Find the Latest Status about अंग्रेजी रचना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अंग्रेजी रचना.
priyanka pilibanga
तेज केशरी पत्रिका मे प्रकाशित रचना 😊😊 https://nojoto.page.link/q5tV4❤️ ©Priyanka pilibanga प्रकाशित रचना 🤗❤️
प्रकाशित रचना 🤗❤️
read moreSaket Ranjan Shukla
New Year 2024-25 अंग्रेजी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं नई उमंगों से भर कर चलो हम भी नए से हो जाते हैं, नए सपने संजोकर, उनमें उड़ान के नए पर लगाते हैं, करते हैं शुरुआत नए सफ़र की नए से कदम बढ़ाकर, नए से रास्ते तलाशकर उनमें नए तरीके से खो जाते हैं, जो बीत गई वो बात गई, मन में कड़वाहट रखना क्यों, आपसी अनबन भूल, रिश्तों को नई यादों से सजाते हैं, ये नया साल संग अपने, ढेरों नई-नई चुनौतियाँ लाएगा, स्वयं को कर नवजागृत, अंतर्मन में नई उत्साह जगाते हैं, किया परास्त मुश्किलों को, हारे भी कई दफा गत वर्ष हम, पराजय से ले सबक नए, स्वयं को नए सिरे से आजमाते है, प्राप्त करनी हैं अभी नई-नई ऊँचाईयाँ और नई कई मंजिलें, नवीन स्वप्नों के किलों पर नवीन विजय पताकाएँ फहराते हैं, जैसा बोया वैसा काटा, जैसा काटा वैसा पाया और खपाया, अब नए स्वेद से सिंच अपनी कर्मभूमि, नई फसल उपजाते हैं, नए-नए प्रयोग कर जीवनशैली पर अपनी, नए गुर सीखेंगे हम, नई स्याही ले नई विचारधारा की, आओ नया इतिहास बनाते हैं, इस नएपन में संभवतः कुछ नई घबराहटें भी हृदय को सताएंगी, जीवन रणभूमि में बिछाते हैं नई बिसात, नई रणनीति अपनाते हैं, शीतलहर की चादर ओढ़े, सूर्यदेव भी आज नवीन किरणें बिखेरेंगे, तो चलो लेकर नए संकल्प लक्ष्य प्राप्ति के सहृदय नववर्ष मनाते हैं। IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla 🙏🏻अंग्रेजी नवबर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🏻 . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
🙏🏻अंग्रेजी नवबर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🏻 . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
हमारी स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक मन बाॅंवरा विधा मन के विचार भाव वास्तविक अस्तु नभो यत्र तरुस्य हृदयपक्षिणः निवसन्
read moreShiv Narayan Saxena
White ताटंक छंद नाम जपे से जन्मों के अघ, कटें कृपा तब पाता है। प्रभु ऐसे भक्तों से मिलने, खुद चलकर के आता है।। भाव भक्ति में जब आता है, इष्ट सखा बन जाता है। किसी और पर भक्त नहीं बस, प्रभु आश्रित हो जाता है।। 'शौक' अनोखा खेल अनोखा, प्रभु से अपना नाता है। यही मान जो जिये जगत में, प्रभु का प्रिय हो जाता है।। ©Shiv Narayan Saxena #rajdhani_night छंद रचना poetry in hindi
#rajdhani_night छंद रचना poetry in hindi
read moreShiv Narayan Saxena
White ताटंक छंद राजनीति में जनता कपिला, कैसा खेल निराला है। कभी न लात उठाती कपिला, नेता भरता हाला है।। अपनी इस चालाकी पर वह, मन ही मन इठलाता है। पकड़े जाने के डर से वह, खाता और खिलाता है।। नेता अफसर में बस केवल, इतना सा ही नाता है। खुद खाओ और हमें खिलाओ, भारत भाग्य विधाता है।। ©Shiv Narayan Saxena #sad_quotes छंद रचना poetry in hindi
#sad_quotes छंद रचना poetry in hindi
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
भाषा शैली स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित शीर्षक निष्ठुरता . . विधा रुपकअलंकार विचार .
read more