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Shreyansh Gaurav
White तुम्हारी यादें मेरी जां लें के जायेंगी थक गया हूँ, मुझे सुलाने यें आयेंगी.! नहीं इनसे नहीं होता है कुछ भी यहाँ बस मुझमें हलचल करके जायेंगी.!! ©Shreyansh Gaurav #यादें #दो शब्द
BANDHETIYA OFFICIAL
White जीवन -मरण ,माया-मोह ,सब अपरोक्ष, मोह का क्षय हो पाये, दो दिये मोक्ष। मृत्यु -मात्र से काम न चलना, वो तो जीवन में इक पलना, पलते झूलते रहे झल ना। देह छोड़ बस सुख क्या पाऊं, जीते जी तुमको समझाऊं, मरके जो तुम तक मैं आऊं। ©BANDHETIYA OFFICIAL #GoodNight #मोक्ष दो।
#GoodNight #मोक्ष दो।
read moreAnuj Ray
White दो मुसाफ़िर " घर से चले थे साथ साथ दो मुसाफ़िर, राहों में मगर रास्ते दोनों के अलग हो गए, खाई थी साथ निभाने की कसम ज़िन्दगी भर के लिए, राहों में अचानक से जुदा हो गए। ©Anuj Ray # दो मुसाफ़िर
# दो मुसाफ़िर
read moreAnukaran
White दोस्ती में बेईमानी नही होती, किस्मत वालों को मिलते हैं ऐसे दोस्त जो दोस्ती निभाना जानते हैं l निभाना और करना दो अलग अलग चीजें होती हैं, दोस्ती तुम हर सख्श से कर सकते हो, मगर निभाता वही है, जिसे रिश्ते निभाता है, फर्ज नही l ©Anukaran #shayri किस्मत वालों को मिलते हैं ऐसे दोस्त जो दोस्ती निभाना जानते हैं, निभाना और करना दो अलग अलग चीजें होती हैं, दोस्ती तुम हर सख्श से कर
#shayri किस्मत वालों को मिलते हैं ऐसे दोस्त जो दोस्ती निभाना जानते हैं, निभाना और करना दो अलग अलग चीजें होती हैं, दोस्ती तुम हर सख्श से कर
read moreBANDHETIYA OFFICIAL
green-leaves देखते देखते जनवरी दो हो गई, एक थी क्या बुरी थी? ©BANDHETIYA OFFICIAL #GreenLeaves दो जनवरी
#GreenLeaves दो जनवरी
read moreSatish Kumar Meena
Unsplash साथ निभाना अपने आप में कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है अगर इसके लिए दो मन का मिलन महज कल्पना है तो रिश्ते का टूटना स्वाभाविक है। ©Satish Kumar Meena साथ निभाना
साथ निभाना
read moresweety
Unsplash छुपा कर इश्क़ की ख़ुशबू को रखा नहीं जाता.. नज़र उसको भी पढ़ लेती है जो लिखा नहीं जाता.. !! ©sweety खूबसूरत दो लाइन शायरी
खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moreParasram Arora
Unsplash बहूत रात जागने के बावजूद. एक गहरी नींद मुझे मिली नहीं कितना बड़ा ये जहांन है फिर भी रहने के लिए दो गज़ ज़मीन मुझे मिली नहीं खुलकर रोने क़ी ख़्वाहिश थीं मेरी. पर रोने के लिए घर मेi खाली कोना मुझे मिला नहीं ©Parasram Arora दो गज़ जमीन
दो गज़ जमीन
read moreF M POETRY
White जो तअल्लुक कभी न था यूसुफ़.. वो निभाना अजीब लगता है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #वो निभाना अजीब लगता है....
वो निभाना अजीब लगता है....
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