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LOL
एक त्रिवेणी ही तो है मैं तुम और.. ये प्यार हमारा ©KaushalAlmora SOD :आहिस्ता कीजिए बातें (पंकज उधास) #प्यार #kaushalalmora #रोजकाडोजwithkaushalalmora #त्रिवेणी #poetry #365days365quotes #yqdidi
SOD :आहिस्ता कीजिए बातें (पंकज उधास) #प्यार #kaushalalmora #रोजकाडोजwithkaushalalmora #त्रिवेणी poetry #365days365quotes #yqdidi #yqbaba
read more13ra__Rao
कभी कभी दिल इतना उदास होता है अकेले में बहोत रोने का मन करता है ©Rao waqar #उधास #alone
Saurabh pal 85
आज तो रो पड़ी होगी गजल भी। आंगन जो सुना कर गया "पंकज उधास " ©Saurabh pal 85 आज तो रो पड़ी होगी गजल भी, जो आंगन सुना कर गया ,, पंकज उधास" 🌹🙏
आज तो रो पड़ी होगी गजल भी, जो आंगन सुना कर गया ,, पंकज उधास" 🌹🙏 #Quotes
read moreNojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)
ग़ज़ल को पूरी करें- #HappyBirthday #PankajUdhas जन्मदिन मुबारक़- पंकज उधास (17 मई 1951) पंकज उधास का जन्म गुजरात में राजकोट के पास जैतपुर में ह
ग़ज़ल को पूरी करें- #happybirthday #PankajUdhas जन्मदिन मुबारक़- पंकज उधास (17 मई 1951) पंकज उधास का जन्म गुजरात में राजकोट के पास जैतपुर में ह
read moreSAMRAT PANKAJ
जिंदगी के हर पल में मुस्कुराना सीख लो दुख दर्द की घडी को हंस के बिताना सीख लो ये क्षणिक समय कष्ट के कट जाएंगे यूं हंसते ये दुख दर्द के समय को भी गले लगाना सीख लो सम्राट पंकज 9304119226 #samratpankajpoetry रचनाए सम्राट पंकज की
#samratpankajpoetry रचनाए सम्राट पंकज की
read morePankaj Shukla
मैं यहाँ, तू वहाँ. हर सब्र का हिसाब रखा है मैंने शायद खुद की किताब रखा है मैंने मत पूँछ हाल मेरे दिल का,यूँ गैरो से तेरे लिए आज भी दिल सभाल रखा है मैंने #NojotoQuote पंकज# पंकज #nojoto#love
Pushpendra Pankaj
कहानी -1 उपेक्षा से प्रतीक्षा तक-1 तभी जोर की आवाज़ सुनकर ,पङौस की नंदनी चाची आ गयीं । वह कुछ समय तक विक्रमजीत और मनिमाला के तनाव ग्रस्त चहरे को पढती रहीं ,फिर हिम्मत करके कहा-क्या हुआ ? घर तक आवाज़ आ रही थी तो रुका नहीं गया । मनिमाला ने चुप्पी तोङते हुए कहा,जब सही सलाह देने पर भी मेरे ही अंदर कमियाँ ढूँडी जाती हैं तो ------।अब विक्रम भी उत्तेजित होकर बेकाबू हो गया और हाथ फैंक-फैंक कर बातें करने लगा। मौके की जटिलता को देखकर नंदनी काकी ने दोनों से कहा -सुनो बच्चों एक ओर छोटी बच्ची दिव्या(दिव्यश्री का घरेलू नाम )है दूसरी ओर नई उम्मीद, दोनो पर ही इस नोक-झोंक का असर पङ रहा है । बच्चों कुछ हद तक मनिमाला सही है,उसे पर्याप्त आराम की बहुत जरुरत है ,जबकि बच्ची को देखभाल की ।अब समस्या यह है कि यह सब संभव कैसे---कुछ समय के लिये सभी चुप हो गए । मानसिक उथलपुथल से तीनो ही जूझ रहे ----। आखिर मे चाची ने कहा--------------- शेष----भाग 13 पुष्पेन्द्र पंकज ©Pushpendra Pankaj #MadhuriDixit पंकज की पंक्तियाँ भाग 12
#MadhuriDixit पंकज की पंक्तियाँ भाग 12 #प्रेरक
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