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gudiya
White बुद्ध के चित्र को मानस पटल पर लगाया धीरे-धीरे विचारों को उनके बूटी बनाया इन बूटियों को चरित्र में मिलाया शांती के राह राह पर मन को चलाया त्याग की प्रवृतियों को पनाह ज़ेहन में दिलाया इस तरह मैने भी बुद्द्म शरणम गच्छामि अपनाया ! बुद्धं शरणं गच्छामि !! बुद्धं शरणं गच्छामि!! बुद्धं शरणं गच्छामि !! ©gudiya #Buddha_purnima बुद्ध के चित्र को मानस पटल पर लगाया धीरे-धीरे विचारों को उनके बूटी बनाया इन बूटियों को चरित्र में मिलाया शांती के राह राह प
Yogi Sonu
hanuman jayanti 2024 उपनिषद कहता है अपने आप को ब्रह्म जानो आत्मा और परमात्मा में अभेद संबंध स्थापित करो न्याय पूर्वक धन प्राप्त करो और चोरी मत करो इससे तुम्हारे अंत करण की शुद्धि होगी यह किसी परमात्मा के लिए नही अपनी अंतकरण की शुद्धि और अभयता के लिए सबसे सरल मार्ग है । #qotes ©Yogi Sonu उपनिषद कहता है अपने आप को ब्रह्म जानो आत्मा और परमात्मा में अभेद संबंध स्थापित करो न्याय पूर्वक धन प्राप्त करो और चोरी मत करो इससे तुम्हार
Shivkumar
मेरा तो जीना हराम कर रखा है , पूरे शहर में ही यु तो जाम लग रहा है । पेट्रोल-डीज़ल वैसे ही नहीं रहा सस्ता, 10 मिनट का रस्ता तो यु 1-1 घंटे में तय होता है। और अगर किसी का स्कूटर जाम मे बंद पड़ जाता है, तो हर कोई हॉर्न बजा-बजा के उसी पे चढ़ जाता है । जाम से बचने के लिए जो दूसरा रास्ता अपनाया , तो वहाँ तो उससे भी बड़ा जाम पाया । इसकी ना जाने कब युक्ति निकलेगी , ©Shivkumar #trafficcongestion #traffic #Signal #Nojoto मेरा तो #जीना हराम कर रखा है , पूरे #शहर में ही यु तो #जाम लग रहा है । #पेट्रोल डीज़ल व
Sangeeta Kalbhor
बात नही की.. एक अरसा गुजर चुका है मैंने अपने आप से मुलाकात नही की की है हजारों बातें औरों से मैंने अपनेआप से बात नही की कुछ टूटता है आवाज भी होती है मेरे अंदर के मैं से आगाज भी आती है न जाने क्यूँ पर मैंने अपने ही आप से आवाज नही दी की है हजारों बातें औरों से मैंने अपनेआप से बात नही की ये मेरा वो मेरा घर मेरा द्वार मेरा ससुराल मेरा मायका मेरा रसोई घर का जायका मेरा सभी को अपनाया मैंने अपनेआप को अपनाने की हिंमत नही की की है हजारों बातें औरों से मैंने अपनेआप से बात नही की..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor #oddone बात नही की.. एक अरसा गुजर चुका है मैंने अपने आप से मुलाकात नही की की है हजारों बातें औरों से मैंने अपनेआप से बात नही की कुछ टूटता
N S Yadav GoldMine
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए आइये विस्तार से जानिए !!🍋🍋 {Bolo Ji Radhey Radhey} वैशाख अमावस्या :- 🌿वैशाख का महीना हिन्दू वर्ष का दूसरा माह होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी माह से त्रेता युग का आरंभ हुआ था। इस वजह से वैशाख अमावस्या का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। दक्षिण भारत में वैशाख अमावस्या पर शनि जयंती मनाई जाती है। धर्म-कर्म, स्नान-दान और पितरों के तर्पण के लिये अमावस्या का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिये भी अमावस्या तिथि पर ज्योतिषीय उपाय किये जाते हैं. वैशाख अमावस्या व्रत और धार्मिक कर्म :- 🌿प्रत्येक अमावस्या पर पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए व्रत अवश्य रखना चाहिए। वैशाख अमावस्या पर किये जाने वाले धार्मिक कर्म इस प्रकार हैं. 🌿इस दिन नदी, जलाशय या कुंड आदि में स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य देकर बहते हुए जल में तिल प्रवाहित करें। 🌿पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण एवं उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें। 🌿वैशाख अमावस्या पर शनि जयंती भी मनाई जाती है, इसलिए शनि देव तिल, तेल और पुष्प आदि चढ़ाकर पूजन करनी चाहिए। 🌿अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए और संध्या के समय दीपक जलाना चाहिए। 🌿निर्धन व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन और यथाशक्ति वस्त्र और अन्न का दान करना चाहिए। पौराणिक कथा :- 🌿वैशाख अमावस्या के महत्व से जुड़ी एक कथा पौराणिक ग्रंथों में मिलती है। प्राचीन काल में धर्मवर्ण नाम के एक ब्राह्मण हुआ करते थे। वे बहुत ही धार्मिक और ऋषि-मुनियों का आदर करने वाले व्यक्ति थे। एक बार उन्होंने किसी महात्मा के मुख से सुना कि कलियुग में भगवान विष्णु के नाम स्मरण से ज्यादा पुण्य किसी भी कार्य में नहीं है। धर्मवर्ण ने इस बात को आत्मसात कर लिया और सांसारिक जीवन छोड़कर संन्यास लेकर भ्रमण करने लगा। एक दिन घूमते हुए वह पितृलोक पहुंचा। वहां धर्मवर्ण के पितर बहुत कष्ट में थे। पितरों ने उसे बताया कि उनकी ऐसी हालत तुम्हारे संन्यास के कारण हुई है। क्योंकि अब उनके लिये पिंडदान करने वाला कोई शेष नहीं है। यदि तुम वापस जाकर गृहस्थ जीवन की शुरुआत करो, संतान उत्पन्न करो तो हमें राहत मिल सकती है। साथ ही वैशाख अमावस्या के दिन विधि-विधान से पिंडदान करो। धर्मवर्ण ने उन्हें वचन दिया कि वह उनकी अपेक्षाओं को अवश्य पूर्ण करेगा। इसके बाद धर्मवर्ण ने संन्यासी जीवन छोड़कर पुनः सांसारिक जीवन को अपनाया और वैशाख अमावस्या पर विधि विधान से पिंडदान कर अपने पितरों को मुक्ति दिलाई। ©N S Yadav GoldMine #wholegrain अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए आइये विस्तार से जानिए !!🍋🍋 {Bolo Ji Radhey Radhey} वैशाख अमावस्या :- 🌿वैशा