Find the Latest Status about आजीम प्रेम जी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आजीम प्रेम जी.
NEERAJ SIINGH
शिव ना अपने भक्तो को बहुत चाहते है इतना की कोई सोच भी नही सकता शिव जब प्रेम करते है ना तो फिर इस संसार में कोई अन्य प्रेम की जरूरत नहीं रह जाती है , सारी राह खुद ब खुद सध जाती हैं शिव ना अपने भक्तो को बहुत चाहते है #neerajwrites शिव जी का प्रेम
Raj k alfaz
सत्य को मानता था जानता नहीं था तेरी एक मुलाकात खुदा से मिला गयी मुझे ©Rajeev Bhardwaj लेखक सत्य प्रेम जी के लिए दिल से।
Anokhi
प्रेम प्रेम नारी के हृदय में जन्म जब लेता.. एक कोने में ना रुक, सारे हृदय को घेर लेता है..! पुरुष में जितनी प्रबल होती विजय की लालसा.. नारियों में प्रीति उससे भी अधिक उद्दाम होती है..! प्रेम नारी के हृदय की ज्योति है..! प्रेम उसकी जिंदगी की सांस है..! प्रेम में निष्फल त्रिया जीना नहीं चाहती..!! शब्द जब मिलते नहीं मन के, प्रेम तब इंगित दिखाता है.. बोलने में लाज जब लगती प्रेम तब लिखना सिखाता है..! पुरुष प्रेम सतत करता है,पर प्रायः थोड़ा थोड़ा.. नारी प्रेम बहुत करती हैं सच है, लेकिन कभी कभी..! उसका भी भाग्य नहीं खोटा, जिसको न प्रेम प्रतिदान मिला..! छू सका नहीं पर इंद्रधनुष , शोभित तो उसके उर में है..!! महाकवि रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा रचित कविता ©Anokhi # प्रेम महाकवि दिनकर जी द्वारा रचित कविता
वशिष्ठ जी महराज गुरूजी vashishth ji mahraj guruji
Amrish Chauhan
वो चाहते है... जी भर के प्रेम करना हम सोचते है... वो प्रेम ही क्या... जिससे जी भर जाये !! वो चाहते है... जी भर के प्रेम करना हम सोचते है... वो प्रेम ही क्या... जिससे जी भर जाये !! #amrishgautam701 #गौtam
Ek villain
भारत के वामपंथी कार्ल मार्क्स लेनिन स्टॉल और महाराणा तो तुम जैसे विदेशी कम्युनिस्ट नेताओं को यह सब कुछ मानते हैं उनकी पार्टी दफ्तरों ही सब कुछ मानते हैं फ्रॉड मेल ब्लैक को छोड़कर मैं कभी महात्मा गांधी नेता सुभाष चंद्र बोस भगत सिंह दुखीराम बोस चंद्रशेखर आजाद जैसे स्वाधीनता के महानायक को की तस्वीर नहीं दिखाई देते यहां तक कि वामपंथी के कई कार्यक्रम में सभा के लेजा पोस्टर बैनर होर्डिंग लगाई जाती है तो उनमें से महानायक की तस्वीर नहीं होती मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडियन माकपा ने तो कभी अपने दफ्तरों में स्वतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज तक नहीं कराया था पहली बार बीते 15 अगस्त में माइक बने देश भर में अपनी पार्टी दफ्तर में तिरंगा फहराया जपा नेता सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर में शामिल कर उनके प्रति प्रेम जी के साथ दशक बाद को राष्ट्रवादी बताते क्यों नहीं तेरा नेताजी सुभाष चंद्र बोस और प्रेम देखने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है इसका सीधा सा उत्तर है कि पिछले करीब 7:30 बजे मोदी ने देश की राजनीति की दिशा बदल दी है इसके बाद साम्यवाद और धर्मनिरपेक्षता के सारे दर्शकों से वोट बैंक की सियासी फसल काटने वाले दलों को राष्ट्रवाद की राह पर चलने की मजबूरी होना पड़ा रहा है किरण को छोड़कर पूरे देश में वाम दलों का नेतृत्व करने वाली माकपा की दिशा में तो भी दयानिधि है ©Ek villain #तरंगों के बाद वामपंथियों के नेता जी प्रेम #Nofear