Find the Latest Status about ये है चाहतें from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ये है चाहतें.
RUPESH Kr SINHA
.................................................. ©RUPESH Kr SINHA सच है ना ये
सच है ना ये
read moreF M POETRY
Unsplash ये ग़म-ए-हिज़्र है तोहफा दिया हुआ तेरा.. अब भी ताज़ा है ये ग़म मैंने संभाला यूँ है.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #अब भी ताज़ा है ये ग़म....
#अब भी ताज़ा है ये ग़म....
read moreAnjali Singhal
मरकर भी जिंदा है ये दिल नहीं हौसले का परिंदा है ये.✍️ #AnjaliSinghal #Shayari #shayaristatus #status nojoto
read moreAvinash Jha
हजारों चाहतें थीं मगर हजारों चाहतें थीं मगर, एक दिल की बात खास थी। भीड़ में खो गए थे सब, बस वो एक एहसास थी। चाहा था सितारों को छूना, चांदनी को गले लगाना, मगर दिल को सुकून मिला, उसकी आँखों में ठहर जाना। ख्वाब थे ऊंचाइयों के, आसमानों के उस पार, पर जमीं पर उनके संग चलना लगा सबसे ज्यादा प्यारा। धन, दौलत, शोहरत सब, आनी-जानी बातें थीं, मगर उनके साथ बिताए पल, सबसे सुहानी रातें थीं। हजारों चाहतें थीं मगर, एक सच बस यही रहा, जिंदगी का हर रंग फीका, अगर वो मेरे संग न रहा। ©Avinash Jha #चाहतें
Anjali Singhal
"सुनो...दिल को जो ये प्यार तुम पर आता है! पागल है ये थोड़ा सा इसे पागल ही भाता है!!" #AnjaliSinghal love #loveshayari #Shayari shayarista
read moreKhushboo
White जब मुझे पिता की ऊँगली पकड़नी थी, तब उन्होंने हाँथ छुड़ा लिया। जब मुझे माँ की थपकी चाहिये थी, तब उन्होंने हाँथ छुड़ा लिया। अब प्यार बेशुमार करते है मेरे पति मुझसे, अब मेरा हाँथ छूट रहा है उनसे। ©Khushboo ये दुख बड़ा रूलाती है न😭😭
ये दुख बड़ा रूलाती है न😭😭
read moreनवनीत ठाकुर
White क्या कहें, ये दौर कितना बदल गया, हर इंसान अपने ही साए से जल गया। इज्जत अब बस नामों तक रह गई है, असलियत झूठ की चादर में ढह गई है। जो सपने कभी जमीर ने सजाए थे, अब दौलत की ठोकर से मिटाए गए हैं। हर ख्वाब जो आँखों में पलता था, उसकी कीमत सिक्कों में लिखी गई है। मगर ये सिलसिला ज्यादा नहीं चलेगा, हर झूठ का नकाब एक दिन गिरेगा। ईमान की चिंगारी फिर शोला बनेगी, और सच्चाई हर अंधेरे को जलेगी। ©नवनीत ठाकुर #ये दौर कितना बदल गया है
#ये दौर कितना बदल गया है
read moreParasram Arora
White धर्म! आखिर ये धर्म है क्या? मैंने तो सिर्फ जीवन को ही जाना है जीवन के अलावा मैंने किसी को नहीं जाना है. और मेरी दृष्टि मे जीवन का अर्थ है. खेत हल कुवा और लहल्हाती फसल जीवन का अर्थ है पत्नी बच्चे और सुखद सफल दाम्पत्य ©Parasram Arora आखिर ये धर्म है क्या?
आखिर ये धर्म है क्या?
read more