Find the Latest Status about कटवाते जाऊं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कटवाते जाऊं.
Lili Dey
किसी रोज़ इन हवाओं में गुम हो जाऊं... भूल कर खुदको इन हवाओं में समा जाऊं, कभी तो इन हवाओं के मिठास में घुलमिल जाऊं, एक पंछी बनके इन हवाओं में रहे जाऊं, किसी रोज़ इन हवाओं में गुम हो जाऊं... बादलों के बीच हवाओं के साथ साथ उड़ता जाऊं, मेरे आख़िरी सांस तक इन हवाओं के बीच ठहर जाऊं, हां कभी तो में इन हवाओं में जुड़ जाऊं, किसी रोज़ इन हवाओं में गुम हो जाऊं... ©Lili Dey हवाओं में गुम हो जाऊं
हवाओं में गुम हो जाऊं
read morePriyanka pilibanga
तेरी ज़िन्दगी की, मैं एक कहानी बन जाऊं। उस कहानी में, तूं राजा, मैं रानी बन जाऊं। घर तेरा तालाब हों, तूं मछली, मैं पानी बन जाऊं। तेरी ज़िन्दगी की, मैं एक कहानी बन जाऊं। तुम्हें पसन्द है अगर कुछ नया, कुछ पुराना, तो मैं कुछ नई, कुछ पुरानी बन जाऊं। तूं राम जैसा बन जाना, मैं सीता जैसी सयानी बन जाऊं। तेरी ज़िन्दगी की मैं एक कहानी बन जाऊं। ©Priyanka Poetry तेरी कहानी बन जाऊं
तेरी कहानी बन जाऊं
read moreAnuradha T Gautam 6280
#नौकर हर बार तुम्हारी मानूं कोई नौकर थोड़ी हूं दुखी होकर भी मैं हस्ती रहूं कोई जोकर थोड़ी हूं अब तेरा नौकर बनने से बेहतर है कि मैं खुद
read moreAnuradha T Gautam 6280
उसने कहा तेरे पैरों की पायल बन जाऊं क्या मैंने भी कह दिया हां कानों की झुमकी गले की चैन और हाथों के कंगन उंगलियों की अंगूठी जितना हो
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Unsplash चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची, तभी तो हों रहीं रुस्वाइयाँ है//२ कहीं पे रखके वो भुला मुहब्बत, वहीं से नफरतों की आगाजियां है//३ तुझे समझूँ,तुझे चाहूँ मुसलसल, यही तो इश्क़ की रुहानियां है//४ तेरे पहलु मे आके बैठ जाऊं, सनम दिल में तेरी रुमानियाँ है/५ न बन पाये जो तु मेरा कभी भी, मै समझूंगी तुझे दुश्वारियां है//६ लगी आतिश चमन मे बद-अम्न की, सुकून वालों को ही हैरानियां है//७ #Shamawtitesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #library #nojoto #shayari चमन मे चारसु चिंगारियां है, जिधऱ देखो,उधर बर्बादियां है//१ नोंचता है क्यूं गुलों को बनके गुल्ची,तभी तो हों रहीं
Sanatan_Sanskriti_Shubhash
Rakesh frnds4ever
White ये समय जो असीमित तेज रफ्तार से दौड़ रहा है,, कहीं रुक जाए, ठहर जाए कहीं अब और नहीं , बस मुझमें बसे इस अकेलेपन से कोई निकाल ले मुझे,, हाथ पकड़ कर थाम ले कोई प्यार से बस इक बार पुकार ले,,, मेरा नाम ले कोई,,, इस सूनेपन एकाकीपन अकेलेपन की असीम सुनसान खामोश खाली तन्हा वीरानेपन की जगह से बाहर निकाल ले कोई,, टिक जाऊं मैं भी कहीं रुक जाऊं,,, थम जाऊं मैं भी कहीं ठहर जाऊं,,इक पल को ही सही चैन की सांस ले पाऊं मैं भी कभी कहीं ©Rakesh frnds4ever ये #समय जो असीमित तेज रफ्तार से दौड़ रहा है,, कहीं #रुक जाए, #ठहर जाए कहीं अब और नहीं , बस मुझमें बसे इस #अकेलेपन से कोई निकाल ले म
Shivkumar barman
White दीपावली का पर्व करता मुझसे यही प्रस्तवाना आत्मिक संप्रभुता की हृदय में करूं संस्थापना सादगीयुक्त नवीन सुन्दरता जीवन में अपनाऊं मन को सुकून देने वाला संदेश सबको सुनाऊं अपने घर की तरह मन बुद्धि भी स्वच्छ बनाऊं दिव्य गुणों सुगन्ध से अपना हृदयतल महकाऊं मन का अंधेरा मिटाने वाला दीपक मैं जलाऊं हर आत्मा का मुख मण्डल देदीप्यमान बनाऊं सम्मानयुक्त मीठे बोल वाणी से सबको सुनाऊं सुख शांति भरी शुभकामना सबको देता जाऊं ©Shivkumar barman *दीपावली पर्व की शुभकामना* दीपावली का पर्व करता मुझसे यही प्रस्तवाना आत्मिक संप्रभुता की हृदय में करूं संस्थापना सादगीयुक्त नवीन सुन्दरता
*दीपावली पर्व की शुभकामना* दीपावली का पर्व करता मुझसे यही प्रस्तवाना आत्मिक संप्रभुता की हृदय में करूं संस्थापना सादगीयुक्त नवीन सुन्दरता
read moreRakesh frnds4ever
White तुझको जो पा जाऊं मैं धन दौलत से भर जाऊं मैं काश तू दुल्हन बनकर आए जीवन में,,, दुनिया की तरह ,,,,,,,मेरी भी दुनिया हो जाए हसीन,,,,,,, पा कर तेरे साथ को जो नीभ जाए जिंदगी तू हो जाए जो मेरी जीवनसंगिनी,, धन तेरस हो जाए मेरी मिल जाए मुझे धन - ते- रस ©Rakesh frnds4ever #तुझको जो पा जाऊं मैं #धन_दौलत से भर जाऊं मैं काश तू #दुल्हन बनकर आए जीवन में,,, दुनिया की तरह मेरी भी दुनिया हो जाए हसीन,, पा कर #तेरे_
नवनीत ठाकुर
White मय को हाथ लगाता नहीं, पर साक़ी जो जाम भर दे, तो फिर उसे छोड़ पाता नहीं। जिद पर आ जाऊं तो उसकी कलाई थाम लूँ, और फिर कभी खुद से छुड़ा पाता नहीं। उसकी हंसी में है मेरे होश और बेहोशी का हर लम्हा छुपा, मैं देखूँ उसे, वो हंस दे, तो दिल उसका तोड़ पाता नहीं। उसकी खुशबू में जैसे मय का हर कतरा घुला हो, उसकी रूह से उठता है वो नशा, जो कभी उतर पाता नहीं। ©Navneet Thakur # मय को हाथ लगाता नहीं, पर साक़ी जो जाम भर दे, तो फिर उसे छोड़ पाता नहीं, जिद पर आ जाऊं तो उसकी कलाई थाम लूँ, और फिर कभी खुद से छुड़ा पाता न
# मय को हाथ लगाता नहीं, पर साक़ी जो जाम भर दे, तो फिर उसे छोड़ पाता नहीं, जिद पर आ जाऊं तो उसकी कलाई थाम लूँ, और फिर कभी खुद से छुड़ा पाता न
read more