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Nikhil Pandit
When I see your eyes यही आगाज़ था मेरा यही अंजाम होना था.... मुझे बर्बाद होना था मुझे नाकाम होना था।।।। तू बदल गयी.....
Shambhu sr syon
#DearZindagi बस इसलिए सोच में पड़ जाता हूँ, कि कोई इतना भी बदल सकता है क्या।।।। बदल गयी तू।।
Jalbharat Kumawat
तेरी आदत है तेरी सबसे बड़ी कमजोरी है, जो तुझे कुछ करने नहीं देती, एक बार कोशिश तो कर, तेरी आदत को तो बदल, क्या पता तो खुद ही बदल जाए तेरी आदत बदल शायद तू बदल जाए
Durgesh jha..
मेरे लबों पे कुछ फरियाद बची थी, दिलो की आसियाने मे कुछ फरियाद बची थी, उम्र भर जीने मरने की कुछ याद बची थी, छोरो छोरो महज ये बातें एक पुरानी याद बन के बची थी /अब तो ये दिल भी हप्तो या महीनों मे एक बार धड़कता है तेरी यादों में जो आंखें रोज अश्क बहा दी थी अब तो सालों में वह एक बार भी नहीं बरसती है, हां कुछ बातें थी जो मैं तुझे बताना चाहता था इस दुनिया से छुपा कर तुम्हें अपना बनाना चाहता था,, पर सुनो राहे बदल ली तुमने मंजिलों के पास आते आते अकेला छोड़ गई मुझे तुम अपना एहसास बनाते बनाते #तू भी बदल गयी...
socho81
तू खुद को बदल तू खूद को बदल ..इतना बदल की लोग देख कर हैरत में पड जाये। तू इतनी मेहनत कर तू इतनी मेहनत कर ,हार देख कर बोले बस कर भाई बस तू जीत गया। तू इतनी मेहनत कर तू इतनी मेहनत कर लोगो के लिए तू मिसाल बन जाये । अगर तेरा साथ कोई नही देता है, तो कोई बात नही। तू खुद के दम पे खडा हो, तू भूल मत अकेला आया था और अकेला ही जायेगा । फिर क्यो करता है दुसरो से उम्मीद । तू खुद को बदल तू खुद को बदल इतना बदल की लोग देख कर हैरत में पड़ जाये। जो तुझे देखकर जलते है , उन्हें जलने दे। बस तू अपना काम किये जा, उनका काम है जलना और वे जल के खाक हो जायेगे । तू अपने फील्ड का इतना पक्का खिलाड़ी बन की तेरे जैसा कोई ना हो। तू खुद बदल.. तू खुद को बदल तू अपने अंदर के चिंगारी को जला, फिर देख ये चिंगारी कैसे आग बनती है। तू किसी की नकल मत कर, तू खुद की मंजिल बना , तू खुद रास्ता बना। तू खुद को बदल इतना बदल की लोग देख कर हैरत में पड जाये। © socho81 तू खुद को बदल...
सचिन द्विवेदी
तू इतना कैसे बदल गया ... एक पल में क्या सब भूल गया ? वो तेरा हसाना , वो तेरा बाते अलग तरीके से सुनाना , मेरी बातों को सुनना और फिर मुझे गलतियां समझाना , दोस्ती को दिल से निभाना , जरूरत पढ़े तो सब भूल जाना , किसी भी बात को दिल से ना लगाना , कभी - कभी गुस्सा करना , फिर खुद मान जाना , माना तुझे प्यार ना था , लेकिन मेरे प्यार का एहसास तो था ही .... अब , बस डर इस बात का है , कि तू खुदको ना भूल जाए .. और जाते - जाते इस बदलने का इल्ज़ाम भी मुझे- पे ना लगा जाए ! ©Sachin Dwivedi🌛 तू इतना कैसे बदल गया ?