना   
लोगो के नजरिया को, नजरअंदाज करके तो देखो
कभी खुद के, दिल से पूछ्कर के देखना
कौन मै कौन तू ,जरा ये दिल से पूछ करके तो देखो 
यूं ही न जाने देना, इस अटूट रिश्ते को 
दो आत्माओं के बन्धन में ,साथ देकर के तो देखो

©sanju पहाड़ी #कौन मैं,कौन तू

संगीत कुमार

#BirthDay (प्राणप्रिया) चंचल मन तू चंचला प्रिया। पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।। दिव्यस्वरुपनी तू दिव्या प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। रमा-

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(प्राणप्रिया)
चंचल मन तू चंचला प्रिया।
पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।।
दिव्यस्वरुपनी  तू दिव्या प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

रमा-रूपी तू कांता प्रिया।
हरिप्रिया  तू प्राण प्रिया।।
श्रृंगार -रूपी तू दारा प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।

अपूर्व (तनय) की तू जननी प्रिया।
घर की तु पद्मा प्रिया।।
उपवन की तू कुसुम  प्रिया
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

आलय की तू वामा प्रिया ।
सुख-दुख की तू छवि प्रिया।।
आँगन की तू आह्लाद प्रिया ।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

आकांक्षा की तू मयूख प्रिया।
समृद्धि की तू लक्ष्मी प्रिया।।
घरनी तू घरवाली प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

बाग की तू गुल प्रिया।
आँगन की तू शोभा प्रिया।।
परिवार की तू ऐश्वर्य प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

©संगीत कुमार #BirthDay (प्राणप्रिया)
चंचल मन तू चंचला प्रिया।
पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।।
दिव्यस्वरुपनी  तू दिव्या प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

रमा-

मिहिर

#तू क्या जाने

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White ये क्या पूछा
ये बिंदी कैसी लगती 
ये साड़ी कैसी दिखती है
ये काजल ठीक तो लगते है  ना !

जो सच पूछो तो
ये जचना खिलना मत पूछो 
तुम बिंदी पर जँचती हो
तुम साड़ी पर खिलती हो
तुम काजल से तीखी हो
तुम सोने से ज्यादा चमकती हो 

तेरे होने से इनका होना है
तू हंसती है तो ये सोना है
तेरे आगे इनका क्या मोल 
अरे ओ बावली
तू क्या जाने तू अनमोल !!

©मिहिर #तू क्या जाने

हिमांशु Kulshreshtha

जो तू नहीं...

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White गहराइयाँ 
मेरे इश्क की 
समन्दर से भी गहरी हैं,
हर लम्हा तेरी खुशबू
से महकता है मेरा मन
जो तू है
सब कुछ हासिल है मुझे
तेरे बिना
जिंदगी का तसव्वुर भी अधूरा है

©हिमांशु Kulshreshtha जो तू नहीं...

Ganesh Din Pal

#इंसान बूढ़ा क्यों होता है

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White इंसान समय से पहले 
बूढ़ा हो जाए 
तो समझ लेना 
उसे अपनों ने 
और अपनी जिंदगी ने 
बहुत दुख दिए हैं, 
जब वह किसी के लिए 
रात दिन खटता है 
और फिर सुनने को मिलता है 
कि तुमने मेरे लिए किया ही क्या ? 
बस यही बातें उसे दिन-ब-दिन 
दीमक की तरह खाने लगती हैं।

©Ganesh Din Pal #इंसान बूढ़ा क्यों होता है

नवनीत ठाकुर

#क्यों बंधन पाल रखें हैं

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क्यों ज़िंदगी में ऐसे फ़ैसले कर रखे हैं,
क्यों इतने बंधन पाल रखे हैं।
इतनी लानतें बर्दाश्त करते हैं हम,
जो हमारी इज़्ज़त पर रोज़ हमला करती है।
रोज़ जूता मारती है ज़िंदगी मुँह पर,
फिर भी हम उसे ख़ामोशी से सहते जाते हैं।

©नवनीत ठाकुर #क्यों बंधन पाल रखें हैं
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