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skumar
बदला ले लिया उसने मुझसे , किसी और से प्यार करके । इस दिल पे ना जाने क्या गुजरी है, कई रातों से आखे मेरी सोई नहीं है ।। 💔 ©skumar कई रातों से सोई नहीं आखे मेरी
Roli Rajput
अविनाश कुमार
लौट आए हैं सभी परिंदे भी अब तो घर को वो न लौटा जो निकला था सहर में शहर को चौखट पर बैठी माँ हर चेहरे में चेहरा तलाशे माँ सोई नहीं उसके इंतजार में वो है खोया चमकते बाजार में . Manoj Swarnkar भाई याद करने के लिए बहुत शुक्रिया ☺☺ . #yqdidi #yqbaba #hindi #त्रि
SAndeep Aarak
#मैं_अकेला_हूं शायद, डगर में अब #कोई साथ नहीं है !! किधर जा रहा हूं #फिकर भी अब कोई नहीं है !! #निकम्मा_आवारा_खुदगर्ज जो कहना है कहो !! पर य
Dharminder Dhiman
माँ.! जैसा यहां कोई नहीं है.! बच्चों को मुसीबत में देख कर.. माँ.! कभी सोई नहीं है.! Good morning. Happy Mother's Day to all the mothers out there. Start your day with a #simile challenge. #mymotherislike #mothersday #happymo
Arya Manish Singer
kanta kumawat
मेरी माँ के बराबर कोई नहीं। बचपन के कुछ किस्से सुनों ज़रा में सो गया था सुकून से पर मेरी माँ रात भर सोई नहीं। क्योंकि मेरी माँ बराबर कोई नहीं। तुम भी माँ कीमत पता करों ज़रा आँचल के पल्लू में ढककर कभी धूप-छाँव में रोई नहीं। क्योंकि मेरी माँ बराबर कोई नहीं। देखकर अपने बच्चों को खाना में अभी भुखी हूँ कभी यह बात बताई नहीं। क्योंकि मेरी माँ बराबर कोई नहीं। आज भी सुकून मिलता घर में कोई एसा दिन नहीं जब माँ बोलकर खुशी पायी नहीं। क्योंकि मेरी माँ बराबर कोई नहीं। कान्ता कुमावत ©kanta kumawat मेरी माँ के बराबर कोई नहीं। बचपन के कुछ किस्से सुनों ज़रा में सो गया था सुकून से पर मेरी माँ रात भर सोई नहीं। क्योंकि मेरी माँ बराबर कोई न
kanta kumawat
Ramandeep Kaur
मेरी सुन्दरता ~~~~~~~ पूछा मैंने कल आइने से, बता तो कैसी लगती हूं मैं? निहारकर मेरे चेहरे को ढंग से, कूछ देर सोचकर वह बोला.... माथे पर बिंदिया के साथ सजी, रेखाएं साफ झलकती हैं पर इनमें फ़िक्र है अपनो की, यह बात सभी से कहती हैं। आखों में काजल होना था, पर काले घेरों का डेरा है, सोई नहीं न जो तू रातों में, यह उन सेवाओं का घेरा है। कानों से बाली की चमक जुदा, चुभते शब्दों का जोड़ा है। होठों की लाली मिटती रही, बातों में स्नेह समेटा है। रंग हिना का खो गया कहीं, पर हाथों मे स्वाद भतेरा है। काया तेरी अब कमसीन न सही, तूने झुककर ही सबको जीता है। सुंदरता तेरी कायम है, तू जीवन देने वाली है। तू कल तितली सी कोमल थी, आज प्रबल, सशक्त, स्थिर नारी है। ©Raman मेरी सुन्दरता ~~~~~~~ पूछा मैंने कल आइने से, बता तो कैसी लगती हूं मैं? निहारकर मेरे चेहरे को ढंग से,