Nojoto: Largest Storytelling Platform

New झूमेंगे ग़ज़ल गाएंगे लहरा के पी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about झूमेंगे ग़ज़ल गाएंगे लहरा के पी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, झूमेंगे ग़ज़ल गाएंगे लहरा के पी.

Stories related to झूमेंगे ग़ज़ल गाएंगे लहरा के पी

Anusha choudhary

roli yadav एस पी "हुड्डन" Anshu Chaurasiya poet jaswant singh Latika Sharma (गूँज)

read more
White लोग बुरे नही होते 
बस हालात उन्हें बदल देते हैं

©Anusha choudhary  roli yadav  एस पी "हुड्डन"  Anshu Chaurasiya  poet jaswant singh  Latika Sharma (गूँज)

Yusufi Media

ग़लत बात पर गुस्सा आ जाना शराफत है, लेकिन उसी गुस्से को पी जाना मोमिन की निशानी है #YusufiMedia #islamicpost #viralpost

read more
ग़लत बात पर गुस्सा आ जाना शराफत है, लेकिन उसी गुस्से को पी जाना मोमिन की निशानी है

©Yusufi Media ग़लत बात पर गुस्सा आ जाना शराफत है, लेकिन उसी गुस्से को पी जाना मोमिन की निशानी है #YusufiMedia #islamicpost #viralpost

#काव्यार्पण

murtja barlal ग़ज़ल #Sad_Status Kartik Aaryan Extraterrestrial life love shayari in english quote of love loves quotes

read more
White वअ'दा जो था निबाह का तुम ने वफ़ा नहीं किया
हम ने तो आज तक तुम्हें दिल से जुदा नहीं किया

हम ही वो कम-नसीब थे माँगे मिली न मौत भी
आप का क्या क़ुसूर है आप ने क्या नहीं किया

मोम हुए पिघल गए संग बने चटख़ गए
फिर भी ज़बाँ से आज तक हम ने गिला नहीं किया

दश्त-ए-तलब में हर सदा गूँज बनी बिखर गई
किस को सुलगती रेत ने आबला-पा नहीं किया

वो तो ये कहिए सख़्त-जाँ हम थे कि वार सह गए
तुम ने वगर्ना एक भी तीर ख़ता नहीं किया

आज वफ़ा का वास्ता देता है वो सितम-ज़रीफ़
जिस ने ग़ुरूर-ए-हुस्न में ख़ौफ़-ए-ख़ुदा नहीं किया

वैसे तो सब ब-ज़ोम-ए-ख़्वेश सच्चे हैं लेन-देन के
मिट्टी का जिस पे क़र्ज़ था उस ने अदा नहीं किया
"मुर्तजा बरलाल"

©#काव्यार्पण murtja barlal ग़ज़ल 

#Sad_Status  Kartik Aaryan Extraterrestrial life love shayari in english quote of love loves quotes

Narinder Jog

White अब  जो बाजार  में रखे हो तो हैरत क्या है। 
जो भी देखेगा वो पूछेगा की कीमत क्या है। 

                                         राहत इंदौरी

©Narinder Jog #sad_shayari #Shayari #Love #शायरी #लव #ग़ज़ल #Poetry

Narinder Jog

White ये  चली  हैं  जो अंधियां, फ्रैबों  की   तेरे  अंदर।
आंधियों का रुख बदलने का हुनर  है मेरे अंदर।

ये  मत  सोच  लेना  के मैं  चुप करके  बैठ  गया,
अभी   है   चिंगारी   सच्चाई    की   मेरे   अंदर।
 
                                                नरेंद्र जोग

©Narinder Jog #sad_quotes #Shayari #Love #ग़ज़ल #शायरी

Deep Bawara

बेहोश हो गया दिल अब प्यार करते करते
आरिफ़ अल्वी के अम्मी की चूत का रूमाल करते करते

हर बाग अब उल्फत का सुख सा गया गया
सारा पानी आरिफ़ अल्वी के अम्मी के चूत में गया है



पर नूर थी मोहब्बत पुर जोर थी
आरिफ़ अल्वी के अम्मी की चूत कुछ और थी

मसरूफ है दीवाने कुछ और चाहिए क्या
आरिफ़ अल्वी के अम्मी के चूत में लवडे नहाइये क्या

इनआम इश्क का अब कुछ भी नहीं आरिफ
बावरा तुम्हारा बाप है और किसकी करोगे तारीफ़

©Deep Bawara #Nojoto #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #शायरी #शेर #ग़ज़ल

Chanchal Chaturvedi

green-leaves  सुनो मुझे तुम से पूछना है की....

तुमने बीज़ रूपी अधूरे 
नज़्मों की जो फ़सल अपने 
मन के काग़ज़ पर बोई हैं....

क्या मुझे मेरी परवाह के पानी, 
भरोसे की खाद और चाहतों की 
रौशनी से सींच कर हरी—भरी 
पूरी ग़ज़ल बनाने का हक़ दोगे क्या?

©Chanchal Chaturvedi #ग़ज़ल #Chanchal_mann #Dream #Shayari #Love #GreenLeaves

prashant farrukhabadi

sad_shayari SAD #ग़ज़ल

read more
White इश्क़ मुक़म्मल हो मैं ये वादा नहीं करता 
हद से ज्यादा मैं खुद से इरादा  नहीं करता ।

तू तो मुझको अपनी जान समझती है 
किस मुंह से कह दूं कि नाता नहीं रखता।

बड़ी फरेबी है दुनिया सारी खुद को समझा ले 
इश्क़ में रहकर कोइ शादी का वादा नहीं करता।

©prashant farrukhabadi #sad_shayari #SAD ##ग़ज़ल

ek_khoya_sa_ladka)

#Manmohan_Singh_Dies एस पी "हुड्डन" –Varsha Shukla RAVINANDAN Tiwari sapna prajapati❤ ASHISH KUMAR TIWARI

read more
Google  सादगी कुछ इस तरह एक किरदार की थी
बिना कुछ कहे भी 
हर जुबान पे कहानी एक सरदार की थी।
शत शत नमन 
आर्थिक मंदी में भारत को संभालने के लिए

©ek_khoya_sa_ladka) #Manmohan_Singh_Dies  एस पी "हुड्डन"  –Varsha Shukla  RAVINANDAN Tiwari  sapna prajapati❤  ASHISH KUMAR TIWARI

Lalit Saxena

ग़ज़ल

read more
हमने ख़ुद को ज़िंदा जलते देखा है 
रोशन दिन आँखों में ढलते देखा है 

सांस-सांस पीर कसमसाती रहती 
मुर्दा सपने पांवपांव चलते देखा है 

उगते सूरज के जलवे देखे हर दिन
उदास शाम को भी उतरते देखा है 

ख़्वाहिशें, सारे ही रंग उतार देती है
उम्रदराज़ को भी, मचलते देखा है 

दरवाजे पर नहीं कोई  दस्तक हुई
हर सुब्ह उन्हें वैसे गुज़रते देखा है 

दिन बुरे हों, तो ये दरिया भी सूखे
बुलंदियों को भी, बिखरते देखा है

©Lalit Saxena ग़ज़ल
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile