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S K Sachin उर्फ sachit
दिल घायल नहीं है मेरा महबूबा की जुल्फ से ! दिल घायल है अगर मेरा हालात- ए - मुल्क़ से !! ©S K Sachin #आजाद कलाकार #मुल्क़ #meltingdown
shayari kingdom
#PulwamaAttack sahidoo ki di hui kurbaani ko ऐसे na bhula Dena apne dil M rkhna desh k liye इश्क़ e junnon ko bnaye rkhna apne अंदर Rastrprem ki mashaal ja rkhnaa #rastrprem #nojoto इश्क़ e मुल्क़
Falguni Shah©
कुछ लोग अपनी ही मिट्टी से अपनी इज़्ज़त मिट्टी में मिलाकर काफ़िर बन रहे तो, कुछ वतन परस्त अपनी मिट्टी के लिए मिट्टी में मिलकर शहीद बन गए ।🙏 #NojotoQuote #nojoto #shahid #indianarmy #country_love #hindi #gujarati #मुल्क़
LOL
जब्र मिला है एक मुद्दा आवाम को आकाओं से मुल्क़ झुलस रहा है खौफ़ में देखो सर्दियों में गर्म अफ़वाहों से! ©KaushalAlmora #जब्र #मुद्दा #yqdidi #रोजकाडोजwithkaushalalmora #सर्दियों #मुल्क़ #अफवाह #365days365quotes
कवि अमन कुमार शर्मा
।। प्रेम की एक कविता बिना शीर्षक के।। तेरी दीवानगी भी इन दिनों मेरे दुश्मनों के साथ चलने लगी है। मै नहीं कहता ये शहर कहते हैं की तू भी मेरी तरक्की से जलने लगी है। परवाह कहा था तेरे दीदार तक, आश्रू तो बहते है मेरे आज तक। निकाल देंगे तुम्हे भी इन शहरों से जरा ये भी याद रखना । मै कातिल न सही , पागल ही समझ कर याद रखना। भूल मत जाना किन्हीं रहो में, मै याद आऊंगा तुझे पगडंडी के रहो में। याद है न मेरा दिया या भूल गई तुम। मैंने आज तक आपना दिया वचन भी न तोरा। तू मुझे देश भक्ति सिखाती है। पगडंडी के रहो पर चलना सिखाती हैं। भूल जाना मेरी आदत नहीं हम तेरी क़दमों की आहट भी याद रखते है। लोग कहते है मै पलट कर देखता था, अरे भूल गई तुम्हीं तो मेरी गलियों से निकलती थी । सोक अब भी शेष है, तस्वीर बनाने को । तू पास आती तो है, प्यार झूठा ही सही दिल लगती तो है। हालात बिगड़े हुए हैं मेरे शहर के, जरा तेज चलो। मुरतो की कोई परछाई नहीं होती, इस दिल में तू न होती कोई और न होती। छोटी सी कविता प्रेम के नाम कवि अमन कुमार शर्मा पढ़े चलो बढ़े चलो शिक्षा अभियान भारत राष्ट्रीय महासचिव दूरभाष नंबर 6200288770 अमन
Gautam_Anand
अद्भुत भाव हृदय का जो मैं व्यक्त नहीं कर पाया हर्षित था आह्लादित था जब तू गोद में मेरी आया लाखों सपने अरमां लाखों फिर भी भावशून्य हो बैठा गोद में लेकर अपना बचपन क्या बोलूं कुछ समझ न पाया नन्ही नन्ही ऊँगली से तूने जब मेरी ऊँगली पकड़ी तारों सी चंचल अंखियों से तूने मुझसे सौ बातें कर ली फूलों कि पंखुड़ियों सी कोमल अधरों से तू मुस्काया पिता - पुत्र के रिश्तों का तूने मुझको एहसास कराया #अमन