Find the Latest Status about ऐसी बातें from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ऐसी बातें.
Tripurari Pandey
White जब - जब घर टूटता है , पड़ोसी मजा लूटता है। जब - जब घर बनता है पड़ोसी का दिल टूटता है। ©Tripurari Pandey सच्ची बातें
सच्ची बातें
read moreमिहिर
White जबान खुल और बंद हो रहा है बातें नहीं हो रही है कोई कुछ बोल रहा है सुन रहा हूं जवाब दे रहा हूं बस मैं बोल नहीं रहा मेरी तरफ से कुछ भी नहीं हो रहा है बस जबान खुल और बंद हो रहा है आवाज निकल रही है बातें नहीं हो रही है ना किसी और ना खुद से कुछ पूछ नहीं रहा कुछ कह भी नहीं रहा तो बस जबान खुल और बंद हो रहा है बातें नहीं हो रही है !! ©मिहिर #बातें
Manju Vashishtha
पर हर बात तुमसे कहते दिल डरता है तुम ही तो वो रिश्ता मेरा जिस पर आकर मेरा संसार बनता है ©Manju Vashishtha #कितनी बातें
#कितनी बातें
read moreVs Nagerkoti
जिंदगी मैं ज्यादा किसी को भी Seriously मत लो । lesson लो और आगे बढ़ो। हर किसी से इतना Attached मत हो जाना की उम्र भर पछताना पड़े। ना किसी की life मैं interfare करें न किसीको ये अधिकार दें। इससे सिर्फ वक्त का नुकसान ही होता है । अपने को जाने अपने बारे मैं सोचें ऐसा करके गलत कर्मो से भी दूर रहेंगे और अपने कार्य मैं सफ़लता भी प्राप्त कर सकेंगे ।आज लोग ज्यादातर बर्बाद दूसरों की जिंदगी मैं झांकने से होते है। और इससे नफरत भी बढ़ती है । ©Vs Nagerkoti #teatime कुछ खाश बातें,,
#teatime कुछ खाश बातें,,
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
बात कुछ खट्टी कुछ मीठी होनी चाहिए कुछ तेरे कुछ मेरे मन की होनी चाहिए अंदाज सबका जुदा जुदा है जीने का मगर ज़िंदगी भी ज़िंदगी सी होनी चाहिए गलतफहमियों ने उजाड़े हैं घरोंदे कई दिल्लगी जरा फीकी फीकी होनी चाहिए.. आसमाँ जीत लेना आसान तो नहीं है बेहतर ख्वाहिशें जमीं की होनी चाहिए.. कौन अपना कौन पराया क्या जाने दिल साथ तजुर्बो की कसौटी होनी चाहिए.. ज़िंदगी यूँ ही मत गँवा मरने से पहले ख़ुदा से इक मर्तबा आशिकी होनी चाहिए ©अज्ञात #बातें
suman bhati
Naina
हर साल कि भाती इस साल भी दिवाली आई और मैं फिर खुद के भीतर अंधकार भरे बाहर कि जगमगाती दुनिया बस निहारती रह गई ज़िंदगी के बेरंग उदासीन पन्नों को बिखरा छोड़ मैं इस साल भी ख़ुद कि टूटी हिम्मत संवारती रह गई टूटे सपनों कि झंकार को अंदर दफ़ना कर मैं इस वर्ष भी पटाखों कि शोर में कहीं छुपी रही जहां पुरी दुनिया उमँग में शराबोर थी मैं ख़ुद के अंदर सिमटे हुए बस चुप ही रही सालों कि मेहनत का जब हिसाब लगाया तो लगा फ़रियादों कि चिट्ठियों का जवाब इस बार भी न आया और निराश होकर मैंने फिर इस दिवाली एक दिया उम्मीदों के नाम जलाया! ©Naina एक दिवाली ऐसी भी #sad_shayari
एक दिवाली ऐसी भी #sad_shayari
read more