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vish
मैं ठहरे हुए कुएँ का वो पानी नहीं, जो थम जाऊँ.... मैं बहती नदी की वो धारा हूँ, जो साहिल से टकराकर भी, अपने सागर से मिल जाऊँ.... जिंद़गी ©vish # नदी की वो धारा
# नदी की वो धारा
read moreParasram Arora
Unsplash मन अगर संवेदबमनाओ के संवेनद से भरा हो तों अनर्थ क़ी झड़ मे से भी अर्थ डुंडा जा सकता है ©Parasram Arora अर्थ अनर्थ
अर्थ अनर्थ
read moreMayuri Bhosale
❣️❣️ ... प्रेमाचा खरा अर्थ...❣️❣️ मी उभी इथे🙋 तू पाहशील मला जिथे🤷 दूर झाल्या आपल्या वाटा साऱ्या मिळुनी तिथे.🛣️ मी आकाशातील धुके 🌨️ तू न बोलताच शब्द पडले मुके 🤫 ढगांचे हे आज कालचे असे वागणे वाऱ्याला सारखे खूपे. मी सागरातील लाट 🌊 तू न संपणारी वाट 🛣️ सुंदर स्वप्न वेडी प्रेमाची होईल एक दिवस पहाट.🌅 मी बासरीतील सूर 🎶 तू गीत बोलती मधुर 🎵 किमया सारी सप्तसुरातील स्वरांची गेली कुठे निघूनी दूर. मी तुला रागावणे 🤨 तू त्यावर काहीच न बोलणे🤫 भासते जणू आभाळाचे सावलीला काहीसे बिलगणे. 🌫️ मी नात्यातला दुरावा💔 तू कृष्ण राधेच्या प्रेमातील पुरावा 👩❤️👨 आंबट गोड नातं फुलूनी तो हृदयात निरंतर मुरावा.❤️🩹 मी जपला नात्यात निस्वार्थ 🤷 तू दिलास प्रेमाचा खरा अर्थ💓♥️ लोक त्याला उपमा देऊनी साधून घेती स्वतःचा स्वार्थ.😔 ©Mayuri Bhosale # प्रेमाचा खरा अर्थ
# प्रेमाचा खरा अर्थ
read moreManisha Keshav https://www.audible.in/pd/Jab-Tera-Zikr-Hota-Hai-When-You-Are-Mentioned-Audiobook/B0D94RCK97
White https://www.amazon.in/dp/9363303624/ref=sr_1_1?crid=1BG7ESUNE99LA&dib=eyJ2IjoiMSJ9.u_X-ACLRxc3Bp_N1TlG0rQ.6Qiwd2Wla8gtRO9hqyOuf_aJyG0p-vE3cHJ7OViYmlY&dib_tag=se&keywords=9789363303621&qid=1730815253&sprefix=9789363306233%2Caps%2C378&sr=8-1 ©Manisha Keshav https://www.audible.in/pd/Jab-Tera-Zikr-Hota-Hai-When-You-Are-Mentioned-Audiobook/B0D94RCK97 #समझ सको तो अर्थ हूँ #कविता #Love
Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
शेर हुए चटखारे से ग़ज़ल हुई नमकीन गीत हुए मधुशाला से कविता भावविहीन गहन मनन चिंतन नहीं श्रोता नव सब दीन हीने ओछे काव्य गढ़ अब के कवि प्रवीन ©अज्ञात #काव्य
SHIVAM MISHRA
White हम अपने मुस्तक़िल के पैकान ही रहे वाज़िब सा ,दर्द था सबब हैरान ही रहे यूँ ही यक़ीन अब ना आँखो पे कीजिये लहेज़ तलल्ख़ करके सब बीरान ही रहे वैसे तो इल्म तुमको, हर बात का रहा बस जख्म भर गए, बुलंद इम्कान ही रहे C@R shivam mishra पैकान = नुकीला इम्कान = सामर्थ्य आप सभी मित्रो को शुभ दीपावली...... ❤️🙏🥰🕉️ ©Shivam mishra #diwali_wishes अdiति Kshitija काव्य महारथी Prashu_ R Ojha #diary #SAD
#diwali_wishes अdiति Kshitija काव्य महारथी Prashu_ R Ojha #diary #SAD
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी डर भर दिया हर कौमो में सब अपनी ताकत जनसंख्या से तौले है बौना हो गया राष्ट्रवाद संसद का सत्र आरक्षण की मांगों से गूंजे है सत्ताओ की लोलुपता में सियासी लोग राष्ट्रधर्म भूले है सौ सौ शपथें संविधान की खाकर सुभाष और भगत सिंह की कुर्बानी भूले है धारा सब समाजिक तोड़ दी दंगे बलवे पत्थरवाद नस नस में जहर सम्प्रदाय और पंथवाद का भरते है संरक्ष्ण पाकर वो सियासतों का चेहरा भारत का कलंकित करते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #DiyaSalaai धारा सब सामाजिक तोड़ दी #nojotohindipoetry
#DiyaSalaai धारा सब सामाजिक तोड़ दी #nojotohindipoetry
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