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Anuj Ray
New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन ©Anuj Ray #Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन
#Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन
read moreNeema Pawal
New Year 2025 फिर वक्त में करवट ली , और नए साल का, हुआ शुभ आगमन, देते आपको, ढेरों शुभकामनाएं, खुशियों से भरा, हो आपका जीवन। ©Neema Pawal #Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
#Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।
read moreमनोज कुमार झा "मनु"
New Year 2024-25 सनातन हिन्दू वैदिक संस्कृति में सभी मत पंथों का समान रूप से आदर है। यद्यपि नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है, तथापि आंग्ल नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ । नव-उल्लास ! नव-विचार ! नवोत्साह ! नव-उमंग ! नव-ऊर्जा ! नववर्षम् शुभम् भवतु !! "नूतनवर्षस्य शुभाशयाः। ईश्वरः सर्वेभ्यः सुखं, स्वास्थ्यं, सौख्यं च ददातु। सर्वेषां जीवनं सफलं, समृद्धं च भवतु । नववर्षं मंगलमयम् अस्तु। ©मनोज कुमार झा "मनु" सनातन हिन्दू वैदिक संस्कृति में सभी मत पंथों का समान रूप से आदर है। यद्यपि नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है, तथापि आंग्ल नववर्ष की हार्दिक श
सनातन हिन्दू वैदिक संस्कृति में सभी मत पंथों का समान रूप से आदर है। यद्यपि नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है, तथापि आंग्ल नववर्ष की हार्दिक श
read moreDr. Bhagwan Sahay Meena
New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल। तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल। ©Dr. Bhagwan Sahay Meena नव वर्ष
नव वर्ष
read moreभारती वर्मा
White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का| ©भारती वर्मा # नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
# नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
read moreArvind Rao
White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है ना बदली, दिशाएँ हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है बस वही मेरा नव वर्ष है अरविन्द "अश्क" ©Arvind Rao #नव वर्ष
#नव वर्ष
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