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Deepak Kanoujia
छोड़ना मत मेरा हाथ, नहीं तो गुम हो जाओगे कहीं ! पता है ! मेरी दादी के साथ जब कहीं जाता था मैं, तो वो मुझे दुलारते हुए अपनी "अनुभवी आँखों" से मेरी "मासूम आँखों" में देखकर कहती थीं छोड़ना म
Deepak Kanoujia
"तेरे यार भतेरे ने मेरा तू ही है बस यारा" " तेरे नाल होना ऐ गुज़ारा जट्टी दा मेरा नहीयो होर कोयी हाल किसे नाल " दृश्य 1 : एक सुन्दर सरोवर जिसमें तरह तरह के फूल खिले हैं और विभिन्न प्रकार के जलचर जल की क्रीङाये कर रहे हैं...आसपास ऊँचे पर्वत और उनसे क
Juhi Saini
"वो बारिश का मौसम वो हम दोनों का संग," वो हाथों में चाय की प्याली, और आँखों में अनकहे अल्फाज़ !! काश की ये अल्फाज़ बांया हो!!
Pushpendra Pankaj
हाथ को हाथ दे,साथी का साथ दे , सत्य पर जोर दे,ज्ञान पर गौर दे, संतो की होङ कर,श्रम जीतोङ कर, त्याग दे स्वार्थ को,चल परमार्थ को, थोङा सा घूम जा,भक्ति मे झूम जा, सत्य राह जाएगा,स्वयं सहज पाएगा, लोभ बंध तोङ दे ,भ्रष्टों को छोङ दे, विष-घट फोङ दे,मानवीय मोङ दे।। ©Pushpendra Pankaj हाथ को हाथ
sanjay d.y
मिले हुए हाथ छुट ना जाये तुम हाथ बड़ाना जरा उँगली से उँगली मिल जाने दे हाथ जरूर मिल जायेगे ©sanjay d.y #हाथ se हाथ मिले
anup.ji.star
आधी अधूरी बातें दिल पर बोझ जैसी होती है किसी की सुन लिया करें या किसी से कह दिया करें हाथ से हाथ जोड़े
Vivek
आश्चर्य से भर गया वह पल मैंने खोली आँखें तुम सामने थे हाथ में लिए हाथ साथ में थे...!!! ©Vivek #हाथ में लिए हाथ
Vivek
देखो तुम्हारा इश्क़ तन्हा न गुज़रे इसलिए साथ तुम्हारा ज़रूरी है अकेले उम्र न कटेगी तुमसे हाथ में हाथ हमारा ज़रूरी है...!!! ©Vivek # हाथ में हाथ # उम्र
Dr. Bhagwan Sahay Meena
यहां कौन समझता है,दिल की मजबूरियों को। कम कैसे करोगे, किस्मत में लिखी दूरियों को। कोई दिल से,दिल में उतर गया इश्क़ पाने को। और कोई खेल समझ बैठा,मेरे जज्बातों को। तेरी याद रूलाती है, अक्सर मेरी तन्हाइयों को। दिल सहेजकर रख लिया तेरी मेहरबानियों को। पंखुड़ियां किताब में छोड़ गई, कुछ कांटों को। रिश्तों की दहलीज से,मिटाऊं उनकी यादों को। तेरी याद आती है,गांव के पीपल नदी की रेत को। दिल भूला नहीं पा रहा, तेरी उन अठखेलियों को। रूलाती है तेरी यादें और तुम,दिल की आंखों को। मेरी कलम लिख देती है, बस तेरी नादानियों को। डॉ. भगवान सहाय मीना बाड़ा पदमपुरा, जयपुर, राजस्थान। घोषणा - उक्त रच मौलिक है। ©Dr. Bhagwan Sahay Rajasthani #उसके हाथ मेरे हाथ में