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- Arun Aarya
02-01-2025 कोई लड़का नज़र उठाकर तुम्हारा गिरा दुपट्टा देखेगा ! क़सम ख़ुदा की ओ हमारे हाथ में तेज़ धार कट्टा देखेगा..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #Trees #कट्टा देखेगा
Preeti Babbar
Unsplash All think that.... I have survived your absence!! What they dont know is ..... every second I have to relearn so much..... As everyday and every hour, You are still gone 😔 ©Preeti Babbar Without you
Without you
read moreSup_holster
Too much rain loosens trees. In the hills giant oaks fall upon their knees. You can touch parts you have no right to— places only birds should fly to. ©Sup_holster trees
trees
read morePreeti Babbar
White As the secomds creep, Deep down my soul weeps. As the minutes pass, My ears : in crass bass !!! As the hours go, Recurrent visions crawl slow. As the days slide, Drops refuse to slide . Your absence gnaws..... hitting like a saw ! When will we hug ? Now that question Bugs 😔 ©Preeti Babbar Time : without You
Time : without You
read moreHarishh...
जीवन के दो पल, मुझे उधार ही दे दो सुकून की हों घड़ियाँ, भले दो चार ही दे दो, जमाना तुम रख लो, मुझे मेरा यार ही दे दो सुंदर भी हों गर फूल काग़ज के, तो मेरे किस काम के, मुझे तकलीफ़ भी मिले तो सच्ची लगे फिर चाहे काँटों का हार ही दे दो! ©हरीश,,, Flowers without fragrance...
Flowers without fragrance...
read moreBobby Rai
White Hi free fire khelega ©Bobby Rai #free_fire #viealreel #viral #trrnding #Trees
#free_fire #viealreel #viral #trrnding #Trees
read moreBalwant Mehta
दरख़्त हमारे सच्चे दोस्त होते हैं, बिन मांगे ये साया और सांसें देते हैं। धूप में छांव, बरसात में आसरा बनते हैं, इनकी खामोशी में कई किस्से छिपे रहते हैं। हवा को ये महकाते हैं, फल-फूल से सजाते हैं, अपनी जड़ों से मिट्टी को थामे रहते हैं। इंसानों की तरह फरेब नहीं करते कभी, दरख़्त तो बस देने में यकीन रखते हैं। चलो, इनके साये में बैठें कुछ पल, इनसे सीखें ये फर्ज निभाने का हुनर। दरख़्त हमारे सच्चे दोस्त हैं, ये हकीकत है, बस इन्हें सहेजें, इनसे सजी हमारी जन्नत है। ©Balwant Mehta #Trees #दरख्त