Find the Latest Status about poem of dr kumar viswas from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, poem of dr kumar viswas.
Ajita Bansal
New Year 2025 नया साल आया है, नई उम्मीदें लेकर, सपनों की दुनिया अब नये रंगों से सजे। हर दिन हो शुभ, हर रात हो रोशन, खुशियों से भरी हो ये नयी शुरुआत। पुरानी यादों को छोड़, चलें आगे हम, नई राहों पर, नए क़दम। सपने हों पूरे, दिलों में हो विश्वास, साल 2025 हो, सफलता से भरा खास। जो बीता, वह सीख है, जो आने वाला है, वो खुशियों का खजाना, जो हमें पाना है। समय की रेत पर लकीरें न छोड़ें, साथ चलें हम, बस यही है शेरों। नववर्ष की शुभकामनाएं, सबको मिले सुख-शांति, हर दिल में हो प्रेम, और जीवन में हो ध्वनि। साल 2025 हो, हम सब के लिए मंगलमय, नई उम्मीदें, नई शुरुआत, हो सभी के लिए सफलाय। ©Ajita Bansal #Newyear2025 poem of the day
#Newyear2025 poem of the day
read moreAndy Mann
White मौन का अर्थ यह नहीं कि होंठ बंद हो गए। मौन का अर्थ है, भीतर भाषा बंद हो गई, भाषा गिर गई। जैसे कोई भाषा ही पता नहीं है। और अगर आदमी स्वस्थ हो, तो जब अकेला हो, उसे भाषा पता नहीं होनी चाहिए। क्योंकि भाषा दूसरे के साथ कम्युनिकेट करने का साधन है, अकेले में भाषा के जानने की जरूरत नहीं है। अगर वह भाषा गिर जाए, तो जो मौन भीतर बनेगा, वह स्वभाव है, वह किसी ने सिखाया नहीं है। बहुत सारे लोग बैठे हों। अगर सब शब्दों में जीएं, तो सब अलग-अलग हैं। और अगर मौन में जीएं, तो सब एक हैं। अगर बैठे हुए लोग क्षणभर को मौन हो जाएं, तो इतने लोग नहीं, एक ही व्यक्ति रह जाएगा। एक ही! बिकाज लैंग्वेज इज़ दि डिवीजन। भाषा तोड़ती है। मौन तो जोड़ देगा। और सब एक ही हो जाएंगे। ©Andy Mann #मौन Dr Udayver Singh अदनासा- Rakesh Srivastava Ashutosh Mishra Ravi Ranjan Kumar Kausik
#मौन Dr Udayver Singh अदनासा- Rakesh Srivastava Ashutosh Mishra Ravi Ranjan Kumar Kausik
read morerashi khushi om Vishwkarma
Unsplash ना तो मुकाबला किसी से ना ही लड़ाई किसी से है जो ना समझे है कभी हमे बस यह विदाई उसी से है Dr Pramod Dhiman om 11 production ©rashi khushi om Vishwkarma #Dr pramod Kumar
#dr pramod Kumar
read moreAndy Mann
Unsplash #लहसूनियाँ_पनीर...... #पेट_सफा_रोग_दफा असल में लहसुन और हरा धनिया स्वास्थ्य के लिय और पेट के लिय बहुत फायदेमन्द होता हैं अक्सर पेट भारी कब्ज हो रहीं हो पर कुछ अच्छा खाने का भी मन हो..... जीभ स्वाद मांग रहीं हो और पेट इन्कार करे...... तो आप इस डिश को बनाकर खाए..... नाम हैं इसका #लहसूनियाँ_पनीर...... इसमे हरा धनियां और लहसून इतना पड़ता हैं कि स्वाद तो आता ही हैं साथ में पेट की सफाई भी बखूबी करता हैं..... लहसून खूब सारा,धनिया खूब हरा हरा प्याज और हरा लहसून भी हो तो फिर क्या कहने मसाले नॉर्मल,दही,मलाई #तैयारी पहले प्याज चौप करे, लहसून काट ले बारीक बारीक लहसून और अदरक का पेस्ट, मलाई फेंट कर रखे, दही को फेंट कर रखे....सब चीज़ को बारीक बारीक काटकर रख ले.... भुना जीरे का पाउडर #विधि कढाई ले उसमे तेल डाले गर्म होने पर कटी प्याज डाले और ब्राउन होने तक पकाए.... नमी खत्म होने तक.... फिर इसमे लहसून अदरक का पेस्ट डाले उसे भुने... मसाले डाले और पकाए, भुना हुआ जीरा पाउडर डाले .. फिर कटा हुआ लहसून, धनिया डाल दे और पकाए..... जब ये पक जाये तो दही डाल दे फेंट कर..... इसे भी थोड़ी देर पकाए फिर इसमे पनीर डाले थोड़ा पकाए और जब पक जाये तो इसमे मलाई या क्रीम डाल दे और सर्व करे ©Andy Mann #करके_देखो Ravi Ranjan Kumar Kausik Arshad Siddiqui अदनासा- Dr Udayver Singh Rakesh Srivastava
