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Matangi Upadhyay( चिंका )
तुमने खबर ही कहाँ ली मेरी मेरे साथ रहते हुए भी बस मान लिया कि ठीक ही होगी, तुमने पूछा ही कहाँ कुछ मुझसे बस मेरी खामोशी को समझ लिया की मेरी हाँ ही होगी, मैं जरूरी ही कहाँ थी उतनी जितना मैंने खुद को तुम्हारी जिंदगी में समझ लिया, मैंने तो बस सोच लिया की मैं तुम्हारे लिए कुछ खास होऊँगी पर मैं स्वीकार ही कहाँ पायी कुछ सच बस पाले रही वहम की खुशी ऐसी ही होती होगी, ये जो मानने और होने के बीच का फर्क होता है न उसे स्वीकारने में एक उम्र साथ गुजार देते है दो लोग और फिर पता ही नहीं चलता की कब एक दूसरे की आदत बन गए..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) आदत बन गए हो तुम 🤔 #matangiupadhyay #thought #Life #Love
आदत बन गए हो तुम 🤔 #matangiupadhyay #thought Life Love
read moreSatiiish Malaiya
Unsplash तु है, तो दुनिया मे रखा क्या है, तु नहीं, तो दुनिया मे रखा क्या है..! mr_satiiish. writer ©Satiiish Malaiya तुम ही मेरे सब कुछ हो...💗 hindi shayari
तुम ही मेरे सब कुछ हो...💗 hindi shayari
read moreRuhi
White कभी कभी तुम मुझे समझने में देर कर देते हो कभी कभी तुम मुझे पहचानने में देर कर देते हो। कर देते हो देर मुझे बुलाने में, या कर देते हो देर मेरे पास आने में। सही वक्त को बता कर तुम हमेशा देर से आते हो कभी बिन कहे भी तुम आते हो तो भी देर से आए हो कभी वक्त ने रोक कभी हालातों ने तो कभी तुमने सोचने में देरी की हां मगर आने में तो देर ही लगी हां शायद तुम देर कर देते हो। ©Ruhi #Sad_Status हां तुम देर कर देते हो।
#Sad_Status हां तुम देर कर देते हो।
read morePRIYA SINHA
White 🫂"बस तुम हो" 🫂 जीवन के गीत में ; हार या जीत में ; बस तुम हो ! सूनेपन की भीत में ; प्रहार या प्रीत में ; बस तुम हो ! समर्पण के रीत में ; बेकार या कृत में ; बस तुम हो ! प्रिया सिन्हा 𝟑𝟎. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒. (शनिवार). ©PRIYA SINHA #बस #तुम #हो
Madhav Awana
पूछूंगा वक़्त से, क्यों तुम बदलते हो तो लोग बदल जाते हैं 'दर्द भरी शायरी' खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी हिंदी शायरी हिंदी में शायरी
read moreनवनीत ठाकुर
White बात न करना तो बहाना है, सबसे क्यों छिपते फिरते हो। आज कर दो ऐलान, के सच में तुम उससे डरते हो।। ख़ामोशी में छुपी इक चीख़, हर सांस में दबी है कहीं, अब और क्यों खुद को छलते हो। मान लो, तुम वाक़ई डरते हो।। क्यों न गिरा देते झूठ का पर्दा, बनाए हुए है जो दिल पर बोझ, डर के आगे भी एक जहां है, जहां सच बोलना आसां है। एक कदम बढ़ाओ, खुद को आइने में कभी तो देखो, सच के साए में चलना सिखो। ©नवनीत ठाकुर #तुम उससे डरते हो
#तुम उससे डरते हो
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