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White फिर से वही सब बातें रातें" फिर से वही सब बातें रातें और फिर से वही बिस्तर होगा, सिर्फ अलग कुछ नया तो चेहरा, एक नया मिस्टर होगा। द्वितीय बार करी शुरुआत नये जीवन की, ये उससे बेहतर होगा। अपने हाथ सवारों जीवन, बातें हैं मन भरने की, किसे पता ये न नश्तर होगा। Anuj Kumar राय © # फिर से वही सब बातें रातें "
# फिर से वही सब बातें रातें "
read moreKalpana Korgaonkar
White केहने को तो सब है!लेकिन जब जरुरत होती है तो, कोई किसी का नही होता है, तब खुद को अकेला मेहसूस होता है. ©Kalpana Korgaonkar ##तन्हाई ##
#तन्हाई ##
read morevksrivastav
Unsplash आज फिर बात वही याद मुझे आई है आज फिर से फिज़ा में बह रही पुरवाई है रात भर मेरे बाजुओं से वो लिपटे रहना फुसफुसा कर हर एक बात कान में कहना आज फिर से तेरी खुशबू ये हवा लाई है फुसफुसाहट तेरी वो साथ अपने लाई है ©Vk srivastav आज फिर बात वही #SAD #Shayari #viral #Trending #Love #Videos #vksrivastav
Drjagriti
तुमको तो हर हक दिया था मैंने तुम क्या गए, हम दोनों को तन्हा कर गए ©Drjagriti #तन्हाई
SANIR SINGNORI
वही पल है, वही है शाम-ए-हज़ीं... आज फिर बिछड़े हम दिसम्बर में.. 🥀💯 . ©SANIR SINGNORI वही पल है वही है शाम-ए-हज़ीं आज फिर बिछड़े हम दिसम्बर में
वही पल है वही है शाम-ए-हज़ीं आज फिर बिछड़े हम दिसम्बर में
read moreSANIR SINGNORI
वही पल है, वही है शाम-ए-हज़ीं.. आज फिर बिछड़े हम दिसम्बर में.. 🥀💯 . ©SANIR SINGNORI वही पल है वही है शाम-ए-हज़ीं आज फिर बिछड़े हम दिसम्बर में
वही पल है वही है शाम-ए-हज़ीं आज फिर बिछड़े हम दिसम्बर में
read moreAvinash Jha
White तन्हाई के साये गहरे होते हैं, खुद से मुलाकात के पहरे होते हैं। चुपचाप कह जाती है ये दास्तां, जो लफ्ज़ों में कभी ना कहे होते हैं। ©Avinash Jha #तन्हाई
Anuj Ray
White तन्हाई" बर्बाद आरज़ू में तेरी ज़िन्दगी मेरी, तुम्हें पता नहीं है कब से तन्हाइयों में जी रहे हैं। तेरी तस्वीर लगाकर अपने सीने से, ख्यालों में रात दिन, तेरे लबों से जाम पी रहे हैं। ©Anuj Ray # तन्हाई"
# तन्हाई"
read moreआगाज़
White *तन्हाई का सफ़र* चुप है रात, सन्नाटा गहरा, दिल की गली में है एक पहरा। चाँद भी थका-थका सा दिखता, तन्हाई का मौसम बस यही कहता। खुद से बातें, खुद से शिकवे, खुद ही अपने दिल के करीब। हर सांस जैसे कोई कहानी, पर सुनने वाला नहीं कोई सजीव। रंग थे कभी, अब सब फीके, खुशियों के दिन हुए पुरानी किताब के। पर यह तन्हाई भी सिखाती है, दिल की आवाज़ सुनने की राह दिखाती है। चल अकेला, संग तेरे है साया, तू ही है अपना, और तू ही पराया। ये खामोशी भी इक गीत है, हर दर्द के पीछे नई प्रीत है। तोड़ तन्हाई की दीवारें, खोल खिड़की नए उजालों की। हर अंधेरा कभी रौशन होगा, बस उम्मीद रख, इस जालों की। ✍️ ©आगाज़ #तन्हाई