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New politics a philosophy Quotes, Status, Photo, Video

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Poonam Archana Singh

Be happy in whatever you get,
it is God's grace and brings acceptance.
Good morning!😊❤️

©Poonam Archana Singh #Nojoto #Life #philosophy #happiness #acceptance #poonamarchanasinghposts

Balwant Mehta

डगमगाया हूं पर हारा नहीं,
सियासत का खेल है, सारा यही।
जीत कर भी मुकाम जो पाया नहीं,
एक कदम पीछे, पर दिल घबराया नहीं।

कुर्सी की जंग में चली चाल नई,
सत्ता के संग दोस्ती भी बेमायनी।
नेता जी ने झुककर दिखा दी मिसाल,
जनता की खातिर किया हर सवाल।

राजनीति में ऊंच-नीच का है खेल,
कभी जीत का ताज, कभी हार का मेल।
पद पीछे सही, मगर हौसला वही,
नेता जी का जज्बा, मिसाल बनी।

©Balwant Mehta #maharashtra #Politics

Ashok Mangal

मारकड़वाड़ी में सत्यशोध मतदान रोक हेतु 
तैनात किये 1200 सशस्त्र पुलिस !
महज 2800 मतदाताओं के क्षेत्र में 
कभी न दिखी इतनी पुलिस !!

मणिपुर में बंदोबस्त गर 
इस मुस्तैदी से किया जाता !
निर्वस्त्र नारी परेड से झुके देश का सर 
आंख मिलाने लायक रहता !!

सरकार तानाशाही की सभी हदें 
कर चुकी है पार !
तनिक भी न बचे 
लोकतांत्रिक संस्कार !!

युवाओं होश में आओ,
नीलाम होते भविष्य पर लगाम लगाओ !
जुए के विज्ञापनों व नशे के बढ़ते प्रचलन के 
विरोध में एकजुट हो जाओ !!

मतदान बैलेट से ही कराओ,
ईवीएम के संशय को जड़ मूल से मिटाओ !
विपक्षियों की समझ सत्ता समक्ष बहुत ही कम है,
तुम समझदार विपक्ष की भूमिका में आ जाओ !!

आवेश हिंदुस्तानी 6.12.2024.

©Ashok Mangal #RepublicDay 
#AaveshVaani 
#JanMannKiBaat 
#Politics 
#India 
#india🇮🇳

Ubaida khatoon Siddiqui

politics jab start huyi thi
तब भले ही लोगों ने, लोगों की, 
देश की भलाई के लिए काम किये जाते थे, 
फिर उसके बाद से politics के नाम पर
सिर्फ और सिर्फ politics ही हुई हैं, 
अपना उल्लू सीधा करने की बस, 
इन सब में बस मासूमों की जान जाती हैं 
और कुछ नहीं होता और ना ही कभी होगा , 
शायद! 😏
5/12/24
08:45 p. m. 
(U. K.) ✍️

©Ubaida khatoon Siddiqui #sad_quotes #Ubaidakhatoon 
#ubaidawrites #Politics

Vivek Singh

#vikash divyakirti philosophy lessons

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Ashok Mangal

सरकार गठन में हो रही अप्रत्याशित देर !
जनहित के निर्णय हो ही जायेंगे देर सबेर !!

ईवीएम से अगले चुनाव न ही लड़ें विपक्ष !
जो हो गया उसका रोना बंद हो अविलंब !!

सर्वोच्च तक भी संशय घेरे में समय न गंवाये व्यर्थ !
जन जन के मुद्दों के लिये सत्ता से लड़ जाय विपक्ष !!

जनान्दोलन जो भी उनमें ईवीएम का मुद्दा भी हो !
सिर्फ़ और सिर्फ़ ईवीएम के लिये जनान्दोलन ना हो !!

जनता के साथ खड़ा है विपक्ष ये साफ़ संदेश जाय !
जन हकों की बहाली से जनता के मन में बस जाय !!

'इंडिया' के सारे पक्ष मिलकर एक ही पक्ष बनायें !
जहां जिसका जितना समर्थन उसे उतने हक दिये जायें !!

एक नाम एक चुनाव चिन्ह, इंडिया मविअ जैसे संभ्रम मिटायें !
सीट बंटवारे के नियम बना सीट बंटवारा कर लिया जाय !!

उम्मीदवारों का चयन भी चुनाव घोषणा से बहुत पहले हो !
ताकि उम्मीदवारों का क्षेत्र में कार्य समय से बहुत पहले हो !!

मनी मीडिया मैनेज मेंट में सत्ता का कोई सानी नहीं !
विपक्षियों को दिलोंजां एकता बिना जीत हाथ आनी नहीं !!

अपनी अपनी मूंछों पे ताव देने का समय नहीं है ये !
मूंछों को कटने से बचाने की कोशिशें करने का समय है ये !!

- आवेश हिंदुस्तानी 1.12.2024

©Ashok Mangal #Sukha 
#JanhitKiRamayan 
#JanMannKiBaat 
#AaveshVaani 
#India #india🇮🇳 #india❤ 
#Politics

jayant biswas

I.K.Sridhar

office politics

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White இப்போதெல்லாம் நிறைய 
தனியார் நிறுவனங்களில் 
எங்காவது பார்க்கப்போவதை
நம்மிடம் இங்கேயே பார்க்கட்டும் 
என உறவினர்களை பணிக்கு 
அமர்த்துகிறார்கள். 
எல்லோரையும் போல 
அவர்களும் சக பணியாளர்களே.‌‌..!
ஆனால்..
எரிச்சல் அடைய வைக்கிறது..
பணி சார்ந்த நம் சந்தேகங்களுக்கு
"சித்தப்பா சொன்னார்..
தம்பியிடம் பேசிக்கொள்கிறேன்.
அக்காவிடம் கேட்டிருக்கிறேன்...
மேலும் மாமா, மாப்பிள்ளை "
போன்ற சம்பாஷனைகள்.‌
அலுவல் சார்ந்த விஷயங்களில்
உறவு முறைகளை உட் கொணர்தல்
நாகரீகமான செயல்களன்று.
இது எப்போது புரியப்போகிறது 
இவர்களுக்கு?
-ஸ்ரீதர்.ஐ.கே.

©I.K.Sridhar office politics

Sanjeev Khandal

White "मनुष्य सब कर सकता है, 
जो वह चाहता है...
पर वह यह नहीं चाह सकता, 
कि वह क्या चाहता है..."

©Sanjeev Khandal #philosophy #true

Avinash Jha

राजनीति की रोटी, घी से तले,
हर नेता कहे, "हम देश संभाले!"
वादे हज़ारों, सचाई है खोई,
वोटों की खातिर, हर चाल चली जाए।

मध्यम वर्ग का सपना अधूरा,
कभी EMI, कभी बिजली का फंदा।
बजट में जीता, महंगाई से हारा,
छोटी-सी खुशी भी बन जाए प्यारा।

हर चुनाव में फिर से नया सपना दिखाते,
नेता जी आते, बस वादे थमाते।
मध्यम वर्ग सोचता, "कब तक ये धोखा?"
पर चलती है ज़िंदगी, इसी आशा में खोखा।

नेता के बेटे विदेश में पढ़े,
मध्यम वर्ग का बच्चा कर्ज में पड़े।
घर के सपने, रोज़मर्रा में बिखरे,
पर ज़िंदा रहे, उम्मीदें समेटे।

देश बदलने का नारा है प्यारा,
पर मध्यम वर्ग का संघर्ष है सारा।
राजनीति की बिसात पर मोहरे हैं हम,
चुपचाप सहें सब, फिर भी न बोलें हम।

©Avinash Jha #protest #Politics
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