Find the Latest Status about कोणाचे हे घर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कोणाचे हे घर.
दूध नाथ वरुण
हे अम्बे मां जगदम्बे मां,भूल क्षमा मेरी आके तू कर दे। मैं तो चलूं बस सत्य के पथ पे, बस इतना मां आके तू वर दे।। ©दूध नाथ वरुण #हे #अम्बे #मां
दूध नाथ वरुण
हे दया की देवी दया करो,मै कबसे तुझे मनाऊं मां। मेरे दुखड़े तू सुनले मां, मै कबसे तुझे सुनाऊं मां।। ©दूध नाथ वरुण #हे #दया #की #देवी
दूध नाथ वरुण
हे मात भवानी जगदम्बे,मुझे आके मां अब दर्शन दे। मेरी विनती सुन ले मां अम्बे,मेरी झोली खाली मां भर दे।। ©दूध नाथ वरुण #हे#मात #भवानी#जगदम्बे
सुरेश सारस्वत
हे परमेश्वर...हे पूर्णेश्वर.. हे ज्ञानेश्वर... हे ध्यानेश्वर... हे भावेश्वर... हे दिव्येश्वर.. हे प्राणेश्वर शंभो शिवाय...2 ध्यान संग जब गूंजे राग बांध संग मन ऊंचे राग राग भैरवी में तू पुकार हे परमेश्वर शंभो शिवाय... गंग चेतना के संग जाग मन संगम बन भोर प्रयाग दिव्य कलरव अनहद गान हे पूर्णेश्वर शंभो शिवाय... तू ही अनंत की राह दिखाए तू ही सकल का सत्य बताए तू ही जगा मन शाश्वत ज्ञान हे ज्ञानेश्वर शंभो शिवाय... तू है मुझमें ये तो मैं जानूं किस बिध तुझको मैं पहचानूं मन चाहे बस तेरा ध्यान हे ध्यानेश्वर शंभो शिवाय... पल पल स्वयं से रीत रहा हूं हार हार मन जीत रहा हूं शून्य भाव से चिर संधान हे भावेश्वर शंभो शिवाय... शिष्य भाव से बन तू अर्जुन नित्य भाव में बोध निरंजन दिव्य साधना कर मन सर्जन हे दिव्येश्वर शंभो शिवाय... ©सुरेश सारस्वत #Sunrise हे प्राणेश्वर शंभो शिवाय
Rudra Pratap Singh
मुझे घर बनाने; घर से दूर निकलना पड़ा, और गिरते-गिरते कई बार सम्हलना पड़ा। हारा हिम्मत; टूटा हौसला कई बार, बेशक! “कुछ दूर और!” कह कर बस चलना पड़ा। थक कर चूर; जब सोया कभी इत्मीनान से, नींद आई नहीं पूरी रात; बस करवट बदलना पड़ा। याद आती रही मां, बाप से दूर होना खलता रहा, मत पूछो, अपनों से दूर हो कितना मचलना पड़ा। और गिरते-गिरते कई बार सम्हलना पड़ा। ©Rudra Pratap Singh मुझे घर बनाने घर से दूर निकालना पड़ा #घर #होली #Festival #holi
ARTIST VIP MISHRA
श्रीमद्भागवत गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि, किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके शरीर से नहीं बल्कि उसकी आत्मा से करनी चाहिए. 🙏🙏इसे शाश्वत, अविनाशी और अपरिवर्तनीय बताया गया है। भगवान कृष्ण, दिव्य सारथी और शिक्षक, स्वयं की शाश्वत प्रकृति पर जोर देते हुए, अर्जुन को ज्ञान प्रदान करते हैं। वह स्पष्ट करते हैं कि आत्मा जन्म और मृत्यु से परे है, किसी भी भौतिक माध्यम से विनाश के अधीन नहीं है। श्रीमद्भागवत गीता के अनुसार आत्मा परमात्मा का अंश है। इस श्लोक में देखिए भगवान् क्या कह रहे हैं। ममैवांशो जीवलोके जीवभूतः सनातनः । इस जीवलोक में यह सनातन जीवात्मा मेरा ही अंश है और वही प्रकृति में स्थित मन और पाँचों इन्द्रियोंको आकृष्ट करता है । 🙏🙏💐💐 ©ARTIST VIP. MISHRA हे नारायण 🙏🙏
मै ,
Village Life खुद के अंदर के दुश्मन को (चंचल मन ) दोस्त बना लू माया के युग हे मै कहने की ताकत जिसमे ,,,,,,मेरे मां बाप हे। जय हो शिव के शिवनी ©Maya Sahu Sahu मै, कहने ताकत हे किसी में,
Krishna
मछली जल की रानी हे जीवन उसका पानी है हाथ लगाओ दर जायेगी बाहर निकलो मर जायेगी ©Krishna #मछली जल की रानी हे #
Naren K
रात की ठंडी हवा बयांकर हो गई। रात के अंधेरे में, एक अजीब घटना हो गई। एक जोड़ा युवक और युवती, आधे रात को एक कॉलेज में बात कर रहे थे। उन्हें अचानक एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। उन्हें संदेह हुआ और उन्हें लगा कि उन्हें भूतों का सामना हो रहा है। सोचते-सोचते उन्हें लगा कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने भूतों का रहस्य बहुत ही सरल दिखाया है। उन्हें भूतों का अज्ञात अनुभव कुछ ही क्षणों के लिए साथ देने वाले अजीब सपने आने लगे। उनके सपने में, एक भयंकर भूत उन्हें उनकी प्रेमिका की ओर दौड़ता हुआ दिखाई दिया। अंधेरे में, उन्हें उनके वज्र दंड से काले आंखे दिखाई दी, लेकिन भूत ने उनकी प्रेमिका को कुछ नहीं किया। वह सिर्फ उनके भय पर धावित हो रहा था.....(पार्ट_1) ©Naren K भूतिया घर...।