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Suraj Jha

Bharti ye अर्थ bevstha #Videos

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Ganesh joshi

shayari अन्तो नास्ति पिपासायाः । अर्थ : तृष्णा का अन्त नहीं है । #story #status #motivatation #Gym #Motivational

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Mohan raj

#Buddha_purnima बुद्धि अर्थात ज्ञान का अर्थ है - अपने आप को मजबूत और साहसी बनाना। #Life

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White प्रज्ञायाः अर्थः ज्ञानस्य अर्थः - आत्मानं दृढं साहसं च कर्तुं।
बुद्धि अर्थात ज्ञान का अर्थ है - अपने आप को मजबूत और साहसी बनाना।
Wisdom means knowledge means - to make oneself strong and courageous.
Dhnyvaad Har Har Mahadev

©Mohan raj #Buddha_purnima बुद्धि अर्थात ज्ञान का अर्थ है - अपने आप को मजबूत और साहसी बनाना।

Anuj Ray

# पहली नौकरी " #कविता

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Dilip Kumar

#Sad_shayri सरकारी नौकरी #मोटिवेशनल #Kumardil143

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Yogi Sonu

योग का अर्थ अपने आत्म रूप में स्थापित होना । Yogi Sonu #Sorts #Real #Video #विचार

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रिपुदमन झा 'पिनाकी'

अजी नौकरी का भी  अपना मज़ा है।
जहां अपनी चलती नही कुछ रज़ा है।
हुकम  हाकिमों  का  बजाते रहो बस-
यहांँ  ज़िन्दगी  हर घड़ी  इक क़ज़ा है।

दवाबों तनावों  की बोझिल फ़ज़ा है।
बिना  पाप  के  भोगता  नित सज़ा है।
सवालों जवाबों से परहेज़ कर चल-
यहाँ  कोई  सुनता  नहीं  इल्तिज़ा  है।

रहो जब तलक भी किसी नौकरी में।
न कुछ और सोचो कभी ज़िन्दगी में।
भुला  दो  सभी  रिश्ते नाते  जरूरत-
लगा  दो  अरे  आग अपनी ख़ुशी में।

नियम  हाकिमों  के  नए  रोज  बनते।
कि साहब यहां ख़ुद ही उलझन में रहते।
करें गलतियांँ  हम  तो  सुनते  हैं  बातें -
मगर इनकी ग़लती मुनासिब ही रहते।

करो  हर  घड़ी  सबकी  तीमारदारी।
जताए  बिना  अपनी  कोई  लचारी।
न छुट्टी, न अर्जी, न आराम कुछ दिन-
लगाए  रखो  नौकरी  की   बिमारी।

ज़हन में ख़याल इसका ही जा-ब-ज़ा हो।
अमल  हुक़म  हो  चाहे  बेजा  बजा  हो।
चलेगी  नहीं  हुक्म  उदूली  एक  भी -
कि  इसमें  तुम्हारी  न  बेशक  रज़ा  हो।

पड़ो चाहे बीमार या मर ही जाओ।
मगर नौकरी अपनी पहले बचाओ।
न जो कर सको तो अभी बात सुन लो-
उठाओ ये झोला तुरत घर को जाओ।

कभी  कुछ न सोचो सिवा नौकरी के।
नहीं तुम हो कुछ भी बिना नौकरी के।
चलाता  है  घर  बार  यह  नौकरी  ही -
करो रात - दिन हक़ अदा नौकरी के।

रिपुदमन झा 'पिनाकी'
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©Ripudaman Jha Pinaki #नौकरी

Ganesh joshi

kishori jha

bhugol ka अर्थ #AakhriAlvida #Videos

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KRISHNARTH

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