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Kuldeep KumarAUE
White ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है ©Kuldeep KumarAUE #sad_quotes ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है #kuldeepkumaraue
#sad_quotes ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है #kuldeepkumaraue
read moreجلال
White किसी और की मोहब्बत है इसी लिए गवारा मुझे डूबने की हसरत तुझे चाहिए किनारा کسی اور کی محبت ہے اسی لیے گوارہ مجھے ڈوبنے کی حسرت تجھے چاہیے کنارہ कहीं इसके बदले ये है कहीं उसके बदले वो है तो मफ़ाद भी यक़ीनन किसी शय का है ख़सारा کہیں اِسکے بدلے یہ ہے کہیں اسکے بدلے وہ ہے تو مفاد بھی یقیناً کسی شے کا ہے خسارہ तिरे दीद की तलब में सर ए राह मैं था लेकिन लब ए बाम से किया है किसी और को इशारा ترے دید کی طلب میں سرِ راہ میں تھا لیکن لبِ بام سے کیا ہے کسی اور کو اشارہ शब ए ग़म की वहशतों से तुझे दी जो हैं सदाएँ ये कमी नहीं है तेरी तुझे आदतन पुकारा شبِ غم کی وحشتوں سے تجھے دی جو ہیں صدائیں یہ کمی نہیں ہے تیری تُجھے عادتاً پکارا ये तसल्लियों के बोसे नहीं चाहिए मुझे अब न यक़ीं दिला तू मुझको तुझे जीत के मैं हारा یہ تسلیوں کے بوسے نہیں چاہیے مجھے اب نہ یقیں دلا تو مُجھکو تُجھے جیت کے میں ہارا कभी ख़ुद को सोच कर मैं यही ख़ुद से पूछता हूँ तुझे चाहिए क्या मुझसे तू बता तो कुछ ख़ुदा-रा کبھی خود کو سوچ کر میں یہی خود سے پوچھتا ہوں تجھے چاہیے کیا مُجھسے تو بتا تو کچھ خدارا ये हयात इक सज़ा है मुझे मौत माॅंगनी है किसी सम्त दिख रहा क्या कोई टूटता सितारा یہ حیات اک سزا ہے مجھے موت مانگنی ہے کسی سمت دکھ رہا کیا کوئی ٹوٹتا ستارہ ©جلال #Thinking सफ़ीर 'रे' Rakhee ki kalam se harsha mishra कवि आलोक मिश्र "दीपक" Sarfraz Ahmad
#Thinking सफ़ीर 'रे' Rakhee ki kalam se harsha mishra कवि आलोक मिश्र "दीपक" Sarfraz Ahmad
read moreAnurag Vishwakarma
White वक्त जलता है तेरे मेरे साथ से। अब वक्त भी वक्त से पहले बीत जाता है। Time burns with you and me. Now even time passes before its time. 🍁 ©Anurag Vishwakarma #love_shayari वक्त जलता है तेरे मेरे साथ से। अब वक्त भी वक्त से पहले बीत जाता है। Time burns with you and me. Now even time passes before
#love_shayari वक्त जलता है तेरे मेरे साथ से। अब वक्त भी वक्त से पहले बीत जाता है। Time burns with you and me. Now even time passes before
read moreAbhiJaunpur
विश्व हिन्दी दिवस को अंग्रेजी मे लिखकर बधाई देने वालो को भी विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं ©AbhiJaunpur #AbhiJaunpur सुरेश अनजान अदनासा- शिवम् सिंह भूमि कवि आलोक मिश्र "दीपक" अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर
#AbhiJaunpur सुरेश अनजान अदनासा- शिवम् सिंह भूमि कवि आलोक मिश्र "दीपक" अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर
read moreBhupendra Rawat
White अक़्सर थक कर हार जाते है जो लोग मंज़िलों तक रास्ते नहीं बना पाते वो लोग तिमीर को बनाकर अपनी राह का साथी क़िस्मत का दीपक नहीं जला पाते है वो लोग ©Bhupendra Rawat #sad_quotes अक़्सर थक कर हार जाते है जो लोग मंज़िलों तक रास्ते नहीं बना पाते वो लोग तिमीर को बनाकर अपनी राह का साथी क़िस्मत का दीपक नहीं जला
#sad_quotes अक़्सर थक कर हार जाते है जो लोग मंज़िलों तक रास्ते नहीं बना पाते वो लोग तिमीर को बनाकर अपनी राह का साथी क़िस्मत का दीपक नहीं जला
read moreShubham Raj Tiwari
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयास करने वालों के लिए प्रत्येक कार्य संभव है परेशानी में भी एक बार मुस्कुराइए और लगन से लग जाइए फिर जितने से कौन रोक सकता है | कर्म ही आसा है | भगवती का कृपा और आप सबका साथ बना रहे ©Shubham Raj Tiwari #SunSet mithilani मनोज मानव Kamlesh Kandpal Anil Ray कवि आलोक मिश्र "दीपक"
#SunSet mithilani मनोज मानव Kamlesh Kandpal Anil Ray कवि आलोक मिश्र "दीपक"
read moreShiv Narayan Saxena
अपनों से मुलाक़ात ©Shiv Narayan Saxena #नववर्ष_2025 एक मुलाक़ात hindi poetry on life नीर Madhusudan Shrivastava "सीमा"अमन सिंह कवि आलोक मिश्र "दीपक" जनकवि शंकर पाल( बुन्देली)
#नववर्ष_2025 एक मुलाक़ात hindi poetry on life नीर Madhusudan Shrivastava "सीमा"अमन सिंह कवि आलोक मिश्र "दीपक" जनकवि शंकर पाल( बुन्देली)
read moreShashi Bhushan Mishra
दीप जलता है सदन में, अंधेरा है व्याप्त मन में, चलाता है श्वास सबका, वही रक्षक है भुवन में, प्रेम और विश्वास से ही, प्रकट होते ईश क्षण में, कर रहे गुणगान सारे, धरा से लेकर गगन में, सिंधु से जलश्रोत लेता, वही भरता नीर घन में, जागता है साथ हरपल, साथ रहता है सयन में, हृदय में है व्याप्त गुंजन, बसा ले उसको नयन में, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #दीप जलता है सदन में#
#दीप जलता है सदन में#
read moreswati soni
White Ho jati hai kabhi kabhi ye qalum bhi khamosh sayad kisine bhut kuch jataya hoga jo hmesa likhne ko rahti thi aatur akhir kuch ehsas ne sikhaya hoga . #swati ki qalum se ✍️ ©swati soni #Deepthoughts #swatikiqalumse उत्कर्ष शुक्ल UK कवि आलोक मिश्र "दीपक" Jasmine of December Swati sharma विवेक ठाकुर 'शाद' Anshu writer
#Deepthoughts #swatikiqalumse उत्कर्ष शुक्ल UK कवि आलोक मिश्र "दीपक" Jasmine of December Swati sharma विवेक ठाकुर 'शाद' Anshu writer
read moreF M POETRY
White करूँ तारीफ़ क्या तेरी तू इतनी खूबसूरत है.. तू शहज़ादी है रानी है तेरी सूरत सुहानी है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #तू शहज़ादी है रानी है.....
#तू शहज़ादी है रानी है.....
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