Find the Latest Status about मेंढक के हृदय में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मेंढक के हृदय में.
Ram Prakash
White हृदय में वो सुकून है एकांत है हर दर्द वहां मौन है शांत है ©Ram Prakash #Sad_Status हृदय
#Sad_Status हृदय
read moreअभागा संजय
White माना सफ़र मे हमसफर बड़ी मुश्किल से मिलते हैं ... गोरे गालों पर काले तिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं... यू तो जरूरी नही कि हर बार इश़्क मे हुस्न देखा जाए... कभी कभी उम्दा लहजे से भी सीधे दिल मिलते हैं... ©अभागा संजय हृदय तल की बात💔
हृदय तल की बात💔
read moreRadhe Radhe
कह दो ना वो सनम तेरे है तेरे हम दिल के गहराई में बहके बहके कदम जय श्री राधे ©Radhe Radhe दिल के गहराई में,,,
दिल के गहराई में,,,
read moreRadhe Radhe
इश्क तुझसे है सनम नित्य निरंतर सत्य है पूजा करती हूं अपने हृदय में पुष्प हृदय दान कर। जय श्री राधे ©Radhe Radhe हृदय दान कर
हृदय दान कर
read moreseema patidar
हृदय की चाह है..... तुम्हे हृदय से लगाऊ तुम्हे सोचूं और ..... तुम्ही में खो जाऊं ..... ©seema patidar हृदय की चाह ❣️
हृदय की चाह ❣️
read moreAbhishek Jha
Unsplash रात के अंधेरे में, बालकनी में खड़े होकर चाय की चुस्की लेते ही चश्मे पे जमे हुए भाप ने मुझसे कहा, "अंधेरा थोड़ा धुंधला ही अच्छा लगता है।" उसकी सुनता, पर इतने में ही रात की ख़ामोशी बोल पड़ी, "अरे, मुझे बाहर क्या ढूंढता है, मैं तो तेरे अंदर भी हूँ।" तो मैंने उससे पूछा, "अच्छा मुझमें,पर मुझमें कहाँ?" तो बोलती है, "जरा दिल की गहराइयों में उतर के तो सुन, ख़ामोशी हूँ, मेरा एक अलग शोर होता है।" मैं ख़ामोशी की बात सुन ही रहा था, इतने में बालकनी से गुजरती ठंडी हवा ने कहा, "अरे, जनाब पहले चाय तो पी लिजिये, वरना इस अंधेरी रात में खामखा मुझपे इल्ज़ाम लग जाएगा।" बस इतने में ही गुजरते हुए वक़्त ने कहा, "बस कीजिए भाईसाहब, फिर लोग दुनिया को दोष देते हैं, जबकी वक़्त तो अकेलापन बर्बाद कर देता है।" ©Abhishek Jha रात के अँधेरे में
रात के अँधेरे में
read moreShashi Bhushan Mishra
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset आदत से मज़बूर हुआ, गिरा तो चकनाचूर हुआ, प्रेम की संकरी गलियों में, ख़ुद से कितना दूर हुआ, गफ़लत में फुंसी समझा, बढ़ा तो फ़िर नासूर हुआ, जिस घर में था अंधियारा, जला दीप पुरनूर हुआ, चढ़ा नशा जब भक्ति का, आठों याम सुरूर हुआ, मंज़िल मिली मुसाफ़िर से, ग़म दिल से क़ाफूर हुआ, देख घटाओं की शोखी, 'गुंजन' हृदय मयूर हुआ, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #'गुंजन' हृदय मयूर हुआ#
#'गुंजन' हृदय मयूर हुआ#
read moreAnuradha T Gautam 6280
Unsplash वो मुझे जिंदगी के तौर तरीके सीख रहा था और उसे क्या पता इस जिंदगी की गुरु मां तो मैं ही थी..🖊️ #@2🤦🏻🙆🏻♀️ ©Anuradha T Gautam 6280 जिंदगी के सफर में
जिंदगी के सफर में
read more