#करके_देखो Ravi Ranjan Kumar Kausik Arshad Siddiqui अदनासा- Dr Udayver Singh Rakesh Srivastava
read moreAndy Mann
अगर आप एक अध्यापक हैं और जब आप मुस्कुराते हुए कक्षा में प्रवेश करेंगे तो देखिये सारे बच्चों के चेहरों पर मुस्कान छा जाएगी। अगर आप डॉक्टर हैं और मुस्कराते हुए मरीज का इलाज करेंगे तो मरीज का आत्मविश्वास दोगुना हो जायेगा। अगर आप एक ग्रहणी है तो मुस्कुराते हुए घर का हर काम कीजिये फिर देखना पूरे परिवार में खुशियों का माहौल बन जायेगा। अगर आप घर के मुखिया है तो मुस्कुराते हुए शाम को घर में घुसेंगे तो देखना पूरे परिवार में खुशियों का माहौल बन जायेगा। अगर आप एक बिजनेसमैन हैं और आप खुश होकर कंपनी में घुसते हैं तो देखिये सारे कर्मचारियों के मन का प्रेशर कम हो जायेगा और माहौल खुशनुमा हो जायेगा। अगर आप दुकानदार हैं और मुस्कुराकर अपने ग्राहक का सम्मान करेंगे तो ग्राहक खुश होकर आपकी दुकान से ही सामान लेगा। कभी सड़क पर चलते हुए अनजान आदमी को देखकर मुस्कुराएं, देखिये उसके चेहरे पर भी मुस्कान आ जाएगी। मुस्कुराइए ! क्यूंकि मुस्कराहट के पैसे नहीं लगते ये तो ख़ुशी और संपन्नता की पहचान है। क्यूंकि आपकी मुस्कराहट कई चेहरों पर मुस्कान लाएगी। क्यूंकि ये जीवन आपको दोबारा नहीं मिलेगा। क्योंकि क्रोध में दिया गया आशीर्वाद भी बुरा लगता है और मुस्कुराकर कहे गए बुरे शब्द भी अच्छे लगते हैं। क्योंकि दुनिया का हर आदमी खिले फूलों और खिले चेहरों को पसंद करता है। क्योंकि आपकी हँसी किसी की ख़ुशी का कारण बन सकती है। क्योंकि परिवार में रिश्ते तभी तक कायम रह पाते हैं जब तक हम एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है और सबसे बड़ी बात यह मनुष्य होने की पहचान है। एक पशु कभी भी मुस्कुरा नही सकता। इसलिए स्वयं भी मुस्कुराए और औराें के चहरे पर भी मुस्कुराहट लाएं। यही जीवन का आंनद है, और आनंद ही जीवन है। ©Andy Mann #आप_जरा_सा_मुस्कुराइये अदनासा- Arshad Siddiqui Rakesh Srivastava Ravi Ranjan Kumar Kausik Dr Udayver Singh
#आप_जरा_सा_मुस्कुराइये अदनासा- Arshad Siddiqui Rakesh Srivastava Ravi Ranjan Kumar Kausik Dr Udayver Singh
read moreAndy Mann
White हम सब लोग ऐसे दौर मे रह रहे हैं जहाँ बुद्धिमान लोगों को चुप करा दिया जा रहा है..!! ताकि मुर्ख लोग नाराज ना हो जाए..!!!! ©Andy Mann #sad_quotes अदनासा- Neel Arshad Siddiqui Ravi Ranjan Kumar Kausik Dr Udayver Singh
#sad_quotes अदनासा- Neel Arshad Siddiqui Ravi Ranjan Kumar Kausik Dr Udayver Singh
read morezenith
White हिस्सा तुम हिस्सा हो इस अनंत विश्व का माना की बहुत छोटे से हो फिर भी सारी चीजें तुमसे जुड़ी है Always dream of high goals Every thing small or big will help to achieve your goals ©Vibha Pandey #Truth #Truth_of_Life #anant #viswas
#Truth #Truth_of_Life #anant #viswas
read moreAjita Bansal
White दर्द ने सिखाया खुद से मिलना, राहों में खो जाने से पहले, ख़ुद को जानना ज़रूरी है, तब जाकर कोई सही रास्ता लगे। हर ख्वाब का पीछा करते हुए, सपनों में खो जाते हैं हम, लेकिन जब वो टूटते हैं, तब महसूस होता है, हम कहाँ थे, कहाँ हम। अक्सर दूसरों की नज़र से ही जीते हैं हम, पर सच्ची पहचान तो अंदर से आती है। जो खुद को समझे, वही खुद को पा सकता है, बाकी सब तो बस एक छलावा होता है। अब मेरी आँखों में बस एक सवाल है, क्या मैं सचमुच खुद से प्यार करता हूँ? जब तक ये सवाल हल नहीं होगा, ख़ुद के ही हाल में, ख़ुद से जूझता रहूँगा। ©Ajita Bansal #Sad_Status poem of the day
#Sad_Status poem of the day
read more