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Stories related to indian festivals in december 2018

-Banjara ❣️

#december

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Unsplash Dekho Hna Kitna Ajib Hai..
Yeh december bhi..
itni sard raato mai bhi...
Aksr juda hone k baad..
aik naya saal thma jatta hai..
hatho mai..
January ko mila jata haii...
in sard raato mai... 🥺

©-Banjara ❣️ #december

Deepak Kumar 'Deep'

#december

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दिसम्बर  का  महीना 
साल के आखिर में आता है, 
जब ये आता है
ग्यारह महीने की, 
कभी ना भूलने वाली
यादें  देकर जाता है..

©Deepak Kumar 'Deep' #december

Deepak Kumar 'Deep'

#december

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दिसंबर का महीना  आखिर में आता है, 
जब आता है
ग्यारह महीने की, 
कभी ना भूलने वाली
यादें  देकर जाता है..

©Deepak Kumar 'Deep' #december

Deepak Kumar 'Deep'

#december

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december ka mahina  आखिर में आता है जब आता है
ग्यारह महीने का 
ग़म देकर जाता है

©Deepak Kumar 'Deep' #december

ayushigupta

#december

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दिसंबर का महीना  धरती में और अंबर में। 
 चिठ्ठी में फ़ोन नम्बर में। 

 तेरी यादें सताये मुझे, 
शुरू होते ही दिसम्बर में। 
    ©Er.आयुषी गुप्ता

©ayushigupta #december

the_unsung_teller

#december 2 line love shayari in english

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दिसंबर का महीना  शॉल, गर्माहट और उसमें लिपटी जाते हुए साल की कुछ यादें,
जनवरी से फिर कुछ सवाल, इंतजार में जवाब के काटेंगे एक साल...

©the_unsung_teller #december  2 line love shayari in english

Jyoti ki alfaaz

# december

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White आ गए दिसंबर ... 
पूरे महीनों  की यादों  को बटोरने और पूछने भी की कैसा बीता ये साल।

©Jyoti  ki alfaaz # december

Abd

White  

तिनका तिनका घर घरौंदा
टूटा चूल्हा बर्तन औंधा 

बालू में से कंकर बीना 
ईंधन बना पत्तों का झीना

फर्जी फर्जी दाल पकाई
बच्चों को जब तक नींद ना आई

लेकिन मां को भय था भोर का
था सवाल बस चंद कोर का

ब्याज ढले तो पो भी फटती 
तब जाके कहीं मूल से लड़ती 

कभी सीधी कभी उल्टी पड़ती
बार बार करवटे बदलती

झूठे सपनों में रोटी आई
लेकिन सच्ची नींद ना आई

भूख थी ज़्यादा पेट था ख़ाली 
मजबूरी में फिर बालू खाली

भीतर पूरा रेगिस्तान हो गया
जीवन ही वीरान हो गया

ना पत्थर थी ना लक्कड़ थी
अब चेतना बिल्कुल जड़ थी

बच्चों से वज्रपात सहे ना
काश कभी ये भोर भए ना

©Abd #sad_quotes #maa #chhutiyan #festivals
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