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लेख श्रृंखला
White वो कहती हैं हम बहुत सताते हैं उन्हें बात बात पे झगड़ते ,फिर मनाते हैं उन्हें कभी बन खडूस लड़ भी जाते हैं हम फिर प्रेम रूपी जाल में फंसाते हैं उन्हें 💝 । उनकी प्यारी सी मुस्कान देखकर भला शरारत हमें कैसे न आए, प्रेम के इस बंधन में भला कभी प्यार से सताया कैसे न जाए, यही तो रीत है इस मोहब्बत की जाने जहां फिर न जाने क्यों कहते हैं हम सताते हैं उन्हें 😀 । अपने दिल की हर एक बात बताते हैं हम मोहब्बत में प्रेम रूपी उपहार भेजवाते हैं उन्हें हमारा रिश्ता है श्री कृष्ण और राधा जी जैसा न हैं कोई गोपियां ,हम तो दिल में बसाते हैं उन्हें ❤️ । रखती हैं वो हर वक्त की सारी जानकारियां भले चले जो भी दिल ओ जेहन में परेशानियां हमारे जिंदगी की सबसे बड़ी उपहार हैं वो तभी तो हम बस देखते ही मुस्कुराते हैं उन्हें 💐। ©Gaurav Prateek #बहुत_सताते_हैं_उन्हें शायरी लव शायरी हिंदी #प्रेम_रचना #मोहब्बत #प्यार_करना Khushi_ bhaliyan31 vineetapanchal Ak.writer_2.0 Heer पूजा सक्सेना ‘पलक’ Ziya
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read morePrakash Vidyarthi
White शीर्षक_- " एहसासों के तरुवर और बूंदों के राग " ।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। काले कलूटे उमड़ते धूमड़ते मेघों से हैं गगन सज़ा । मौसम की नई अंगड़ाई देख गड़गड़ाते बादल गरजा ।। आषाढ़ श्रावण को झकझोरती बरखा रानी व्याकुल भली। मूर्छित पौधों को सुधा पान कराने जैसे इश्क की गली प्रेयसी चली।। पुरवा पवन की हिलोरती झोके रिमझिम बूंदे बरसने लगी। भूखे प्यासे भूतल को जल से तृप्त लिप्त करने लगी।। कड़कती चमकती देख घनप्रिया को । भौरो के मन में लगन फाग जगा। एकान्त शान्त बैठ कुटिया के छाव में। जैसे दिव्य ज्योति का अनुराग लगा।। वन उपवन सब खिल उठे शीतल प्रीत नीर का पाकर,। आंधी तूफ़ान से कुछ गिरे पौधें भरा नदी तालाब और पोखर।। नए उमंग अंग प्रस्फुटित हुए लताएं शाखाएं लगे झूमने। होने लगे खुद भाव अंकुरित सवाल जवाब भीं पनपने।। शुरू हुआ सरगम का सफ़र अब दिल के आंगन में जैसे अगन सजा। स्नेह धागों सा कतरो को देख एहसासों के तरुवर भींगा।। टिपटिप कलकल टपकते नीर से बुलबुले ध्यान आकर्षित किए। रूखे सूखे आंतरिक उन्मेषो से। उत्पन्न तरंग संग हर्षित हुए।। गले का गुलशन ज्ञान चमन खिला सृजित स्वर- व्यंजन बौछारित। गुनगुनाती गीत भाव अलाप्ति । अभिलाषित नयन हुए अभिसारित ।। भौरों के भेष धारणकर विद्यार्थी कलियों के मुख मुस्कान निहारे । राष्ट्र भक्ति प्रेम को तरसे जीवन भटके मटके घने जंगल को सारे।। बुंदो के राग सुर ताल तराने व्यथित मन को लगे लुभाने। इंद्रधुनुषी नभ बहुरंगी रूपम बारिश के मौसम भाए सुहाने ।। स्वरचित -: प्रकाश विद्यार्थी ©Prakash Vidyarthi #Free #Poetry #कविताएँ #रचना_का_सार #गीतकार #स्टोरी #भक्तिकीशक्ति #प्रेम_रचना
Ramkishor Azad
मिले जो यार वो मुझको जो दिल का लाखों में प्यारा है, भावना समझ गया मेरी मोहब्बत का वो आशिक पुराना है! इक्श की ज्वाला में जलता हुआ महबूब वो पागल दीवाना है,, बदल दी उसने जो मेरी हालत वो रिश्ता जन्म जन्मों का पुराना है!! डीयर आर एस आज़ाद... ©Ramkishor Azad #दोस्त #मोहब्बत #शायरी #प्रेम_रचना #भावना #मित्र #हालत #जन्मोंकानाता #Trading #Success MANSI PATEL MIND-TALK Sheetal Sudha Tripathi ꧁परी꧂
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read moreAuthor Munesh sharma 'Nirjhara'
'लता' हूँ मैं काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा नई जड़ें में जमा ही लूँगी छायी रहूँगी प्रेम-घन सी आलिंगन में समेटे रहूँगी भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व मैं यूँ तुम्हें नेह-रस सिंचित करूँगी..! 🌹 'लता' हूँ मैं काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा नई जड़ें में जमा ही लूँगी छायी रहूँगी प्रेम-घन सी आलिंगन में समेटे रहूँगी भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व
'लता' हूँ मैं काट दो तुम स्नेह जड़ें मेरी प्रेम-आच्छादित फ़िर भी रहूँगी बढूँगी कर स्पर्श तुम्हारा नई जड़ें में जमा ही लूँगी छायी रहूँगी प्रेम-घन सी आलिंगन में समेटे रहूँगी भूल जाओगे अपना पृथक अस्तित्व
read moreHriday_Creates
तुम आओगे मुझसे मिलने,आस लगाए बैठे हैं। भाव पुष्प से सारी गलियां,ख़ास सजाए बैठे हैं।। सुध होगी मेरी भी तुमको,देखोगे एक बार मुझे, दिल के कोने कोने को ,विश्वास दिलाए बैठे हैं।। हमदम ताक रहे हैं रास्ता, व्याकुल नैन हमारे, नेह की बाती हृदय दीप हम,पास जलाए बैठे हैं।। कब तक तरसाओगे हमको, कुछ बोलो ना प्रीतम, देखो तेरी प्रीत में पागल,सब बिसराए बैठे हैं।। बीत रहा है प्यार का मौसम, कली कली मुरझाए, साजन आ भी जाओ ना,प्यास लगाए बैठे हैं।। ©Chanchal Hriday Pathak #Diary_Se_Shayari #प्रेम_रचना #प्रेम_गीत
#Diary_Se_Shayari #प्रेम_रचना #प्रेम_गीत
read morePoetry with Avdhesh Kanojia
जा रहे हो तो जा सकते हो पर क्या सोचा है मेरे बारे में? उसे यही ईनाम देना चाहते हो जो जीता हो तुम्हारे सहारे में? तुम चले जाओ चाहे आज यूँ मुझे छोड़कर बदहाली में। जान दे दूँगा पर अड़चन अब न बनूँगा तेरी खुशहाली में।। #प्रेम #विरह #प्रेम_रचना #lovequote #lovequotes #lovequote #life जा रहे हो तो जा सकते हो पर क्या सोचा है मेरे बारे में? उसे यही ईनाम देना चाहते हो जो जीता हो तुम्हारे सहारे में? तुम चले जाओ चाहे आज यूँ मुझे छोड़कर बदहाली में। जान दे दूँगा पर अड़चन अब
#प्रेम #विरह #प्रेम_रचना #lovequote #lovequotes #lovequote life जा रहे हो तो जा सकते हो पर क्या सोचा है मेरे बारे में? उसे यही ईनाम देना चाहते हो जो जीता हो तुम्हारे सहारे में? तुम चले जाओ चाहे आज यूँ मुझे छोड़कर बदहाली में। जान दे दूँगा पर अड़चन अब
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मेरी कहानी में तुम्हारा नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा है। तुममें ही मुझे अपना संसार प्रत्येक क्षण क्षण दिखा है। अश्रुपूरित इन नेत्रों में मेरे कामना है तुमसे मिलने की। तेरे हृदय के उपवन में इच्छा है कोई पुष्प बनकर खिलने की।। #प्रेम #प्रेम_रचना #प्रेमपुष्प #love #lovequotes #lovequote #poetry मेरी कहानी में तुम्हारा नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा है। तुममें ही मुझे अपना संसार प्रत्येक क्षण क्षण दिखा है। अश्रुपूरित इन नेत्रों में मेरे
#प्रेम #प्रेम_रचना #प्रेमपुष्प love #lovequotes #lovequote poetry मेरी कहानी में तुम्हारा नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा है। तुममें ही मुझे अपना संसार प्रत्येक क्षण क्षण दिखा है। अश्रुपूरित इन नेत्रों में मेरे
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वर्षों बाद, छोटी सी मुलाकात -------------------------- बरसों बाद एक बार फिर मिले थे हम आमने सामने। वो मुझे देख कर चौंकी जैसे दिखा उसे मैं ख्वाब में।। था मैं भी अचंभित कि आख़िर आज यह कैसे हुआ? ठंडी शीतल सी पवन की धारा ने तब आ मुझको छुआ।। दृश्य पुराने घूम गए फिर वो यादें पुरानी आईं। हम दोनों के चेहरे पर तब मुस्कान छटा थी छाई।। कहना चाहती थी कुछ वो खिड़की से उस रेल की। तभी मेरी रेल ने दिशा बदल दी हमारे पुराने प्रेम की।। थे बैठे हम दोनों रेल में सीट थी खिड़की वाली। उसकी रेल चली जयपुर को मेरी थी दिल्ली वाली।। शब्द उसके होठों पर रह गए रह गईं बातें होती होती। जीवन की रेल चलती है ऐसे कभी हँसती कभी रोती।। #लव #love #lovequotes #oldlove #firstlove #प्रेम #प्रेम_रचना वर्षों बाद, छोटी सी मुलाकात ------------------------------------ बरसों बाद एक बार फिर मिले थे हम आमने सामने। वो मुझे देख कर चौंकी जैसे दिखा उसे मैं ख्वाब में।।
#लव love #lovequotes #oldlove #FirstLove #प्रेम #प्रेम_रचना वर्षों बाद, छोटी सी मुलाकात ------------------------------------ बरसों बाद एक बार फिर मिले थे हम आमने सामने। वो मुझे देख कर चौंकी जैसे दिखा उसे मैं ख्वाब में।।
read more-vinita vinay panchal