Find the Latest Status about iso from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, iso.
Nithya Ganiga
ದುಡಿದು ತಿನ್ನುವ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಕುಳಿತು ತಿಂದರೆ, ಕುಳಿತು ತಿನ್ನುವ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಬೇಡಿ ತಿನ್ನಬೇಕಾಗುತ್ತದೆ… ©Nithya Ganiga #Isolated
Hitender Daksh
कितनी शिद्दत से आजमा रहे हो तुम सब्र मेरा, तुम्हारे दिल पे जब गुजरेगी बिखर जाओगे। मरहम तो हम लगा लेंगे हद पार मत करना वरना दिल से उतर जाओगे।। ©Hitender Daksh #Isolated शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी' दोस्ती शायरी शायरी हिंदी शायरी हिंदी में
#Isolated शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी' दोस्ती शायरी शायरी हिंदी शायरी हिंदी में
read moreचाँदनी
मै बुझी जा रही हूँ और शहर है कि मुझमें आग पानी बन दहक रहा है अजीब अजाब है जिंदगी का फिर से एक मौत फिर रिहाई कमज़र्फ है सारी खुदाई उफ्फ ! ये शब्दों के कहर बड़ी गुस्ताख़ हूँ मै....! ©चाँदनी #Isolation
kavi Ravi Srivastava
खरे थे जो,अब वो हैं खोटे, खोटे सिक्के खरे हो गये हरे थे जो अब मुरझाये हैं, सूखे थे जो हरे हो गये मरे हुए थे जो ज़िन्दा हैं, ज़िन्दे अब,अधमरे हो गये बने हुए मसखरे हैं नायक, नायक अब मसखरे हो गये फिरे हुए सर,देख देखकर हम भी कुछ सरफिरे हो गये गिरे हुए को उठा सके ना, इतने तो सब गिरे हो गये मदद नहीं,मशविरे हैं मिलते, मदद भी अब,मशविरे हो गये बात बयां थी,दो लफ़्ज़ों में, बदले में तफ़्सरे हो गये ✍️✍️ रवि श्रीवास्तव ©Ravi Srivastava #Isolated
kavi Ravi Srivastava
इस लिये तोड़ा,किसी ने आइने को, सच बताने की,उसे मजबूरियाँ थीं !! सब चलाये थे वो थे,सीने पे खंज़र, तुम चलाये जो,ज़िगर पर छूरियाँ थी !! ✍️✍️ रवि श्रीवास्तव ©Ravi Srivastava #Isolated
kavi Ravi Srivastava
ये रुई रुई सी,ओस जैसे अनछुई,सी ओस नींद में सोई सी,ओस ख्वाब में खोई सी,ओस फूल की कली सी,ओस भोर मनचली सी,ओस रात में रोई सी,ओस आँख भिगोई सी,ओस है डरी,डरी सी,ओस धुंध की दरी सी ओस धूप में परी सी,ओस जैसे सुनहरी सी,ओस फूल पर खड़ी सी,ओस पत्तों पर पड़ी सी,ओस आज ख़ुश बड़ी थी,ओस जादू की पुड़ी थी,ओस साँझ से खड़ी थी,ओस भोर तक,अड़ी थी ओस ✍️✍️ रवि श्रीवास्तव ©Ravi Srivastava #Isolated
kavi Ravi Srivastava
ये रुई रुई सी,ओस जैसे अनछुई,सी ओस नींद में सोई सी,ओस ख्वाब में खोई सी,ओस फूल की कली सी,ओस भोर मनचली सी,ओस रात में रोई सी,ओस आँख भिगोई सी,ओस है डरी,डरी सी,ओस धुंध की दरी सी ओस धूप में परी सी,ओस जैसे सुनहरी सी,ओस फूल पर खड़ी सी,ओस पत्तों पर पड़ी सी,ओस आज ख़ुश बड़ी थी,ओस जादू की पुड़ी थी,ओस साँझ से खड़ी थी,ओस भोर तक,अड़ी थी ओस ✍️✍️ रवि श्रीवास्तव ©Ravi Srivastava #Isolated
आधुनिक कवयित्री
कभी कभी इतनी शिद्दत से याद आती हैं, मैं पलकों को मिलाता हूं तो आंखे भर जाती हैं। तेरी यादों में ही गुजारते हैं आज भी हर पल, पर तू तो हक़ीक़त में रुलाती हैं। ©आधुनिक कवयित्री #Isolated
kavi Ravi Srivastava
जैसे कोई मार रहा हो,किश्तों में ! बातों की एक गांठ लगाकर,रिश्तों में !! ✍️✍️ रवि श्रीवास्तव ©Ravi Srivastava #Isolated
Mustakeem zafar
खुदकुशी हराम है मेरे मजहब में.. मैं किसी हादसे की तलाश में हूं💔 ©Mustakeem zafar #Isolation