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Parasram Arora
Unsplash वो दिन याद करो ज़ब ये आदमी पहले "आदम " था और स्त्री "ईव " थीं तब न आखर था न शब्द न लिपि न कोई आपस मे संवाद था तब केवल ध्वनि थीं तरंग थीं लय थीं इसके बाद वो ध्वनि कब संगीत बनी कब सरगम मे तब्दील हुई कोई नहीं जानता लेकिन वो "आदम " तब तक आदमी और वो ईव स्त्री मे रूपांतरित हो गए थे ©Parasram Arora आदम और ईव
आदम और ईव
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} याद रखना भगवान हमारा भाग्य नही लिखता, हमारी सोच-समझ, हमारे कर्म, हमारा आचरण, हमारे बोल, हमारे आध्यात्मिक चिंतन से हमारा भाग्य और भाग्य के फल का निर्माण होता है।। जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} याद रखना भगवान हमारा भाग्य नही लिखता, हमारी सोच-समझ, हमारे कर्म, हमारा आचरण, हमारे बोल, हमारे आध्यात्मिक
#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} याद रखना भगवान हमारा भाग्य नही लिखता, हमारी सोच-समझ, हमारे कर्म, हमारा आचरण, हमारे बोल, हमारे आध्यात्मिक
read moreDr. Bhagwan Sahay Meena
White भाग्य बदल जाता है जब इरादे मजबूत हो.... वरना जीवन बीत जाता है किस्मत को दोष देने में.... ©Dr. Bhagwan Sahay Meena #GoodMorning भाग्य
#GoodMorning भाग्य
read moreAshok Verma "Hamdard"
White अच्छे थे वो, कच्चे घर भी, इमारतों में, इंतजाम बहुत है!! गाँव की गलियाँ, खाली पड़ी हैं, शहरों में, सामान बहुत है!! खुली हवा में, जो चैन मिलता, बंद कमरों में, धुआँ बहुत है!! न रिश्तों की अब, गर्मी बची है, पर तकनीकी, सम्मान बहुत है!! दादी-नानी की बातें छूटीं, मोबाईल में ही ज्ञान बहुत है!! सच्ची हंसी, कम दिखती अब, लेकिन चेहरे पर ,नकाब बहुत है!! सुख-सुविधाओं से घिरा इंसान, पर दिलों में, अरमान बहुत है!! दौड़ रही दुनिया, आगे बढ़ने को, फिर भी जीने में, थकान बहुत है!! सादगी की जो मिठास थी कभी, अब दिखावे में, ईमान बहुत है!! अकेले होते लोग भीड़ में, फिर भी दिखते, महान बहुत है!! *अशोक वर्मा "हमदर्द"*(कोलकाता) ©Ashok Verma "Hamdard" #गांव और शहर
#गांव और शहर
read moreSunil Kumar Maurya Bekhud
भाग्य कोई कहता भाग्य बड़ा है कोई कहता कर्म बुद्धि विवेक हर कोई लगाए समझ न पाए मर्म गीता कहती कर्म करो तो लिख सकते हो भाग्य वर्ना द्वार खुला मन्दिर का अपना लो वैराग्य भाग्य भरोसे जो बैठा है लक्ष्य नहीं वो पाता समय निकल जाता है स्वर्णिम तो पीछे पछताता कहे भाग्य कि मेरे आगे वश न चले किसी का बेखुद जिससे रूठ मै जाती रहता नहीं कहीं का ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #भाग्य