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Madhu Arora
White हाथ की लकीरें कितनी जिद्दी है........... रहती मुट्ठी में है....... और चलाती अपनी है......!!!! ©Madhu Arora #jindagi# Hindi #thought# lakiren
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White ज्ञान को अर्जित करें, अज्ञान को वर्जित करें। भलाई को समाहित करें, बुराई को विसर्जित करें।। ©Madhu Arora #hindi #thought #jindagi #achha
Madhu Arora
White जीवन के अनुभव उस अंजान सड़क की तरह होते हैं....... जिन पर बिना चले उतार चढ़ाव का अनुभव नहीं होता........... ©Madhu Arora #Jindagi #Hindi #thought #anubav
Bharti kumari
अद्वेष्टा सर्वभूतानां मैत्रः करुण एव च । निर्ममो निरहङ्कारः समदुःखसुखः क्षमी ॥ संतुष्टः सततं योगी यतात्मा दृढ़निश्चयः। मय्यर्पितमनोबुद्धिर्यो मद्भक्तः स मे प्रियः॥ भावार्थ : जो पुरुष सब भूतों में द्वेष भाव से रहित, स्वार्थ रहित सबका प्रेमी और हेतु रहित दयालु है तथा ममता से रहित, अहंकार से रहित, सुख-दुःखों की प्राप्ति में सम और क्षमावान है अर्थात अपराध करने वाले को भी अभय देने वाला है तथा जो योगी निरन्तर संतुष्ट है, मन-इन्द्रियों सहित शरीर को वश में किए हुए है और मुझमें दृढ़ निश्चय वाला है- वह मुझमें अर्पण किए हुए मन-बुद्धिवाला मेरा भक्त मुझको प्रिय है॥ ©Bharti kumari #janmashtami
Bharti kumari
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥ भावार्थ : साधु पुरुषों का उद्धार करने के लिए, पाप कर्म करने वालों का विनाश करने के लिए और धर्म की अच्छी तरह से स्थापना करने के लिए मैं युग-युग में प्रकट हुआ करता हूँ॥ ©Bharti kumari #janmashtami
Bharti kumari
तुम अपने आत्मीय स्वजन और बन्धु-बांधवों का स्नेह सम्बन्ध छोड़ दो और अनन्य प्रेम से मुझमें अपना मन लगाकर सम दृष्टी से पृथ्वी पर स्वच्छंद विचरण करो| श्री क्रिष्नाके उपदेश जय श्री क्रिष्ना.. ©Bharti kumari #janmashtami
Bharti kumari
तुम अपने आत्मीय स्वजन और बन्धु-बांधवों का स्नेह सम्बन्ध छोड़ दो और अनन्य प्रेम से मुझमें अपना मन लगाकर सम दृष्टी से पृथ्वी पर स्वच्छंद विचरण करो| श्री क्रिष्नाके उपदेश जय श्री क्रिष्ना.. ©Bharti kumari #janmashtami
Bharti kumari
अपने अहंकार को छोड़ो : व्यक्तिगत जीवन में हमेशा सहज व सरल बने रहो। जिस तरह शक्ति संपन्न होने पर भी श्रीकृष्ण को न तो युधिष्ठिर का दूत बनने में संकोच हुआ और न ही अर्जुन का सारथी बनने में। एक बार तो दुर्योधन के छप्पन व्यंजन को छोड़ कर विदुरानी (विदुर की पत्नी) के घर उन्होंने सादा भोजन करना पसंद किया। श्री क्रिष्नाके उपदेश ©Bharti kumari #janmashtami