Find the Latest Status about खामोश रहता हूँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खामोश रहता हूँ.
rahi_poems
खामोश रहता हूं मैं अक्सर फिर भी लब कह जाते हैं। सोचकर बनाना ख्वाबों के महल, अमूमन ढह जाते हैं।। भुला नहीं पाए हम दगा ए इश्क को, ज्यों दरिया सूख जाए तो निशां रह जाते हैं। खामोश रह.......... मैंने जो इश्क किया था सरेआम कर दिया, जमाने भर की बातें तेरे लिए सह जाते हैं। खामोश रह.......... दिल के दर्द ये जमाने से तो छिपा लेता हूँ, जब भी उसकी याद आती है, आँसू बह जाते हैं। खामोश रह.......... क्या नाम देता मैं इस रिश्ते को जो बन ही नहीं पाया, वो चले जाते हैं छोड़कर और हम अकेले रह जाते हैं।। खामोश रह.......... खामोश रहता हूँ मैं #hindipoetry
rahi_poems
Alvi Ali Same Khan
Mohd Hayat Pasha
गुर्वत न दे सकी मेरे ज़मीर को शिकस्त झुक कर किस अमीर से मिलता नही हूँ मैं अब खामोश रहता हूँ मैं इस लिए बोलकर मैने अपना दिल बहुत दुखाया है,,,।।।Good ecening all freind of you 😊😊
pagal mj
कितनी भीड़ है जमाने मे फिर भी में तन्हा तन्हा सा रहता हूँ उदास तो में भी हो जाता हूँ पर अभी खुश हूँ अक्सर ये कहता हूँ एक हद तक सबकी सुनता हूँ फिर एक आदि शिकायत कहता हूँ हाँ थोड़ा pagal हूँ में इसलिए अक्सर खामोश रहता हूँ ©pagal mj इसलिये अक्सर खामोश रहता हूँ😕😕😕 for more 👉@pagal.mj (insta) #shayari #love #poetry #trending #nojoto
Hasanand Chhatwani
किताबो की तरह बहुत से अल्फाज़ है मुझमें, और किताबो की तरह ही खामोश रहता हूँ मैं ! किताबो की तरह बहुत से अल्फाज़ है मुझमें, और किताबो की तरह ही खामोश रहता हूँ मैं !
Mahesh Yogi
इतना पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश मैं अक्सर उन्ही के साथ रहता हूँ....!! इतना पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ....!! सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ...!! जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश...!! मैं अक्सर उन्ही के स
Amit kumar jha
बिना पीये ही मै मदहोश रहता हूँ,, सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ.. जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश,, मैं अक्सर उन्हीं के साथ रहता हूँ.. बिना पीये ही मै मदहोश रहता हूँ,, सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ.. जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश,, मैं अक्सर उन्हीं के साथ रहता हू
lovit Ans..
समंदर में बहता सांत दरिया हूँ भले कभी कभी खामोश रहता हूँ। बक्त बेवक्त अपने पर आगया तो तबाही मच जाएगी। समंदर में बहता सांत दरिया हूँ भले कभी कभी खामोश रहता हूँ। बक्त बेवक्त अपने पर आगया तो तबाही मच जाएगी। तबाही #शायरी #shayri