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Stories related to मुन्ने मेरे अब सो जा

s गोल्डी

अब कॉल नहीं करते वो अब कान सुरीले नहीं होते मेरे मैसेज के निशान भी अब नीले नहीं होते...!!😔 @topfans

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अब कॉल नहीं करते वो अब कान सुरीले नहीं होते
मेरे मैसेज के निशान भी अब नीले नहीं होते...!!😔

©s गोल्डी अब कॉल नहीं करते वो अब कान सुरीले नहीं होते
मेरे मैसेज के निशान भी अब नीले नहीं होते...!!😔

@topfans

mani naman

मेरे शब्द

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Unsplash रद्दी अख़बार की 
मर चुकी ख़बरों के बीच 
बची-खुची ज़िद्दी और 
स्वाभिमानी टैग लाइन से 
बस किसी तरह 
दो शब्द झाड़ लाया हूँ;
तुम हेडलाइन देखकर 
कन्फ्यूज़ न होना,
क्योंकि,
अतीत से लाए गए शब्द 
अपना वजूद खोकर 
धुंधला ही जाते हैं;
बस किसी तरह 
अपने वाक्यों के बीच 
मेरे शब्द सहेजकर 
उन्हें ज़िंदा रख लेना।

©mani naman मेरे शब्द

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर हर दर्द ने मुझसे कहा, अब रुक जा, मैंने हंसकर जवाब दिया, बस थोड़ा और झुक जा। हार और जीत का फ़र्क समझ लिया मैंने, गिरकर भी उठने

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हर दर्द ने मुझसे कहा, अब रुक जा,
मैंने हंसकर जवाब दिया, बस थोड़ा और झुक जा।

हार और जीत का फ़र्क समझ लिया मैंने,
गिरकर भी उठने का हुनर सीख लिया मैंने।

हवा के रुख़ से कभी डर नहीं लगता मुझे,
मेरी मंज़िल ने मेरे इरादों को आज़मा लिया है।

हर जख्म ने मेरे हौसले को और गहरा किया,
हर दर्द ने मेरी जीत का रास्ता दिखा दिया।

अब तूफ़ान भी मुझसे सहम कर गुजरते हैं,
मेरे इरादों से ज़माने के नक़्शे बदलते हैं।

जहाँ कांटे बिछाए गए थे मेरे रास्तों में,
वहीं मैंने अपने सपनों के फूल खिला दिए।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
हर दर्द ने मुझसे कहा, अब रुक जा,
मैंने हंसकर जवाब दिया, बस थोड़ा और झुक जा।

हार और जीत का फ़र्क समझ लिया मैंने,
गिरकर भी उठने

Shashi Bhushan Mishra

#दिन निकलता जा रहा#

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आज, कल, परसों पे  टलता जा रहा,
साईं पल-पल दिन निकलता जा रहा,

तैरने   वाले   गये   उस  पार   कबके,
कुछ  किनारे   हाथ  मलता   जा रहा,

भूलने   वाले   भुला    बैठे   अदावत,
टीसने   वाले   को   खलता   जा रहा,

जम   गई   है    बर्फ़   सी   संवेदनाएं,
वेदना   से    ग़म   पिघलता   जा रहा,

कोई   बच  पाया  नहीं  इस  काल से,
समय  की  चक्की में  दलता  जा रहा,

संभलकर  ही   कर्म  करना  जगत में,
भाग्य  बनकर  बीज  फलता  जा रहा,

ज्ञान दीपक  से मिटे  अंधियार 'गुंजन',
हृदय  में  सुख-शांति  पलता  जा रहा,
  ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
           प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra #दिन निकलता जा रहा#

F M POETRY

#तुम्हारी याद आये जा रही है......

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White मुझे अंदर से खाये जा रही है...

तुम्हारी याद आये जा रही है...



यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY #तुम्हारी याद आये जा रही है......

Madhur Kumar

सो

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Vivek Gautam

मेरे एहसास...

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परिस्थितियां पक्ष में हों, या विपक्ष में।

योद्धा मैदान नहीं छोड़ते।।

©Vivek Gautam मेरे एहसास...

Eshamahi

#सो cute #

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Rajeshwar Madhukar

मेरे कमल

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sc_ki_sines

#WoRaat अकेला हु तनहा हु खुद से हारा हु ऐं मेरे दिल अब तू भी मुझे अकेला छोड़ जा Sethi Ji बाबा ब्राऊनबियर्ड Krisswrites Srk writes Dr.J

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